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बॉलीवुड एक्टर और नेता परेश रावल अपने एक बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं. जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए गुजरात में परेश को कैम्पेन करते देखा गया था. इस बीच उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसे लेकर उनकी खूब आलोचना हो रही है. गुजरात में परेश रावल अपनी पार्टी बीजेपी का प्रचार करने पहुंचे थे. जहां उन्होंने लोगों को संबोधित किया और कुछ ऐसा बोल गए जिससे जनता भड़क गई है. अपनी स्पीच में परेश रावल ने रोहिंग्या मुस्लिमों का जिक्र किया और मुश्किलों में फंस गए.
क्या बोले परेश रावल?
गुजरात के वलसाड में परेश रावल ने गुजराती भाषा में लोगों को संबोधित किया. उन्होंने महंगे गैस सिलेंडर और रोजगार की मांग को लेकर सरकार की तरफ से सफाई देने की कोशिश की. इस दौरान परेश रावल ने कहा, 'गैस सिलेंडर महंगा है लेकिन ये सस्ता हो जाएगा. लोगों को रोजगार भी मिल जाएगा, लेकिन क्या होगा जब रोहिंग्या मुस्लिम और बांग्लादेशी आपके आसपास रहने लगेंगे. जैसा कि दिल्ली में हो रहा है. तब आप गैस सिलेंडर का क्या करेंगे? बंगालियों के लिए मछली पकाएंगे?'
टीएमसी सांसद ने उठाए सवाल
परेश रावल का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया है. तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने भी इसके खिलाफ आवाज उठान शुरू कर दिया है. कीर्ति आजाद ने परेश पर हमला करते हुए ट्वीट लिखा, 'बाबू भाई आप तो ऐसे ना थे... अगर बांग्लादेशी और रोहिंग्या भारत में घुस जाएंगे, इसका मतलब गृहमंत्री के तौर पर अपना काम अच्छी तरह नहीं कर पा रहे हैं. या आप ये कह रहे हैं कि बीएसएफ सीमा की सुरक्षा सही से नहीं कर पा रही है?'
तृणमूल कांग्रेस के आईटी हेड देबांगशु भट्टाचार्जी ने कहा, 'मोदी जी पावर में गैस और एलपीजी के दामों की वजह से ही आए थे. क्या परेश इस बात को भूल रहे हैं? जब गैस के दाम बढ़ते हैं तो हिन्दू और मुस्लिम दोनों पर असर पड़ता है. ये शर्मनाक बात है कि परेश रावल जिन्होंने ओह माय गॉड जैसी फिल्म बनाई है, वो चुनाव के दौरान ये कह रहे हैं कि वो धर्म के बिजनेस के खिलाफ खड़े रहे हैं. वो भी इसलिए कि उन्हें गुजरात में दो वोट मिल सकें.'
उन्होंने आगे कहा, 'उन्हें ये ध्यान रखना चाहिए कि फिल्में बंगाली में भी रिलीज होती हैं. ये शर्मनाक है कि वो कह रहे हैं कि गैस के दाम घटने पर क्या आप बंगालियों के लिए मछली पकाएंगे? और अब वो बंगालियों की तुलना गैर-कानूनी शरणार्थियों से कर रहे हैं.'
परेश ने मांगी माफी
परेश रावल ने अपनी गलती को मान लिया है. उनका कहना है कि उनके शब्दों का जो मतलब निकाला जा रहा है, वो असल में उनका मतलब नहीं था. उन्होंने ट्वीट लिखा, 'बिल्कुल मछली कोई मुद्दा नहीं है. क्योंकि गुजराती भी मछली पकाते और खाते हैं. लेकिन मैं साफ करना चाहता हूं कि बंगाली से मेरा मतलब गैर कानूनी रूप से यहां रह रहे बांगलादेशी और रोहिंग्या मुस्लिमों से था. लेकिन फिर भी अगर मैंने आपकी भावनाओं को आहत किया तो मैं माफी चाहता हूं.'
लेकिन ये विवाद अभी थमा नहीं है. यूजर्स ने परेश के नए ट्वीट पर भी रिएक्शन देना और गुस्सा जाहिर करना शुरू कर दिया है. इस ट्वीट कओ डिलीट करने की मांग कई यूजर्स कर रहे हैं. उनका कहना है कि परेश ने इस ट्वीट में भी गलत बात लिखी है, जिससे ये माफी नहीं लग रहा. दूसरी तरफ बांग्ला पोक्खो ने परेश के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया है.