
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद फिल्म इंडस्ट्री में भले ही औसत या निगेटिव रोल्स में नजर आए हों मगर कोरोना काल में वे देश के तमाम लोगों के लिए भगवान समान हो गए हैं. देश की जनता द्वारा उन्हें द रियल हीरो, गॉड और मसीहा जैसे उपनाम दिए जा रहे हैं. अब आंध्रप्रदेश में सोनू सूद के लिए स्थानीय निवासियों ने एक मंदिर बना दिया है. लोगों के प्रति सोनू सूद के हैल्पिंग नेचर को देखते हुए उनका मंदिर बना दिया गया है और उन्हें भगवान का दर्जा दे दिया गया है. इस पर खुद एक्टर का रिएक्शन भी आ गया है.
सोनू सूद के लिए आंध्रप्रदेश के Dubba Tanda गांव में एक मंदिर बनाया गया है. इस पर रिएक्ट करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा है. उन्होंने कहा है कि- ये वाकई में मेरे लिए बहुत ज्यादा खुशी की बात है मगर मैं ये बता देना चाहता हूं कि ये सब मैं डिजर्व नहीं करता. मैं बस एक कॉमन आदमी हूं जो अपने भाइयों और बहनों की मदद करता है. बता दें कि सोनू सूद सोशल मीडिया के जरिए लोगों से मुखातिब होते हैं, उनकी मदद को सुनते हैं और उसका निष्कर्ष भी निकालते हैं. वे तुरंत अपनी कही बात पर अमल भी करते हैं. उन्होंने देश की जनता का भरोसा जीता है और अब वे लोगों का बेशुमार प्यार पा रहे हैं.
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लॉकडाउन में प्रवासियों की खूब की मदद
लॉकडाउन में जब प्रवासियों को सबसे ज्यादा मदद की जरूरत थी, सोनू सूद लोगों की मदद के लिए आगे आए थे और उन्होंने लोगों को उनके घर-गांव तक पहुंचाया था. इसके बाद विदेश में फंसे लोगों को लाने के लिए भी सोनू सूद ने अपनी ओर से अथक प्रयास किए. अब वे लॉकडाउन और लोगों को मदद करने के अपने इस कार्य पर एक किताब लिखने की सोच रहे हैं. इसका टाइटल उन्होंने आई एम नो मसीहा रखा है. सोनू सूद द्वारा लोगों की मदद करने का सिलसिला बहुत समय से चला आ रहा है. लॉकडाउन में जॉब खो चुके लोगों के लिए भी कुछ समय पहले सोनू सूद ने स्कीम लॉन्च की थी जिसके तहत बेरोजगारों को ई-रिक्शा दिलाने की बात कही गई थी ताकि वे अपना गुजर बसक कर सकें.