
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने जब से सोशल मीडिया जॉइन किया है तब से वह लगातार इस प्लेटफॉर्म पर सक्रिय हैं. हाल ही में कंगना रनौत ने जया बच्चन के राज्यसभा बयान का वीडियो शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा, "जया जी अगर मेरी जगह आपकी बेटी श्वेता बच्चन होती जिसे एक टीनेजर के तौर पर पीटा गया होता, ड्रग्स दी गई होती और बदतमीजी की गई होगी, तो क्या तब भी आप यही बात कहतीं?"
कंगना ने लिखा, "क्या आप तब भी यही बात कहतीं अगर अभिषेक ने आपसे किसी दिन लगातार हैरेसमेंट और गुंडागर्दी सहे जाने की शिकायत की होती और वो फंदे पर झूलता दिखता? हमारे प्रति सहानुभूति रखिए. हाथ जोड़कर कहती हूं." कंगना रनौत के इस ट्वीट पर समाजवादी पार्टी के डिजिटल मीडिया कॉर्डिनेटर मनीष जगन अग्रवाल ने जवाब दिया.
उन्होंने कंगना के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, "कंगना जी आप सबके संघर्षों को गाली देकर, तुच्छ बताकर, सबके ऊपर निशाना साधकर आगे बढ़ना चाहती हैं? करण जौहर हों या अन्य फिल्म निर्माता सभी लोगों की सामूहिक मेहनत से ये भारतीय फिल्म इंडस्ट्री खड़ी हुई है, कोई भी इंडस्ट्री आपकी तरह सबको गाली देकर 1-2 दिन में खड़ी नहीं हो जाती."
इस बात पर कंगना भड़क गईं और उन्होंने लिखा, "इंडस्ट्री सिर्फ करण जौहर/उसके पापा ने नहीं बनाई, बाबा साहेब फाल्के से लेकर हर कलाकार और मजदूर ने बनाई है, उस फौजी ने जिसने सीमाओं को बचाया, उस नेता ने जिसने संविधान की रक्षा की है, उस नागरिक ने जिसने टिकट खरीदा और दर्शक का किरदार निभाया, इंडस्ट्री करोड़ों भारतवासीयों ने बनाई है."
बहस यहीं खत्म नहीं हुई इसके बाद मनीष ने लिखा, "लकड़ी की काठी पर बैठकर आप तो स्वयं को ही झांसी की रानी समझने लगीं? झांसी की रानी बलिदान देकर महान हुई थीं, जनता पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ खड़ी हुई थीं, आपने कितने पैदल चलते मजदूरों को भोजन कराया? कितनों की मदद की? तमाशा बनाना आपका पुराना शौक है."
इसी क्रम में कंगना ने एक्टर-प्रोड्यूसर निखिल आडवाणी के भी ट्वीट का जवाब दिया. निखिल आडवाणी ने कंगना के ट्वीट पर लिखा, "इस तर्क से फिल्म जगत के भी एक एक व्यक्ति ने सारे भारतवर्ष का निर्माण किया है. हर चीज में हमारा भी उसी तरह योगदान है. आपको बनाने में भी. आपकी फिल्मों कि टिकट भी हम ने खरीदी हैं, मगर कल को आप कुछ गलत करें या सही तो हम सम्पूर्ण फिल्मजगत को ना तो दोषी ठहरा सकते हैं ना दाद दे सकते हैं."
जवाब में कंगना ने कहा, "क्या निर्माण किया? आइटम नम्बर्ज का? अधिकतर वाहियात फिल्मों का? ड्रग्स कल्चर का? देशद्रोह और टेररिज्म का? बॉलीवुड पे दुनिया हंसती है, देश का हर जगह मखौल बनाया जाता है, पैसे और नाम तो दाउद ने भी कमाया है मगर इज्जत चाहिए तो उसे कमाने की कोशिश करो काली करतूतें छुपाने की नहीं."
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