
बॉलीवुड एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती सलाखों के पीछे हैं और सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड मामले में ड्रग एंगल में वो फंसी हैं जिसकी वजह से उन्हें 14 दिनों तक जेल में रखने का आदेश दिया गया है. एनसीबी से चली लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया उनके भाई शोविक भी ड्रग्स मामले में जेल में हैं. रिया चक्रवर्ती का परिवार तो इस खबर से दुखी है ही, साथ ही रिया चक्रवर्ती के गांव के लोग भी इस खबर से चकित हैं.
रिया चक्रवर्ती के रिश्तेदारों ने तो इसपर बात करने से भी मना कर दिया है. मगर आसपस के लोगों से पता चला है कि सभी इस खबर से चकित हैं. दरअसल रिया के रिलेटिव्स ने तो इस मामले पर कुछ नहीं बोला मगर गांव के पूर्व एमपी ने बताया कि रिया का परिवार उस समय से इस गांव का नामी परिवार रहा है जब रिया के दादा दीवान हुआ करते थे और झारखंड की कोलमाइन कंपनी में बड़े अधिकारी थे. मगर इसके अलावा रिया के परिवारवालों में से किसी ने भी कैमरे के सामने अपनी प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया.
बता दें कि कोविड, कोरोना, लॉकडाउन, इन सभी को पीछे छोड़ते हुए, देश के लोगों की निगाहें अब इस बात पर हैं कि सुशांत राजपूत की आत्महत्या के पीछे कौन है. दोष की उंगली कई लोगों पर जा रही हैं मगर कोई भी पुख्ता सबूत ना होने की वजह से सीबीआई को जांच में दिक्कतें आ रही हैं. बंगाली अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को एनसीबी ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया.
कहां है रिया का पैतृक गांव
रिया चक्रवर्ती का मूल घर पुरुलिया में बाघमुंडी के तुनतुरी इलाके में है. ये पश्चिम बंगाल में पड़ता है. सुशांत केस में रिया का नाम इस तरह आने से उनके परिवार के साथ-साथ रिश्तेदार भी काफी चकित हैं और गुस्साए भी हैं. इलाके के लोग भी घटना को स्वीकार नहीं करना चाहते हैं. पुरुलिया के बाघमुंडी क्षेत्र का तुनतुरी गाँव, जहां रिया चक्रवर्ती के दादा यहाँ के 12 मौजाओं के दीवान थे. घर में 323 वर्षों से पारिवारिक दुर्गा पूजा होती आ रही है. यहां पर नट मंदिर भी है. रिया चक्रवर्ती के दादा शिरीष चक्रवर्ती झारखंड के धनबाद में कोलियरी मैनेजर थे. वहीं पर रिया के पिता और चाचा पले बढ़े.
बाद में उन्होंने विभिन्न स्थानों का दौरा किया. लेकिन एक समय था जब भारत के विभिन्न हिस्सों में बिखरे हुए चक्रवर्ती परिवार पूजा के लिए दुर्गा पूजा में गांंव आते थे और कुछ दिन बिता कर जाते थे. यह बात तुनतुरी गांंव में चक्रवर्ती परिवार के लोगों ने कही. आज से 20-22 साल पहले, रिया चक्रवर्ती के पिता रिया को लेकर तूनतूरी गांंव आए थे. रिया का छोटा भाई(शोविक) तब पैदा नहीं हुआ था.
इसके बाद वे लोग फिर नहीं आए. उनका वह घर अब भी है. अब लगभग बर्बाद हो चुका है और जंगलों से घिरा हुआ है. परिवार का कोई भी सदस्य इस विवादास्पद मुद्दे के बारे में अपना मुंह नहीं खोलना चाहता. पड़ोसियों ने बताया कि रिया चक्रवर्ती के पूर्वज इसी गांव के हैं. आइए जानते हैं कि गांव के पड़ोसियों ने इसपर क्या-क्या कहा?
पड़ोसी- ज्योतिंद्रनाथ चट्टराज
तुनतुरी एक बहुत समृद्ध गांव है. चक्रवर्ती परिवार इस क्षेत्र के दीवान के रूप में, एक समय वह काफी प्रसिद्ध था. उच्च शिक्षित चक्रवर्ती परिवार के सदस्य भारत के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न सरकारी उच्च पदों पर कार्यरत हैं. चक्रवर्ती परिवार पर ऐसा आरोप लगाए जा सकते हैं जिसकी कल्पना भी नहीं कर सकते हैं.
पूर्व सांसद - वीरसिंह महतो
चक्रवर्ती परिवार के बारे में इस पीढ़ी के लोग विवाद के लिए मुंह खोलने से हिचकते हैं. एक नटमंदिर है, एक उजड़ा हुआ घर है, एक दुर्गा मंडप है. रिया चक्रवर्ती के पिता के वित्तीय सहयोग से बनाया गया एक दुर्गा पूजा भंडार घर है. लेकिन परिवार से लेकर ग्रामीणों तक कोई भी अब इस पूरे मामले का हिसाब नहीं मिला पा रहे है.