
फिल्ममेकर राकेश रोशन का जीवन उनके लिए आसान नहीं रहा है. उनकी जिंदगी ऐसी लगती है कि मानो वो सिर्फ संघर्ष करने के लिए ही बने हैं. जब उनके पिता लेजेंडरी म्यूजिक डायरेक्टर रोशन नागरथ का निधन हुआ, तब उनपर पूरे घर की जिम्मेदारी आ गई थी. उन्होंने फिल्मों में काम करना शुरू किया लेकिन उन्हें काफी समय तक सफलता नहीं मिल पाई थी.
लेकिन फिर जब उन्होंने फिल्में डायरेक्ट करने का सोचा, तब जाकर उनकी किस्मत में एक बड़ा बदलाव आया. उन्होंने अपने ही डायरेक्शन में अपने बेटे ऋतिक को भी लॉन्च किया. उनके बेटे की फिल्म भी खूब चली लेकिन ये खुशी उनके लिए ज्यादा लंबी नहीं टिक पाई थी. ऋतिक की फिल्म 'कहो ना प्यार है' की रिलीज के ठीक एक हफ्ते बाद, राकेश रोशन पर गोली चलाई गई थी.
जब राकेश रोशन को लगी थी गोली
उनपर ये हमला अंडरवर्ल्ड के द्वारा कराया गया था. हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान राकेश रोशन ने खुलासा किया कि उन्होंने गोली लगने के बाद अपने बेटे ऋतिक को कॉल करके उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी थी. फिल्ममेकर ने बताया, 'जब मुझे गोली लगी, मेरा ड्राइवर बहुत घबरा गया था.'
मैंने उससे कहा कि तुम लंबी सांस लो और गाड़ी चलाओ. तब तक मुझे मालूम नहीं पड़ा था कि मेरे शरीर पर गोली लग गई है. हम लोग पहले सीधा पुलिस स्टेशन गए क्योंकि मुझे ऐसा लगा कि जो मेरे शूटर होंगे वो आसपास होंगे. और अगर ऐसा हुआ तो पुलिस उन्हें पकड़ लेगी. इस दौरान मुझे अहसास हुआ कि मेरी शर्ट खून से गीली हो गई है. खून काफी बह रहा था तो मैंने अपना खून रुमाल से रोकने की कोशिश की.
'गोली लगने के बाद ऋतिक को किया था कॉल'
आगे कहते हैं, 'फिर मैं पुलिस स्टेशन पहुंचा, वहां पर शिकायत दर्ज कराई और फिर पुलिस मुझे अपनी जीप में हॉस्पिटल लेकर गई. मैंने इस दौरान अपने ससुर (जे ओम प्रकाश) को कॉल किया ताकि वो सभी परिवार वालों को बता दें. फिर मैंने ऋतिक को कॉल किया. मैंने उसे कॉल किया, तब वो यश चोपड़ा जी के घर में था. मैंने उससे कहा कि डुग्गू तुम घर से बाहर मत निकलना, तुम्हारे नाना तुम्हें कॉल करेंगे. उन्हीं के साथ मेरे पास आना.'
राकेश रोशन आगे बताते हैं कि जब डॉक्टर उनकी सर्जरी कर रहे थे, तब उन्होंने अपने आप को शांत रखा. क्योंकि वो जानते थे कि अगर वो अशांत हुए तो बाकी परिवार भी चिंता में आ जाएगा. उन्होंने बताया कि जब वो हॉस्पिटल से बाहर निकल आए, उन्हें तब भी अंडरवर्ल्ड से कॉल आया करती थी लेकिन वो उनसे तब भी बिना डरे बात किया करते थे.
'गोली लगने के बाद भी आए अंडरवर्ल्ड से कॉल'
इस बीच उनका परिवार और उनके दोस्त उनसे पूछा करते थे कि क्या उन्हें डर नहीं लगता, तो उन्होंने बताया कि नहीं वो किसी से नहीं डरते. राकेश रोशन आगे बताते हैं कि अंडरवर्ल्ड से उन्हें ऋतिक के लिए भी डरावने कॉल्स आया करते थे. वो उन्हें कहा करते थे कि ऋतिक अपनी फिल्म मिशन कश्मीर की शूटिंग कर रहे हैं. कल आपको एक बुरी खबर मिल सकती है. लेकिन राकेश रोशन उन्हें कहते थे कि ठीक है आने दो. वो ऋतिक को भी इस बीच समझाया करते थे कि उन्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं.
राकेश रोशन को 21 जनवरी साल 2000 में उनके ऑफिस के नीचे दो लोग दिन दहाड़े गोली मारकर चले गए थे. इस घटना के बाद, पूरी इंडस्ट्री में डर का माहौल भी बन गया था. ऋतिक एक वक्त पर अपने पिता पर चली गोली के कारण फिल्म लाइन छोड़ देना चाह रहे थे. क्योंकि उनके पिता ने अंडरवर्ल्ड के साथ कोई समझौता नहीं किया था. जिसके परिणाम स्वरूप उन्हें गोली मारी गई.