
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद कोरोना काल में जिस तरह से देशवासियों की मदद करते जा रहे हैं वो देखना अपने आप में काफी अद्भुत है. चाहे कैसी भी चुनौती हो सोनू सूद लोगों की मदद में लगे हुए हैं और उनके इस स्वभाव ने लोगों का भरोसा जीता है. साथ ही अब लोगों को सोनू सूद से एक उम्मीद भी रहती है. आमतौर पर तो कोरोना काल में सभी बच्चे ऑनलाइन क्लास करने के अभ्यस्त हो चुके हैं. मगर जरा सोचिए कि जिन क्षेत्रों में नेटवर्क ना हो वहां पर बच्चों की पढ़ाई पर कैसा असर पड़ता होगा. जब सोनू सूद को इस बारे में पता चला तो उन्होंने फौरन मदद का ऐलान कर दिया.
मदद को आगे आए सोनू सूद
मामला उत्तरी केरल के वायनाड का है. सरकारी डाटा की मानें तो इस जिले का 74.10 फीसदी एरिया जंगल है. यहां पर आदीवासी भी भारी मात्रा में रहते हैं. यहां पर हरियाली है, शुद्ध वातावरण है मगर जिस एक चीज की कमी है वो है नेटवर्क कनेक्टिविटी. इंडिया टुडे ने जब इस क्षेत्र में खराब नेटवर्क और इसकी समस्या से जूझ रहे विद्यार्थियों पर खबर बनाई तो उसके बाद जाकर ये बात सोनू सूद तक पहुंची. सोनू सूद ने हाल ही में ट्वीट कर इंडिया टुडे के जर्नलिस्ट गोपी उन्नीथन को आश्वासन दिया कि वायनाड में नया टावर लगाया जाएगा.
सोनू सूद लगवा रहे मोबाइल टावर
सोनू सूद ने ट्वीट करते हुए लिखा- किसी की भी पढ़ाई अधूरी नहीं रहेगी. @Itsgopikrishnan वायनाड में सभी को बता दीजिए कि हम वहां पर मोबाइल टावर इंस्टाल करने के लिए एक टीम भेज रहे हैं. @Karan_Gilhotra अब वक्त आ गया है कि हम अपनी सीटबेल्ट कस कर बांध लें. एक और मोबाइल टावर लगाने का वक्त आ गया है. @SoodFoundation
कोई पुल तो कोई भीषण गर्मी में कर रहा ऑनलाइन पढ़ाई, वायनाड में कनेक्टिविटी ने बढ़ाया सिरदर्द
बच्चों को पढ़ाई हो रही थी बाधित
बता दें कि इंडिया टुडे के पत्रकार गोपी उन्नीथन ने जब बच्चों से पढ़ाई में हो रही बाधा को लेकर सवाल किए तो सबका जवाब एक जैसा ही था. सभी को खराब नेटवर्क के चलते ऑनलाइन क्लासेज करने में दिक्कत हो रही थी. खासतौर पर जिनकी 10वीं और 12वीं की पढ़ाई है उनके लिए तनाव ज्यादा बढ़ जाता है. विद्यार्थियों ने खराब नेटवर्क की वजह से कई क्लासेज मिस होने की बात कही. अब जब सोनू सूद ने अपनी तरफ से मदद का ऐलान कर दिया है जो जरूर ही ये केरल के वायनाड स्थित स्टूडेंट्स के लिए राहत की बात होगी.