
Kaun Banega Crorepati 14 winner Kavita Chawla: कौन बनेगा करोड़पति 14 को इस सीजन की पहली करोड़पति मिल गई है. महाराष्ट्र के कोलहापुर की हाउसवाइफ कविता चावला ने 1 करोड़ रुपये जीत लिए हैं. कविता की इस समय हर जगह चर्चा हो रही है. 12वीं पास कविता ने केबीसी में 1 करोड़ रुपये जीतकर लोगों के लिए मिसाल कायम की है.
पिछले साल भी शो में आई थीं कविता
12वीं पास कविता ने कौन बनेगा करोड़पति शो में अपनी सूझबूझ से इतनी शानदार तरीके से खेला कि अमिताभ बच्चन भी उनके फैन हो गए. सोशल मीडिया पर कविता ट्रेंड कर रही हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कविता पिछले साल भी क्विज शो में आई थीं, लेकिन फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट राउंड क्लियर ना कर पाने की वजह से हॉट सीट तक नहीं पहुंच पाई थीं. कविता ने अपने नए इंटरव्यू में बताया कि हॉट सीट पर ना पहुंच पाने के बाद कई लोगों ने उन्हें ताने दिए थे. लोग कविता पर तंज कसते हुए कहते थे- करोड़पति बन गई.
कविता ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए अपने इंटरव्यू में बताया पिछले साल 2021 में खाली हाथ घर जाने पर उनका दिल टूट गया था, वे शो में अपनी सीट पर बैठकर ही रोने लगी थीं. तभी अमिताभ बच्चन ने उनके पास जाकर उनका हौसला बढ़ाया था. कविता ने कहा कि अमिताभ के शब्द उनके जहन में घूमते रहते थे और उन्हीं की वजह से उन्होंने इस साल फिर से शो में हिस्सा लेने का फैसला किया.
कविता चावला ने कहा- ये वाकई में एक बहुत बड़ा अफसर है. अपनी कॉलोनी की मैं पहली महिला हूं, जो इतनी आगे बढ़ी है. शो तक आकर गेम ना खेल पाने से सभी को निराशा हुई थी. कई लोगों ने तो मुझे ताने भी दिए कि करोड़पति बन गई. मैंने तब उन्हें कोई जवाब नहीं दिया था. लेकिन अब मैं एक करोड़पति हूं.
अमिताभ की फैन हुईं कविता
अमिताभ बच्चन के बारे में बात करते हुए कविता ने कहा- वो बहुत ज्यादा फ्रैंक हैं. मुझे उनके साथ बातचीत करते काफी मजा आया. मुझे याद है कि आखिर में अमित जी ने मेरे पास आकर कहा था कि मैंने काफी अच्छा गेम खेला है. उनकी तरफ से ये मेरे लिए बहुत बड़ा कॉम्प्लिमेंट है और ये मेरी जर्नी का हाइलाइट पॉइंट भी है.
कविता ने अपनी मुश्किलों का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि 12वीं क्लास के बाद उन्हें फैमिली को फाइनेंशियली सपोर्ट करने के लिए स्कूल छोड़ना पड़ा था. 8 सालों तक उन्होंने सिलाई का काम किया, जिसके लिए उन्हें हर दिन 20 रुपये मिलते थे. लेकिन आज 20 रुपये से 1 करोड़ तक का सफर तय करके कविता ने ये बता दिया है कि सपनों की उड़ान भरने वालों की कभी हार नहीं होती.