
बॉलीवुड एक्टर सुनील दत्त का कद फिल्म इंडस्ट्री में बहुत ऊंचा है. उन्होंने कई फिल्मों में अपने अभिनय से लोगों का दिल जीता है. एक्टर ने यूं तो रोमांटिक फिल्में कीं और उन्हें जाना भी रोमांटिक फिल्मों के लिए ही है मगर इससे अलग वे कुछ फिल्मों में डाकू का रोल प्ले करते भी नजर आए. यहां भी अपने अभिनय से उन्होंने लोगों का दिल जीता. एक्टर की पुण्यतिथि पर बता रहे हैं उनके करियर से जुड़ी कुछ बातें.
सुनील दत्त ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत साल 1955 में रेलवे प्लेटफॉर्म फिल्म से की. मदर इंडिया और साधना जैसी फिल्में कर के उन्हें पॉपुलैरिटी मिली. इसके बाद साल 1963 में उन्होंने मुझे जीने दो नाम की एक फिल्म में काम किया. इस फिल्म में वे पहली बार डाकू के रोल में नजर आए. फिल्म में उनके रोल की खूब प्रशंसा की गई. सुनील दत्त ने उस समय अपने करियर की शुरुआत ही की थी. उन्हें इंडस्ट्री में आए अभी सिर्फ 6-7 साल ही हुए थे. उन्होंने एक लीड एक्टर के तौर पर खुद को इस्टेब्लिश ही किया था कि उन्होंने अचानक से एक डाकू बनने की ठान ली. अब ये दांव उनपर उलटा भी पड़ सकता था. मगर ऐसा हुआ नहीं. फिल्म में ना सिर्फ उनकी एक्टिंग को पसंद किया गया बल्कि इस फिल्म के माध्यम से पहली बार ऐसा हुआ कि डाकुओं के प्वाइंट ऑफ व्यूज भी दिखाए गए.
20 फिल्मों में बने डाकू
सुनील दत्त ने अपने पूरे करियर में करीब 20 फिल्मों में डाकू और एंटी हीरो का रोल प्ले किया. मगर वे अपने करियर में कभी ऐसे रोल करने के लिए टाइपकॉस्ट नहीं हुए. उन्होंने रेश्मा और शेरा, मुझे जीने दो, जानी दुश्मन, बदले की आग और राज तिलक जैसी फिल्मों में डाकू के रोल प्ले किए.
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बदला अपना असली नाम
एक्टर का असली नाम बलराज दत्त था. मगर जब वे फिल्मों में आए तो उस समय बलराज साहनी एक बहुत बड़े एक्टर हुआ करते थे. उन्होंने इस वजह से कि आगे नाम को लेकर कोई कन्फ्यूजन ना हो अपना नाम बदल कर सुनील दत्त रख लिया. एक्टर ने नरगिस दत्त से शादी की. उनकी आखिरी फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस थी जो साल 2003 में आई थी. फिल्म में उनके बेटे संजय दत्त लीड रोल में थे. 25 मई, 2005 को 75 साल की उम्र में उनका निधन हो गया.