
बॉलीवुड में अपना नाम अपने काम और टैलेंट के दम पर बनने वाले एक्टर पंकज त्रिपाठी का स्ट्रगल काफी रोचक रहा है. पंकज एक्टिंग में आने से पहले बिहार के पटना में एक होटल में काम किया करते थे. 90 के दशक में वो पटना के मौर्या होटल में किचन सुपरवाइजर का काम किया करते थे. उनका कहना है कि एक्टिंग से उनका प्यार इसी दौरान बढ़ा था जब उन्होंने फिल्म 'अंधा कानून' देखी थी.
हाल ही में पंकज ने अपने पुराने होटल में काम करते हुए दिनों को याद करते हुए एक किस्सा सुनाया. उन्होंने ये भी बताया कि वो आज भी उन लोगों के साथ संपर्क में हैं जिनके साथ उन्होंने उस होटल में काम किया था. पंकज हाल ही में उसी होटल में पहुंचे थे, जहां उनके साथ कुछ ऐसा हुआ जिसे देखकर उनकी आंखें भर आई थीं.
जब रो पड़े 'कालीन भैया'
मीडिया के एक पब्लिक इवेंट में मौजूद पंकज त्रिपाठी ने बताया, 'इस इवेंट में आने से पहले मैं करीब 15 होटल के स्टाफ से मिला जहां मैंने पहले काम किया था. मैं वहां विक्रांत मैसी से भी मिला और वहां मौजूद सभी स्टाफ के लोगों ने उन्हें बताया कि कैसे मैं उन लोगों के साथ काम किया करता था.'
उन्होंने अपने होटल के दिनों को याद करते हुए कहा, 'मैं पहले होटल के अंदर पीछे के दरवाजे से आया करता था, जहां से आज बाकी होटल स्टाफ एंटर करता है. आज मुझे उसी होटल के मेन गेट से एंट्री मिली और मेरा स्वागत करने के लिए जर्नल मैनेजर वहां खड़ा था. उस पल ने मुझे भावुक कर दिया. तो ये सभी यादें एकदम से आपकी नजरों के सामने आ जाती हैं और मुझे यकीन दिलाती हैं कि जीवन में कुछ भी होना संभव है. मेहनत और ईमानदारी से आप अपने हर सपने को पूरा कर सकते हैं.'
पंकज त्रिपाठी का बॉलीवुड में सफर
पंकज त्रिपाठी का बॉलीवुड में अभी तक का सफर बेहद शानदार और प्रेरणादायी रहा है. उन्हें पहली बार लोगों ने साल 2004 में आई फिल्म 'रन' में एक छोटा किरदार निभाते हुए देखा था. उसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में छोटे रोल किए, लेकिन उनके करियर में एक बड़ा बदलाव फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' से आया. जिसके बाद उनकी कला का जादू सभी के सर चढ़कर बोला और आज वो बॉलीवुड के हर प्रोड्यूसर और डायरेक्टर की पहली पसंद बने हुए हैं. हाल ही में उन्हें इस साल की सबसे बड़ी फिल्म 'स्त्री 2' में भी देखा गया जिसमें उनका काम सभी को पसंद आया था.