
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत और उनकी बहन रंगोली चंदेल के खिलाफ मुंबई की अदालत ने जांच के आदेश दिए हैं. कंगना रनौत और रंगोली चंदेल पर आरोप है कि उन्होंने सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए सोशल मीडिया में धर्म विशेष के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. कंगना और रंगोली के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी. कोर्ट ने सीआरपीसी की धारा 202 के तहत जांच के आदेश दिए हैं, साथ ही आरोपों पर पुलिस की रिपोर्ट भी मांगी गई है.
कोर्ट ने अपना आदेश सुनाते हुए कहा, "याचिकाकर्ता के द्वारा कंगना रनौत का वो वीडियो कोर्ट को उपलब्ध नहीं कराया गया है जिसके संदर्भ में आरोप लगाए गए हैं. ये आरोप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आरोपी द्वारा किए गए कॉमेंट्स पर आधारित है. आरोपी के खिलाफ जो सबूत हैं वो इलैक्ट्रॉनिक नेचर के हैं. इसलिए, प्रस्तावित अभियुक्तों के खिलाफ कार्यवाही के लिए पुलिस द्वारा जांच किया जाना आवश्यक है. जांच अभियुक्तों के नियमों को तय करने में सहायक होगी"
इससे पहले बांद्रा मजिस्ट्रेट की अदालत ने पुलिस को आदेश दिया था कि दोनों बहनों के खिलाफ इसी तरह की पोस्ट डालने के लिए एफआईआर दर्ज की जाए. बांद्रा पुलिस ने FIR दर्ज की थी और पुलिस ने दोनों बहनों को समन भेजा था. हालांकि, बहनों ने अपने वकील रिजवान सिद्दीकी के माध्यम से उत्तर दिया कि वे अपने भाई की शादी में व्यस्त थीं इसलिए वह हिमाचल प्रदेश से नहीं आ पाईं. उन्होंने मुंबई पुलिस के सामने पेश होने के लिए कुछ और समय मांगा.
यह आदेश अंधेरी कोर्ट द्वारा वकील अली काशिफ खान देशमुख द्वारा कोर्ट से गुहार लगाने के बाद जारी किया गया था. अली काशिफ खान ने कोर्ट से की गई अपील में कहा, "अभिनेत्री कंगना रनौत और उसकी बहन रंगोली के खिलाफ मामले और प्रक्रिया जारी करने का संज्ञान ले. देशमुख ने दोनों बहनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 150 3 ए, 150 3 बी, 290 5 ए, 298, 505 और 34 के तहत जांच की मांग की."
देशमुख ने कहा, "रंगोली और कंगना दोनों ही दुनिया भर के लाखों फैन्स और फॉलोअर्स के साथ काफी ज्यादा प्रभावशाली, शक्तिशाली, पॉपुलर शख्सियत हैं. उन्हें अपने राजनीतिक संपर्कों का जिक्र करने की जरूरत नहीं है." शिकायत में आगे कहा गया है कि, "दोनों आरोपी एक साथ अब हर बार अनावश्यक विवाद खड़ा करने के लिए जाने जाते हैं और फिर यह बॉलीवुड के मेहनतकश अभिनेताओं जैसे ऋतिक रोशन, आदित्य पंचोली या बड़े मीडिया समूहों के खिलाफ भी आरोप लगाते हैं, जिसमें सम्मानजनक पत्रकार भी शामिल हैं और कई अन्य मेहनती लोग भी हैं."
मालूम हो कि कंगना रनौत पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है. एक्ट्रेस पर दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने के भी आरोप लगे हैं. इसी कड़ी में बीते दिनों पुलिस की तरफ से कंगना और रंगोली को समन भी भेजा गया था. लेकिन लंबे समय से कंगना ने इस समन को ज्यादा तवज्जो नहीं दी है, बल्कि वे सोशल मीडिया पर ट्वीट कर मुंबई पुलिस की खिल्ली उड़ा रही हैं.
कंगना रनौत शिवसेना को पप्पू सेना कहकर संबोधित करती रही हैं. एक्ट्रेस का हर तंज वायरल होता रहा है और एक नए विवाद को जन्म दे रहा है. बता दें कि कंगना रनौत और उनकी बहन ने वकील के जरिए पुलिस पूछताछ में शामिल नहीं हो पाने के लिए उनके भाई की शादी को वजह बताया था. उन्होंने कहा था कि उनके घर में फंक्शन चल रहा है.
हाल ही में शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली में रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक्ट्रेस कंगना रनौत पर निशाना साधा. सीएम उद्धव ने कहा कि आज हम दस चेहरे का प्रतीकात्मक रावण जलाते हैं. एक चेहरे का कहना है कि मुंबई पीओके है. मैं कहना चाहूंगा कि अनुच्छेद-370 हट चुका है. अगर हिम्मत दिखानी है तो वहां एक जमीन खरीदने की हिम्मत दिखाओ.
ये भी पढ़ें-