
संजय लीला भंसाली के डायरेक्शन में बनी देवदास आज भी सिनेमा के इतिहास में आइकॉनिक फिल्मों की लिस्ट में शुमार है. फिल्म में शाहरुख खान ने देवदास का किरदार निभाया था तो वहीं ऐश्वर्या राय- पारो और माधुरी दीक्षित- चंद्रमुखी के रोल में थीं.
शाहरुख खान ने फिल्म के एक सीन में जान डालने के लिए अपने चेहरे पर शहद तक लगा लिया था. एक्टर का दिमाग 24 घंटे किस कदर क्रिएटिवली काम करता है ये देख डायरेक्टर विक्रमादित्य मोटवाने इम्प्रेस हो गए थे. तब वो भंसाली को असिस्ट कर रहे थे.
चेहरे पर लगाया शहद
विक्रमादित्य ने खुलासा किया कि ये उनके लिए कितना शॉकिंग इंसीडेंट था, क्योंकि शाहरुख ने सीन को रियल दिखाने के अपनी ओर से क्रिएटीविटी ऐड की थी. लल्लनटॉप से बातचीत में डायरेक्टर ने शाहरुख को शानदार बताते हुए पूरा किस्सा बताया. वो बोले- मैं आपको उनके बारे में एक इंसीडेंट बताता हूं.
''हम देवदास के क्लाइमेक्स की शूटिंग कर रहे थे, जहां शाहरुख का किरदार मर जाता है और ऐश्वर्या दौड़कर उसके पास आती है. शाहरुख एक पेड़ के नीचे लेटे हुए थे. अचानक, उसने एक असिस्टेंट से पूछा कि क्या हम उनके लिए थोड़ा शहद ला सकते हैं. हम सभी को कुछ नहीं पता था. फिर भी, हम उन्हें शहद लाकर दे गए. जब हमने शहद लाकर दिया, तो उन्होंने शहद में से कुछ बूंदे लेकर अपने चेहरे पर लगा लिया.''
शाहरुख के चेहर पर भिनभिनाई मक्खियां
विक्रमादित्य बोले- उन्होंने ऐसा अपने चेहरे पर मक्खियां लाने के लिए किया, जैसे मरते हुए आदमी के चेहरे पर मक्खियां बैठी होती हैं. ये पूरी तरह से उनका आइडिया था. एक आदमी का दिमाग लगातार ये सोचने में लगा रहता है कि वो उस पल को कैसे बेहतर बना सकता है. और वो शाहरुख खान हैं. वो फिल्मों में बहुत छोटी-छोटी चीजें करते हैं जो बड़ा बदलाव लाती हैं. साथ ही, वो सभी को बहुत खास महसूस कराते हैं.
विक्रमादित्य ने कहा कि आमतौर पर ये डायरेक्टर का कर्तव्य होता है कि वो उन चीजों के बारे में सोचे जो किसी सीन को बेहतर बना सकती हैं, लेकिन शाहरुख खान किसी सीन को बेहतर बनाने के लिए बदलाव करने से कभी नहीं कतराते.
विक्रमादित्य मोटवाने की हाल ही में ब्लैक वारंट रिलीज हुई है, इससे पहले वो लुटेरा जैसी फिल्में बना चुके हैं.