
सैफ अली खान स्टारर अमेजन प्राइम की वेब सीरीज तांडव को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है. सीरीज के सीन और संवाद को लेकर लोगों में आक्रोश जारी है. बीजेपी नेताओं ने तांडव पर बैन लगाने की मांग की है. उनका आरोप है कि सीरीज में हिंदू देवी-देवताओं को अपमानित किया गया है. उन्होंने सीरीज को एंटी-दलित भी बताया है. आइए जानें सीरीज के उस सीन और संवाद की डिटेल जिसपर सबसे ज्यादा विरोध जताया जा रहा है.
सोशल मीडिया के मुताबिक सीरीज में सबसे ज्यादा विरोध एक मुस्लिम एक्टर यानी मोहम्मद जिशान अयूब को भगवान शिव के रूप में दिखाना है. सीरीज के एक सीन में जिशान कैंपस के थिएटर फेस्टिवल में भगवान शिव का कैरेक्टर प्ले करते हैं. सीरीज में जीशान अयूब के उक्त सीन का विरोध किया जा रहा है, जिसमें वे भगवान शिव बनकर एक्टिंग कर रहे हैं. उस वीडियो में जीशान के साथ एक अन्य एक्टर स्टेज पर हैं.
ये है सीन की डिटेल
''एक्टर कहता है- भोलेनाथ प्रभु ईश्वर, ये राम जी के फॉलोअर्स दिन-पर-दिन सोशल मीडिया पर बढ़ते ही जा रहे हैं, लगता है हमें भी कोई नई सोशल मीडिया स्ट्रैटजी बना लेनी चाहिए. इसपर जिशान कहते हैं- क्या करूं, नई फोटो लगाऊं. एक्टर कहता है- भोलेनाथ आप बहुत ही भोले हैं, कुछ नया कीजिए बल्कि कुछ नया ट्वीट कीजिए, कुछ सेंसेशनल, कोई भड़कता हुआ शोला, जैसे कि कैंपस के सारे विद्यार्थी देशद्रोही हो गए, आजादी-आजादी के नारे लगा रहे हैं.
इसके बाद जिशान कहते हैं- आजादी...व्हाट द .... (बीप) जब मैं सोने गया था तब तक तो आजादी कूल चीज हुआ करती थी. अब बुरी हो गई क्या. फिर स्टूडेंट्स की ओर देखते हुए पूछते हैं- हां भई किस चीज से आजादी चाहिए तुम लोगों को. स्टूडेंट्स की ओर से जवाब आता है- भुखमरी से आजादी, सामंतवाद से आजादी, जातिवाद से आजादी, अत्याचारों से आजादी. जिशान कहते हैं- हां हां देश से आजादी नहीं चाहिए देश में रहते हुए आजादी चाहिए. अरे भई उनको समझाओ ना कि जियो लेकिन हमें भी जीने दो.''
वायरल सीन का कन्हैया कुमार से कनेक्शन
यहां भगवान शिव बने जिशान कैंपस के छात्रों की आजादी की बात कर रहे हैं. वे कह रहे हैं कि इन छात्रों को देश में रहकर आजादी चाहिए, देश से आजादी नहीं चाहिए. इस वायरल सीन को जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार से जोड़कर देखा जा रहा है. कुछ साल पहले जेएन्यू कैंपस में उन्होंने भी आजादी के नारे लगवाए थे.
एक्टर्स के धर्म को लेकर उठाया सवाल
बवाल का मुद्दा जिशान का लेकर सबसे ज्यादा फोकस्ड है. इसके पीछे वजह यह भी है कि जिशान देश के कई मुद्दों पर बेबाक राय रखते हैं. पिछले साल जिशान एंटी-CAA आंदोलन में शामिल थे और अभी दिल्ली में किसान आंदोलन में भी उनकी मौजूदगी रही. सोशल मीडिया पर जिशान और सीरीज के डायरेक्टर अली अब्बास जफर के धर्म को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. विरोधियों के मुताबिक मुस्लिम कलाकार हिंदू देवी-देवताओं की अच्छी छवि नहीं दिखा रहे हैं.
इस सीन पर भी लोगों ने जाई आपत्ति
उसी कनेक्शन की वजह से सोशल मीडिया पर इसे ट्रोल किया गया है और इसी सीन को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है. वैसे सीरीज के कुछ अन्य सीन्स पर भी लोगों ने आपत्ति जताई है. जैसे कि एक सीन में एक्टर डिनो मौर्या कहते हैं कि जब एक छोटी जात का आदमी एक ऊंची जात की औरत को डेट करता है ना तो वो बदला ले रहा होता है सदियों के अत्याचारों का सिर्फ उस एक औरत से.
तांडव के इस सीन पर एफआईआर दर्ज
इसके अलावा भी तांडव को लेकर लखनऊ के थाना हजरतगंज में एक पुलिस इंस्पेक्टर की तरफ से अमेजन प्राइम की इंडिया हेड अपर्णा पुरोहित, वेब सीरीज तांडव के डायरेक्टर अली अब्बास, प्रोड्यूसर हिमांशू कृष्ण मेहर और राइटर गौरव सोलंकी के खिलाफ धारा 153A, 295, 505 (1)(b), 505(2), 469, 66, 66f, 67 के तहत एफआईआर दर्ज करवाई गई है. एफआईआर में एक विशेष समुदाय के खिलाफ भावनाएं भड़काने और देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ अशोभनीय चित्रण करने की बात कही गई है.