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5 साल कड़ी मेहनत के बाद सफल हुईं नोरा, परिवार ने सपोर्ट से किया था इंकार

इंटरव्यू के दौरान नोरा ने कहा, "मैं बस लोगों का प्यार कमाना चाहती थी और यह चाहती थी कि लोग मुझे अपनाए. लेकिन जैसे ही मुझे सफलता की तरफ कोई दरवाजा खुलता हुआ दिखता, वो वहीं दूसरे पल मेरी लिए बंद हो जाता था.

नोरा फतेही नोरा फतेही
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 24 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 1:55 PM IST

डांसिंग क्वीन नोरा फतेही आए दिन सुर्ख़ियों में बनी रहती हैं. उन्होंने अपने डांस से सभी का दिल चुराया है. उनके फैन फॉलोइंग भी काफी अच्छी है. नोरा इस समय अपनी करियर में और बॉलीवुड में बेशुमार सफलता प्राप्त कर चुकी हैं. इतना ही नहीं उनकी फैन फॉलोइंग पर भी काफी असर पड़ा है, लेकिन ये सफलता का दौर नोरा के लिए आसान नहीं था. उन्होंने बॉलीवुड में मुकाम हासिल करने के लिए शुरूआती दौर में काफी कठि‍नाइयों का सामना किया है.

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हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान नोरा ने बताया कि कैसे उन्होंने अपना यहां तक का सफर पार किया और भारत में आने के बाद क्या झटका मिला था. 

सपनों को जाहिर करती नजर आईं नोरा 
इंटरव्यू के दौरान नोरा ने अपने सपने को लेकर बातचीत की. जब नोरा से पूछा गया कि वे कैसे अपने सपनों को जाहिर करना चाहेंगी, तो उन्होंने कहा कि वे एक अभिनेत्री, परफ़ॉर्मर या एक आर्टिस्ट के तौर पर ही खुद को नहीं देखतीं, उन्होंने कहा, "अगर मैं खुद को दर्शाना चाहूंगी तो मैं अपने काम के लिए महत्वाकांक्षी हूं. बल्कि कभी-कभी तो मुझे अपनी महत्वाकांक्षी होने से डर भी लगता है क्योंकि जब भी मैं कभी बाहर जाकर खुद को आराम देने के बारे में सोचती हूं, तो मेरे महत्वाकांक्षा फिर से मुझे काम ओर खींच लाते हैं.

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नोरा: डांस के लिए रोकते थे पापा  
जब नोरा से पूछा गया कि उन्होंने इस चकाचौंध वाली जिंदगी में कैसे कदम रखा तो उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता था कि मैं क्या हूं, या क्या थी पर मैं इतना जरूर जानती थी, कि मुझे डांस करना बेहद पसंद है. लेकिन जब मैंने अपने पिता को इसके बारे में बताया तो उन्होंने मुझे कोई खास समर्थन न देते हुए कहा कि मैं इन सारे सपनों को भूल जाऊ, लेकिन मैं अपने सपनों को लेकर काफी अटल थी."

नोरा का ऐसा रहा बॉलीवुड का सफर  
नोरा ने बताया कि कैसे भारत में आकर उन्होंने नाम कमाया और वो 5 साल उनके लिए कितने कठिन थे. नोरा ने कहा कि वे भारत आने के लिए बेहद ही उत्सुक थीं. क्योंकि भारत में नए टैलेंट के लिए बहुत सारे मौके मिल रहे थे और उनको लगा ये उनके लिए नाम कमाने का बेहद ही अच्छा मौका है, लेकिन जब वे भारत आईं तो ये उनके लिए उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा झटका था. उनका भारत में पालन पोषण नहीं हुआ था, इसलिए वो भाषा और रीति‍ रिवाजों से अवगत नहीं थी. जिसके कारण उनको यहां के माहौल में ढलने में और हिंदी भाषा सीखने में बहुत समय लगा. उन्होंने कहा, "मैं बस लोगों का प्यार कमाना चाहती थी और यह चाहती थी कि लोग मुझे अपनाए. लेकिन जैसे ही मुझे सफलता की तरफ कोई दरवाजा खुलता हुआ दिखता, वो वहीं दूसरे पल मेरी लिए बंद हो जाता था.  

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जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें अपनी लोकप्रियता से प्यार है? उन्होंने कहा कि हां उन्हें अपनी लोकप्रियता काफी पसंद है. वो अपने दर्शकों से काफी खुश है. नोरा ने बताया कि वो ये दुनिया को ये दिखाना चाहती थीं, कि एक डांसर भी सफलता प्राप्त करने के साथ-साथ अपनी छाप दुनिया पर छोड़ सकते हैं. लेकिन ये तभी संभव है कि उनके सपने बड़े हो और आप उन सपनों को हासिल करने के लिए उतनी ही मेहनत करें. साथ ही में उन्होंने कहा कि वे बॉलीवुड में इतिहास रचना चाहती हैं. अब नोरा फिल्म भुज: द प्राइड ऑफ़ इंडिया में नजर आएंगी. 

 

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