
बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन (Ajay Devgn) इस समय यकीनन बेहद खुश होंगे. शुक्रवार को, कोविड के कारण हुई दो साल की देरी के बाद आखिरकार नेशनल अवार्ड्स 2020 (National Awards 2020) अनाउंस हुए. 2020 में कोविड 19 के कारण लॉकडाउन से पहले बॉलीवुड की आखिरी बड़ी रिलीज रही अजय की फिल्म 'तानाजी' को 3 कैटेगरी में नेशनल अवार्ड मिला.
अवार्ड की ज्यूरी ने जहां अजय को 'तानाजी' (Tanhaji) के लिए बेस्ट एक्टर (Best Actor) का अवार्ड दिया, वहीं फिल्म को भी 'बेस्ट पॉपुलर फिल्म प्रोवाइडिंग होल्सम एंटरटेनमेंट' माना गया. अजय की इस पीरियड ड्रामा फिल्म के लिए नचिकेत बर्वे और महेश शेरला को 'बेस्ट कॉस्टयूम' का भी अवार्ड मिला.
भारत में बॉक्स ऑफिस पर 279.55 करोड़ रुपये और वर्ल्डवाइड 360 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन करने वाली 'तानाजी' के लिए नेशनल अवार्ड मिलना सोने पर सुहागा वाली बात है. जमकर कमाई, क्रिटिक्स की तारीफ और नेशनल अवार्ड... एक फिल्म को बेहतरीन होने के लिए और क्या चाहिए!
मगर बॉलीवुड इतिहास पर फिल्म बनाए और कोई विवाद न हो, ये भी एक असंभव बात है. बेहतरीन कामयाबी एन्जॉय कर रही 'तानाजी: द अनसंग वारियर' ने भी, जनवरी 2020 में थिएटर्स में रिलीज होने से पहले अपने हिस्से के काफी विवाद झेले थे. आइए आपको बताते हैं क्या थे ये विवाद:
मराठा झंडे में लिखा ॐ
फिल्म के ट्रेलर में मराठा योद्धा सूबेदार तानाजी मालुसरे के रोल में अजय देवगन सभी को बहुत पसंद आए थे. लेकिन ट्रेलर में एक चीज कई लोगों को खटकी. मराठा साम्राज्य के एक झंडे पर ॐ का सिम्बल बना हुआ था. कई लोगों ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि ये उनकी भावनाएं आहत करने वाला है.
ऐसा इसलिए क्योंकि मराठा झंडे में कोई भी सिम्बल नहीं हुआ करता था. इस बात की पुष्टि कई इतिहासकारों ने भी की. इसके बाद अजय ने ट्रेलर को फिर से एडिट करवाया और झंडे पर दिख रहे सिम्बल को हटवा दिया.
जाति से जुड़ा डायलॉग
'तानाजी' के ट्रेलर में एक और चीज से लोगों की भावनाएं बहुत आहत हुई थीं. ये था फिल्म से काजोल का एक डायलॉग. फिल्म में तानाजी की पत्नी सावित्रीबाई का किरदार निभा रहीं काजोल एक डायलॉग में कहती नजर आती हैं कि जब शिवाजी राजे की तलवार चलती है तो औरतों का घूंघट सलामत रहता है. इसके साथ ही वो शिवाजी की तलवार तले एक और चीज के सलामत रहने की बात करती हैं, जो हिंदू धर्म में एक जाति विशेष का प्रतीक है.
महाराष्ट्र के एक संगठन संभाजी ब्रिगेड ने इस डायलॉग पर आपत्ति जताई थी. संगठन से जुड़े संतोष शिंदे ने कहा था कि महाराज शिवाजी सभी जातियों और सम्प्रदायों की रक्षा करते थे किसी जाति विशेष की नहीं. ऐसे में 'तानाजी' मेकर्स का ऐसा डायलॉग इस्तेमाल करना, शिवाजी की एकजुटता वाली और 'सेक्युलर' छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश है.
हालांकि, फिल्म के मेकर्स ने इस आरोप को भी गंभीरता से लिया और ट्रेलर में जो डायलॉग था, उसे फिल्म में बदल दिया गया.
'तानाजी' पर एक आरोप ये भी लगा था कि फिल्म में दिखाया गया इतिहास एक्यूरेट नहीं है और सेंसर बोर्ड ने भी सर्टिफाई करने से पहले मेकर्स को कई बदलाव सुझाए. मेकर्स ने भी सुझावों और आपत्तियों पर विचार करते हुए, फिल्म में बदलाव किए.
आखिरकार, 10 जनवरी 2022 को 'तानाजी' रिलीज हुई, और अजय देवगन- सैफ अली खान के काम के अलावा डायरेक्टर ओम राउत की भी बहुत तारीफ हुई.