Advertisement

संगम में आस्था की डुबकी लगाकर नीना गुप्ता, संजय म‍िश्रा ने लिया आशीर्वाद

2022 में रिलीज हुई वध एक अनोखी थ्रिलर फिल्म थी. जिसने अपनी दमदार कहानी और संजय मिश्रा व नीना गुप्ता की शानदार परफॉर्मेंस से दर्शकों को बांधकर रखा था. अब दिलचस्प बात यह है कि प्रोड्यूसर्स लव रंजन और अंकुर गर्ग की लव फिल्म्स ने इस फिल्म के स्पिरिचुअल सीक्वल 'वध 2' की घोषणा कर दी है.

'वध 2' की टीम 'वध 2' की टीम
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 08 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 8:32 AM IST

2022 में रिलीज हुई वध एक अनोखी थ्रिलर फिल्म थी. जिसने अपनी दमदार कहानी और संजय मिश्रा व नीना गुप्ता की शानदार परफॉर्मेंस से दर्शकों को बांधकर रखा था. अब दिलचस्प बात यह है कि प्रोड्यूसर्स लव रंजन और अंकुर गर्ग की लव फिल्म्स ने इस फिल्म के स्पिरिचुअल सीक्वल 'वध 2' की घोषणा कर दी है. इस बार भी कहानी में रोमांच बरकरार रहेगा और संजय मिश्रा व नीना गुप्ता एक बार फिर अपनी जबरदस्त अदाकारी से दर्शकों को चौंकाने के लिए तैयार हैं. 'वध 2' का निर्देशन जसपाल सिंह संधू कर रहे हैं. ये फिल्म पहले पार्ट की तरह ही कहानी और एक्टिंग को और भी दमदार बनाने की कोशिश करेगी.

Advertisement

'वध 2' की टीम ने संगमा में लगाया डुबकी

एक भव्य और आध्यात्मिक माहौल में वध 2 की टीम – संजय मिश्रा, नीना गुप्ता, डायरेक्टर जसपाल सिंह संधू और प्रोड्यूसर अंकुर गर्ग – ने प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में शिरकत की. फिल्म की सफलता और सकारात्मक ऊर्जा के लिए उन्होंने संगम घाट पर पवित्र स्नान किया और अक्षय वट मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की. इस आध्यात्मिक यात्रा ने न सिर्फ फिल्म से जुड़ी टीम को आस्था से जोड़ा, बल्कि वध 2 की जड़ें भी एक गहरे आध्यात्मिक आधार से जुड़ गईं. संजय मिश्रा, जो इस बार कुंभ में यूपी पुलिस के साइबर बाबा बने हैं, हाल ही में अपनी टीम के साथ आशीर्वाद लेने पहुंचे. उनका मकसद साफ है – श्रद्धालुओं को साइबर ठगी और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाना. ये उनके लिए बस एक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि एक नई शुरुआत थी.

Advertisement

महाकुंभ की जो ऊर्जा थी, उसने फिल्म की टीम को एक तरह से दिव्य प्रेरणा दी, और इसने फिल्म के निर्माण के लिए एक जबरदस्त माहौल बना दिया. ऐसे में इस समय फिल्म की शूटिंग भोपाल, मुंबई और मनाली में चल रही है.

दिलचस्प बात ये है कि 'वध' शब्द खुद में हिंदू पुराणों की उस भावना को समाहित करता है, जिसमें देवता राक्षसों को हराते हैं, जो बुराई (वध) का सही तरीके से अंत दर्शाता है, न कि हत्या.
 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement