
भारत के सिनेमा फैन्स पर RRR की ऑस्कर जीत का खुमार अभी ताजा है. फिल्म के गाने 'नाटू नाटू' ने 'बेस्ट ऑरिजिनल सॉन्ग' का ऑस्कर जीत कर भारतीय जनता को सेलिब्रेट करने का एक बड़ा मौका दिया है. इंडिया के टॉप डायरेक्टर्स में गिने जाने वाले एसएस राजामौली की फिल्म RRR ऑलमोस्ट एक साल पहले, 24 मार्च 2022 को रिलीज हुई थी.
पिछले एक साल में सिर्फ भारत ही नहीं, दुनिया भर में खूब चर्चा पाने वाली RRR का ऑस्कर जीतना इंडियन सिनेमा के लिए एक बड़ी घटना है. दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित सिनेमा अवार्ड्स, ऑस्कर्स में जीतने के लिए किसी भी फिल्म का बेहतरीन होना तो सबसे जरूरी चीज है ही. लेकिन RRR जैसी फिल्मों के केस में 'ऑस्कर लायक' बनने और 'ऑस्कर जीतने' के बीच का सफर जिस एक बात पर बहुत डिपेंड करता है. वो है फिल्म का ऑस्कर कैम्पेन.
RRR ऑस्कर्स में भारत की ऑफिशियल एंट्री बनकर नहीं पहुंची थी. फिल्म की टीम ने अपना खुद का कैम्पेन खड़ा किया और ऑस्कर अवार्ड लेकर लौटी. RRR के ऑस्कर कैम्पेन के दौरान लोगों ने बहुत सारे इंटरनेशनल मंचों पर राजामौली और फिल्म के एक्टर्स राम चरण-जूनियर एनटीआर को देखा. लेकिन इस कैम्पेन में जिस एक व्यक्ति ने खूब कड़ी मेहनत की, वो हैं एसएस कार्तिकेय. आइए बताते हैं RRR के कैम्पेन में कार्तिकेय का क्या रोल था.
कौन हैं कार्तिकेय और क्या करते हैं?
एसएस कार्तिकेय, RRR के डायरेक्टर एसएस राजामौली के बेटे हैं. वो अपने पिता के साथ उनकी फिल्मों में कई तरह के काम करते रहे हैं. राजामौली की 'ईगा' (हिंदी में 'मक्खी') में उन्हें प्रोडक्शन मैनेजर का क्रेडिट दिया गया है. 'बाहुबली' फ्रैंचाइजी, 'मर्यादा रामन्ना' में उन्हें असिस्टेंट डायरेक्टर का क्रेडिट मिला है. रिपोर्ट्स बताती हैं कि RRR पर कार्तिकेय ने बतौर लाइन प्रोड्यूसर काम किया है.
RRR के ऑस्कर कैम्पेन का सितारा
24 जनवरी को ऑस्कर नॉमिनेशन अनाउंस होने से पहले, RRR की इंटरनेशनल डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी वेरियंस फिल्म्स ने एक ट्वीट किया. कंपनी ने ऑफिशियल हैंडल से किए ट्वीट में लिखा, 'हमें कोई आईडिया नहीं है कि कल नॉमिनेशन्स में क्या होगा. लेकिन इतना पता है कि दुनिया भर में सिनेमा देखने वाले लोगों को फिल्म से जो खुशी मिली है और इन रिएक्शन्स से फिल्ममेकर्स को जो खुशी मिली है, वो RRR के एक्सपीरियंस की बेस्ट चीज है.' कंपनी ने RRR के ऑस्कर कैम्पेन को एक बेहतरीन अनुभव बताते हुए फिल्म से जुड़े लोगों का शुक्रिया अदा किया. इस ट्वीट में राजामौली से भी पहले कंपनी ने कार्तिकेय का नाम लिखा था.
RRR को ऑस्कर मिलने के बाद राजामौली की 'बाहुबली' फ्रैंचाइजी के प्रोड्यूसर रहे शोबू यरलागडा ने कार्तिकेय के लिए बधाई भरा खास ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, 'एक बेहद खास तारीफ कार्तिकेय के लिए, जिन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए, बिहाइंड द सीन रहकर चुपचाप एक शानदार कैम्पेन लीड किया. ग्रेट जॉब कार्थ! बहुत बड़ी बधाई!! तुमने ये कर दिखाया!!'
RRR को थी ताबड़तोड़ कैम्पेन की जरूरत
फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने RRR को ऑस्कर में, 'इंटरनेशनल फीचर फिल्म' कैटेगरी के लिए अपनी ऑफिशियल एंट्री नहीं बनाया था. भारत की ऑफिशियल एंट्री 'छेलो शो' थी. मगर फिल्म को इंटरनेशनल फिल्म क्रिटिक्स, फिल्ममेकर्स और टेक्नीशियन्स से जैसा रिस्पॉन्स मिला, वो इशारा था कि RRR को ऑस्कर की दौड़ में शामिल होना चाहिए. ऑस्कर अवार्ड्स देने वाली संस्था, 'द एकेडमी' में लगभग 10 हजार सदस्य हैं. इनमें दुनिया के सबसे बेहतरीन एक्टर्स, डायरेक्टर्स, म्यूजिशियन और फिल्ममेकिंग से जुड़े हर क्षेत्र के लोग हैं. यही लोग अपनी देखी साल भर की फिल्मों में से वो फिल्में चुनते हैं जो ऑस्कर की दौड़ में शामिल होती हैं.
इस दौड़ में शामिल होने का सबसे सीधा, सुरक्षित रास्ता 'इंटरनेशनल फीचर फिल्म' कैटेगरी में होता है, जहां दुनिया भर के देश अपनी चुनी फिल्में भेजते हैं. ये मौका RRR चूक गई थी. ऐसे में एक ही ऑप्शन बचता है... एकेडमी के 10 हजार मेम्बर्स को कन्विंस किया जाए कि आपकी फिल्म ऑस्कर्स के लिए एक मौका डिजर्व करती है. फिल्म अच्छी है तो मेम्बर्स उसे लिस्ट में शामिल कर ही लेते हैं और वोटिंग भी करते हैं. लेकिन ये तभी होगा जब ज्यादा से ज्यादा मेम्बर्स आपकी फिल्म देख चुके हों. यहीं पर कार्तिक ने खूब मेहनत की.
छोड़ दी अपनी पहली फिल्म
कार्तिकेय बतौर प्रोड्यूसर अपनी पहली तेलुगू फिल्म 'आकाशवाणी' बना रहे थे. फिल्म के डायरेक्टर अश्विन गंगराजू थे, जो खुद कार्तिकेय के साथ बाहुबली फ्रैंचाइजी में असिस्टेंट डायरेक्टर रह चुके थे. अप्रैल 2019 तक इस फिल्म का करीब 90% शूट हो चुका था. लेकिन 2020 में उन्होंने अपनी पहली ही फिल्म से हाथ खींचने का फैसला किया. कार्तिकेय उस दौरान अपने पिता राजामौली के साथ RRR पर भी बहुत एक्टिव होकर लगे हुए थे और उनके लिए दोनों फिल्मों पर ध्यान दे पाना मुश्किल हो रहा था.
फिल्म छोड़ते हुए अपने ऑफिशियल नोट में कार्तिक ने लिखा, 'मैं इस प्रोजेक्ट के लिए जितना एक्साइटेड था और इसे अपना सबकुछ देने का फैसला किया, उतना ही मैं दूसरे प्रोजेक्ट के लिए भी डेडीकेटेड हूं जिसपर बतौर लाइन प्रोड्यूसर काम कर रहा हूं (RRR). कभी-कभी इस वजह से मैं उतना समय नहीं दे पाता जितना ये फिल्म (आकाशवाणी) डिजर्व करती है.' फिल्म दूसरे प्रोड्यूसर को सौंप दी गई. 'आकाशवाणी' ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म सोनी लिव पर रिलीज हुई और इसे बहुत अच्छे रिव्यू मिले.
