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पढ़ाई में टॉपर है 'घोड़े पे क्यों सवार है' गाने वाली 24 साल की सिंगर, जीत चुकी गोल्ड मेडल

सिरीशा भागवतला बॉलीवुड इंडस्ट्री की यंग सिंगर हैं. उन्हें आप सभी ने इंडियन आइडल 2020 में देखा होगा. इंडियन आइडल सीजन 12 में सिरीशा भागवतला ने बतौर कंटेस्टेंट भाग लिया था. श्रीशा, 26 साल की हैं और आंध्रप्रदेश के विशाखापटनम की रहनेवाली हैं. उन्होंने ही कला फिल्म के फेमस गाने 'घोड़े पे सवार' को गाया है.

सिंगर सिरीशा भागवतला, एक्ट्रेस तृप्ति डिमरी सिंगर सिरीशा भागवतला, एक्ट्रेस तृप्ति डिमरी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 13 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 7:57 PM IST

इन दिनों इंस्टाग्राम रील्स में सबसे ज्यादा जिस गाने का इस्तेमाल हो रहा है वो है 'घोड़े पर सवार'. नेटफ्लिक्स की फिल्म कला के इस गाने के बोल हर किसी की जुबां पर छाए हुए हैं. 'कोई कैसे उन्हें ये समझाए, सजनिया के मन में अभी इनकार है... जानें बलमा घोड़े पे क्यों सवार है.' गाने के ये बोल आपको इन दिनों हर इंस्टा रील में सुनने को मिल जाएंगे. फिल्म में इस गाने को एक्ट्रेस तृप्ति डिमरी ने परफॉर्म किया है, लेकिन इसके पीछे असली आवाज सिंगर सिरीशा भागवतला की है.

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कौन है फेमस गाने की सिंगर?

सिरीशा भागवतला बॉलीवुड इंडस्ट्री की यंग सिंगर हैं. उन्हें आप सभी ने इंडियन आइडल 2020 में देखा होगा. इंडियन आइडल सीजन 12 में सिरीशा भागवतला ने बतौर कंटेस्टेंट भाग लिया था. श्रीशा, 26 साल की हैं और आंध्रप्रदेश के विशाखापटनम की रहनेवाली हैं. अपने गाने के फेमस होने और अपनी सुरीली आवाज से लोगों को मंत्रमुग्ध करने वाले सिरीशा भागवतला ने एक इंटरव्यू में बताया है कि कैसे उन्हें फिल्म 'कला' के लिए गाने का मौका मिला था. 

सिरीशा भागवतला को कैसे मिला कला के लिए गाने का मौका?

एक इंटरव्यू में सिरीशा भागवतला बताती हैं कि उन्होंने पहले तमिल और तेलुगू में गाने गाए हुए हैं. लेकिन ये पहली बार है जब उन्हें पूरा साउन्ड कार्ड गाने को मिला. वो कहती हैं, 'तो ये मिलने का प्रोसेस काफी इत्तेफाक से हुआ. मेरा एक भाई म्यूजिशियन है. भाई ने अपना गाना म्यूजिक कम्पोजर अमित त्रिवेदी को सुनाया था. उस गाने को मैंने और उनकी बहन ने गाया था. अमित सर को मेरी आवाज पसंद आई और उन्होंने भाई से पूछा कि किसने ये गाना गाया है. इसी तरह मुझे कला फिल्म में गाना गाने का मौका मिला. इस कहानी की दूसरी साइड ये है कि फिल्म के एक प्रोड्यूसर ने मुझे इंडियन आइडल पर देखा था. तो उन्होंने सोचा कि अरे इनसे गवाते हैं ये गाना. इन्हीं दो तरीकों से मुझे ये मौका मिला.'

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सिरीशा भागवतला का जन्म तेलुगू भाषी परिवार में हुआ था. उन्होंने अपने घर और परवरिश के बारे में बताया, 'मैं बचपन से बहुत पुराने गाने सुनती हूं. इन गानों के लिए ओपन सिंगिंग की जरूरत होती है, क्योंकि मैं उसी बैकग्राउंड से आती हूं मुझे उतनी दिक्कत नहीं हुई. मैंने जब कला के दोनों गाने- फेरो ना नजरिया और घोड़े पे सवार को सुना तो मैंने सोच कि अरे बाप रे ये ट्यून तो काफी कैची है. दो-तीन बार सुनने से ही ये गाने पूरा दिमाग में बैठ गए थे.'

बॉलीवुड में आने के बारे में नहीं सोचा था

कला में वैसे तो सिरीशा भागवतला ने कुल छह गाने गाए हैं. लेकिन उन्होंने कभी बॉलीवुड में डेब्यू के बारे में सोचा ही नहीं था. सिंगर ने बताया कि किसी ने उन्हें प्रोफेशनली नहीं लिया. सिरीशा भागवतला कहती हैं, 'मेरे दादाजी कवि, लेखक और सॉन्ग राइटर हैं. वो सबकुछ तेलुगू भाषा में लिखते हैं और श्रीशा और उनकी बहन गाते थे. मेरे पिता कीबोर्ड बजाते हैं और गाते हैं. वो कविताएं और कहानियां तेलुगू और हिंदी भाषा में लिखते हैं. तो कविताएं और गाने उनकी जिंदगी का हिस्सा हमेशा से थे लेकिन परिवार में किसी ने इसे प्रोफेशन बनाने का नहीं सोचा.'

सिरीशा भागवतला के मुताबिक, उनके दादाजी नौकरी करते हैं और पिता भी नौकरी करते हैं. तो सिंगर का भी यही मानना था कि म्यूजिक तो रहेगा ही जिंदगी में, क्योंकि वो उनको बहुत पसंद हैं लेकिन उन्हें आगे जाकर नौकरी करनी है. इसी वजह से सिरीशा भागवतला ने अपनी पढ़ाई पर बहुत ध्यान दिया है. 

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गोल्ड मेडलिस्ट हैं सिरीशा भागवतला

वो कहती हैं, 'मैंने एमवीजीआर कॉलेज से मैंने बी-टेक की है. मैं इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में गोल्ड मेडलिस्ट रही हूं. मैं पढ़ाई में भी अच्छी थी. मैं दिलचस्पी भी रखती थी. मुझे एक एमएनसी कंपनी में नौकरी भी मिली है. लेकिन वो नौकरी चेन्नई में नहीं थी, इसलिए मैंने छोड़ दी. मैंने फैसला किया था कि मैं चेन्नई में रहकर म्यूजिक की प्रैक्टिस करूंगी. अगर वो नौकरी चेन्नई में होती, तो मैं आज जॉब कर रही होती.'

 

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