
शाहरुख खान की फिल्म पठान का गाना बेशर्म रंग जब से रिलीज हुआ है. तब से ही कॉन्ट्रोवर्सी को जबरदस्त हवा मिल गई है. गाने में भगवा बिकिनी पहनने पर दीपिका पादुकोण पर हिंदुओं की भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया जा रहा है. बेशर्म रंग गाने को विशाल ददलानी, शेखर रावजियानी, शिल्पा राव ने गाया है. इस गाने में कुछ बोल स्पैनिश में भी हैं. जिस कैरालिसा ने अपनी आवाज दी है. विवाद बढ़ता देख, कम्पोजर विशाल ददलानी और सिंगर कैरालिसा ने इस गाने पर अपनी राय दी है.
कपड़ों के रंग ही सबकुछ नहीं
इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में कैरालिसा ने कहा- "भगवा रंग का एकमात्र जुड़ाव स्कूल से हमारे राष्ट्रीय ध्वज में है, जो मुझे याद है, यह साहस और निस्वार्थता का प्रतीक है. मुझे नहीं पता कि किस सांसद (मध्य प्रदेश के मंत्री) ने अपराध किया, लेकिन मुझे पूरा यकीन है हमारे देश में एक काल्पनिक फिल्म में इस्तेमाल किए गए कॉस्ट्यूम के रंग की तुलना में कहीं अधिक दबाव वाले मुद्दे हैं, जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है."
पुरानी धुन और नई बीट्स का संगम
वहीं म्यूजिक कम्पोजर विशाल ददलानी और विशाल शेखर ने गाने के बारे में बात करते हुए कहा कि-“बेशरम रंग एक अलग तरह का गाना है. यह कई तरह के जॉनर का संगम है जो इसे संगीत की दृष्टि से बहुत रोमांचक बनाता है. यह लगभग एक पुराने स्कूल की धुन है जिसे आधुनिक बीट के साथ जोड़ा गया है, जो एफ्रो बीट से इन्फ्लुएंज है, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक है.''
विशाल ने आगे कहा- "मैं जो सबसे ज्यादा पसंद करता हूं वह यह है कि एक सच्ची धुन है जो भाषा से परे है,. क्योंकि जब शिल्पा इसे गा रही है, तो यह एक बहुत ही पारंपरिक भारतीय राग लगता है. वहीं जब कैरालिसा इसे स्पेनिश में गाती हैं तो मैं उस राग का एक स्पेनिश संस्करण सुन रहा होता हूं. जो कि रियल लगता है."
बेशर्म रंग गाने को रिलीज के पहले घंटे में ही एक मिलियन व्यूज मिल गए थे. वहीं अब तक गाना यूट्यूब पर 47 मिलियन व्यूज पार कर चुका है. पठान का ये पहला ही गाना है, जो अभी तक रिलीज हुआ है. लेकिन अब भी इसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रेंडिंग लिस्ट में नंबर वन की जगह हासिल की हुई है.