RRR के ऑस्कर कैम्पेन में कार्तिक का रोल
वेरियंस का ट्वीट अपने आप में इस बात का प्रूफ है कि कार्तिक RRR का ऑस्कर कैम्पेन लीड कर रहे थे. रिपोर्ट्स बताती हैं कि एकेडमी के मेम्बर्स के लिए RRR की स्क्रीनिंग करवाने, वोट करने वाले मेम्बर्स को अपनी फिल्म तक लाने में कार्तिक बहुत एक्टिव रहे. सोशल मीडिया पर फिल्म का एग्रेसिव कैम्पेन करने में वो लगातार लगे रहे.
आपने ये जरूर नोटिस किया होगा कि RRR को रिलीज के ऑलमोस्ट एक साल बाद ऑस्कर मिला है, लेकिन इस पूरे समय सोशल मीडिया पर फिल्म का माहौल लगातार बना रहा है. रिलीज के बाद से ही फिल्म के टीजर, ट्रेलर, प्रोमो से लेकर, ध्यान खींचने वाले ग्राफिक्स और शॉर्ट क्लिप्स तक RRR लगातार दिखती रही है. दुनिया के टॉप डायरेक्टर्स स्टीवन स्पीलबर्ग और जेम्स कैमरन से लेकर, एक-एक इंटरनेशनल फिल्म क्रिटिक या फिल्ममेकर ने RRR की जो भी तारीफ की वो लगातार फिल्म की टीम अपने ऑफिशियल हैंडल से शेयर करती रही.
दमदार इंटरनेशनल प्रेजेंस
सिर्फ सोशल मीडिया ही नहीं, एकेडमी मेबर्स की नजर में अपनी फिल्म पहुंचाने का सबसे बेहतरीन रास्ता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल्स और सिनेमा इवेंट्स से होकर जाता है. कार्तिकेय ने इस बात पर पूरा जोर दिया कि तमाम बड़े इंटरनेशनल सिनेमा इवेंट्स में RRR फिल्म पहुंची रहे, और स्क्रीनिंग के बाद मीडिया और फैन्स इंटरेक्शन के लिए टीम के लोग मौजूद हों. इसी का नतीजा है कि आपको अब विकिपीडिया पर RRR को मिले अवार्ड्स का एक पूरा पेज अलग से मिलता है, जिसमें कम से कम 20 इंटरनेशनल अवार्ड्स शामिल हैं.
गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स, हॉलीवुड क्रिटिक्स एसोसिएशन से लेकर लंदन फिल्म क्रिटिक्स सर्कल, न्यू यॉर्क फिल्म क्रिटिक्स सर्कल और जापान एकेडमी तक... हर जगह RRR को या तो नॉमिनेशन मिला या अवार्ड. कार्तिकेय ने फिल्म को उस तरह का एक्सपोजर दिलाने में पूरी जान झोंक दी, जो इसे एकेडमी के मेम्बर्स की नजर के सामने बनाए रखे. बाकी काम राजामौली ने RRR बनाने में अपने हुनर से कर ही दिया था.
इस बात पर कई सिनेमा प्रेमी सहमत दिखेंगे कि RRR का स्केल, इमोशनल हिस्से और टेक्निकल पहलू इंडियन फिल्मों के लेवल के हिसाब से भले बहुत मजबूत हों, मगर स्टोरीटेलिंग के मामले में ये राजामौली की बेस्ट फिल्म नहीं है. मगर फिल्म को मिली जबरदस्त इंटरनेशनल अटेंशन को एक ऑस्कर अवार्ड में बदलने में कार्तिकेय की मेहनत को पूरा क्रेडिट जाता है.