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सोनू निगम के गुरु उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान का 89 साल की उम्र में निधन, संगीत जगत में शोक

गुलाम मुस्तफा खान की बहू नम्रता गुप्ता ने पीटीआई को दिए गए इंटरव्यू में बताया कि खान साहब ने रात 12.37 मिनट पर बांद्रा स्थित अपने निवास स्थल पर अंतिम सांस ली.

उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 17 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 6:09 PM IST

साल 2021 की शुरुआत में संगीत जगत के लिए दुर्भाग्यवश एक बुरी खबर सामने आई है. महान क्लासिकल सिंगर उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान का निधन हो गया है. वे 89 वर्ष के थे. उनकी बहू नम्रता गुप्ता खान ने ये दुखद जानकारी साझा की है. उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान साहब ने अपने विशाल करियर के दौरान अपनी आवाज के जादू से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया और सुरों में सराबोर कर दिया. जो सुकून उस्ताद खान साहब को लाइव सुनने में मिलता था वो अब कभी नहीं मिलेगा. मगर इसमें भी कोई दोराय नहीं है कि अपने पीछे जो विरासत गुलाम मुस्तफा खान छोड़ गए हैं उसे सुन कर श्रोता संगीत की आत्मीयता से लंबे वक्त तक जुड़े रहेंगे.

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गुलाम मुस्तफा खान की बहू नम्रता गुप्ता ने पीटीआई को दिए गए इंटरव्यू में बताया कि खान साहब ने रात 12.37 मिनट पर बांद्रा स्थित अपने निवास स्थल पर अंतिम सांस ली. उन्होंने कहा- आज सुबह वह स्वस्थ थे. हमारे यहां 24 घंटे नर्स भी उन्हें देखने के लिए रहती थी. मगर मसाज के दौरान वे वॉमिट करने लगे. मैं भागती हुई आई और मैंने देखा कि उनके आखें बंद हैं और वे धीरे-धीरे सांस ले रहे थे. मैंने डॉक्टर को बुलाया मगर तब तक वे शरीर छोड़ चुके थे. पूरा परिवार इस खबर से शॉक्ड है. वे अगर जिंदा रहते तो 3 मार्च को अपने जीवन का 90वां साल पूरा करते. सोशल मीडिया पर भी नम्रता ने इस बात की जानकारी साझा की.

 

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लता मंगेशकर ने जताया दुख

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बता दें कि उनका अंतिम संस्कार सांताक्रूज कब्रिस्तान में आज शाम को किया जाएगा. उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान का जन्म 3 मार्च, 1931 को उत्तर प्रदेश के बंदायू में हुआ था. खान, अपने परिवार में चार भाइयों और तीन बहनों में सबसे बड़े थे. उन्होंने अपने पिता उस्ताद वारिस हुसैन खान से संगीत की तालीम हासिल की. बाद में उन्होंने अपने पिता के भाई उस्ताद निसार हुसैन खान से भी संगीत की बारीकियां सीखीं. उन्हें साल 1991 में पद्मश्री, साल 2006 में पद्म भूषण और साल 2018 को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया. वे महान दिग्गज सिंगर सोनू निगम के गुरु थे. 

 

उनके निधन पर लता मंगेशकर, उस्ताद अमजद अली खान और ए आर रहमान ने दुख जताया. लता ने लिखा- मुझे अभी-अभी ये खबर मिली है कि महान शास्त्रीय गायक उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान नहीं रहे. ये सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ. वे गायक तो अच्छे थे ही पर इंसान भी बहुत अच्छे थे. ए आर रहमान  ने भी ट्वीट करते हुए लिखा- सभी गुरुओं में सबसे प्यारे. अल्लाह उन्हें दूसरे जहां में खास जगह दे.

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