
आन्त्रप्रेन्योर और पॉडकास्टर नव्या नवेली नंदा जेनरेशन जी से आती हैं. अपनी पारिवारिक विरासत में एक तरफ वो महानायक अमिताभ बच्चन की नातिन हैं. दूसरी तरफ उनके पिता निखिल नंदा देश के बड़े आन्त्रप्रेन्योर्स में से एक हैं. लेकिन नव्या अपने लिए एक नई पहचान बना रही हैं. हाल ही में उन्होंने MBA के लिए आईआईएम अहमदाबाद में एडमिशन लिया है. इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2024 के मंच पर पहुंची नव्या ने अपनी जर्नी को लेकर काफी बातें कीं.
क्या अच्छे 'प्रोफेशनल' नहीं हैं जेन जी?
जेन जी पर एक आरोप ये लगता रहा है कि वो भरपूर मेहनती नहीं होते. मन लगाकर काम नहीं करते और मेंटल ब्रेकडाउन को लेकर थोड़े ज्यादा परेशान रहते हैं. इस बारे में बात करते हुए नव्या ने कहा, 'मुझे लगता है हम बहुत हार्ड वर्किंग जेनरेशन है. ये तो अच्छी बात है कि हम मेंटल हेल्थ की कन्वर्सेशन पर जोर दे रहे हैं. हमारी जेनरेशन हर इंडस्ट्री और देश की ड्राइविंग फोर्स है. एक देश के तौर पर हमारे लिए देश की यंग जेनरेशन को आगे बढ़ाना बहुत जरूरी है.'
कैसी स्टूडेंट हैं नव्या?
आंत्रप्रेन्योर रहीं नव्या नवेली अभी हाल ही में फिर से स्टूडेंट बनी हैं. उनसे पूछा गया कि वो कैसी स्टूडेंट हैं, बैकबेंचर या फ्रंट बेंचर? तो नव्या ने कहा, 'मुझे हमेशा से सीखना पसंद रहा है. हर उम्र और पेशे के लोग स्टूडेंट हो सकते हैं. एक स्टूडेंट के तौर पर मैं फ्रंट बेंचर हूं, मुझे डिस्कशन में शामिल होना पसंद है. मेरे साथ हर जगह, हर तरह के लोग पढने आए हैं, मुझे लगता है कि इससे एक व्यक्ति के तौर पर मुझे बहुत कुछ सीखने को मिलेगा.'
आगे उन्होंने अपनी प्रिविलेज पर बात करते हुए कहा, 'हर किसी के पास आगे बढ़ाने के लिए एक विरासत होती है. मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि जो करना चाहती हूं वो कर सकती हूं. देश के बहुत सारे युवाओं का ये सपना नहीं पूरा होता.'
नव्या ने फिर से इस बात पर जोर दिया कि वो सच में एक्टिंग नहीं करना चाहतीं. पॉडकास्ट की वजह से सोशल मीडिया पर खूब छाई रहने वालीं नव्या ने सोशल मीडिया पर होने वाली ट्रोलिंग और नेगेटिव कमेंट्स पर भी बात की.
उन्होंने कहा, 'सोशल मीडिया एक ग्रेट प्लेटफॉर्म है क्योंकि इसने बहुत सारे लोगों को आवाज दी है. अगर इसे सही तरीके से यूज किया जाए तो ये बहुत सारे लोगों की जिंदगी बदल सकता है. मुझे लगता है कि मैंने खुद को सामने रखने, अपने काम को सामने रखने का फैसला किया है, तो मुझे नहीं लगता कि लोग जो कहते हैं मैं उसका विरोध कर सकती हूं, उससे इनकार कर सकती हूं. नव्या ने कहा कि वो बस पॉजिटिव फीडबैक लेने और उनसे सीखकर आगे बढ़ने पर ध्यान देती हैं.
नव्या ने कैसे रखा पॉडकास्ट का नाम?
नव्या के पॉडकास्ट का नाम 'व्हाट द हेल नव्या' काफी अलग है. इस बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि पॉडकास्ट की जर्नी उनके लिए बहुत स्पेशल है क्योंकि वो अपनी मां और नानी के साथ ये कर रही हैं. अपने पॉडकास्ट के नाम पर उन्होंने कहा, 'मेरे अपने व्यूज हैं और अपना दिमाग है इसलिए डिस्कशन के बीच में ये बहुत बार आता रहता था. तो मैंने सोचा कि इसी को पॉडकास्ट टाइटल रख लिया जाए.'
नव्या ने आगे कहा कि उनका परिवार उनके हर क्रेजी आईडिया को सपोर्ट करता है और जब उन्होंने पॉडकास्ट की बात की तो सब पहले दिन से उनके साथ थे. वो इसे अपनी खुशकिस्मती मानती हैं कि उनकी मां और नानी इसका हिस्सा बनने को राजी हुईं.