
आपका बॉलीवुड ग्राफ कैसा रहा? खुद को फिल्म इंडस्ट्री में कहां स्टैंड होते देखती हैं? जिस तरह बड़ी बहन काजोल का करियर इंडस्ट्री में ओवर द टॉप रहा, आप वहां तक नहीं पहुंच पाईं? बड़े स्टार्स के साथ काम करने का भी फायदा नहीं मिला? क्या आपने बॉलीवुड से ब्रेकअप कर लिया है? सालों का गैप दिखा, फिल्म की पर नहीं चली, फिर रियलिटी शोज किए तो भी आगे काम नहीं मिल पाया, इसपर क्या कहेंगी? आप एक नेपो किड रही हैं, फिर भी करियर का ग्राफ नीचे ही गिरता दिखा है? आपके तो जीजू भी अजय देवगन हैं, उनका प्रोडक्शन हाउस है, क्या वह आपको किसी रोल में फिट नहीं कर पाए? फिल्मों से ज्यादा अपने रिलेशनशिप, एग्स फ्रीज कराने से लेकर अरमान कोहली संग सगाई करने के चलते आप चर्चाओं में रहीं, इन सबका करियर पर क्या असर पड़ा....
साल 2021 में फिल्म 'कोड नेम अब्दुल' से पांच साल बाद वापसी करने वाली एक्ट्रेस मीडिया से भरे कमरे में बैठी हैं. इंटरव्यू लेने आए सभी मीडियाकर्मी इस तरह के सवाल दाग रहे हैं... बिना घबराए और झिझके यह जवाब दे रही हैं. कहां क्या कमी रही, यह भी बता रही हैं. पर जब सवाल पर्सनल लाइफ से जुड़े किए गए, तो यह थोड़ा चुप रहीं. जवाब को शायद घुमाने की कोशिश करती नजर आईं. हालांकि, आजतक जो भी इन्होंने किया डंके की चोट पर किया.
हम बात कर रहे हैं एक्ट्रेस तनीषा मुखर्जी की, जिन्होंने साल 2003 में फिल्म 'श्श्श...' से डेब्यू किया था और यहां से आगे पूरे पांच साल तक इनका करियर ग्राफ धीमे- धीमे ऊपर जा तो रहा था, पर इसके बाद इनकी फिल्में कब आईं, कब गईं, किसी को नहीं पता.
ज्योतिष के चक्कर में फंसीं तनीषा
एक होटल के बाहर मर्सेडीज गाड़ी रुकती है. फुल मेकअप किए, गॉर्जियस ड्रेस पहने, हाई हील्स में तनीषा होटल के बाहर मेन गेट पर उतरती हैं. चेकिंग करवाकर एंट्री लेती हैं. वहां मौजूद हर कोई उन्हें देखकर स्टारस्ट्रक (किसी मशहूर खूबसूरत व्यक्ति को देखते ही रह जाना) हो रहा है. 40 पार उम्र होने के बावजूद जो तनीषा के चेहरे पर चमक और सादगी है, उसके तो क्या ही कहने. हर कोई उनका कायल हो रहा है. लॉबी से वॉक करते हुए तनीषा लिफ्ट लेती हैं और एक बड़े से हॉल में पहुंचती हैं. जहां मीडिया उनका इंतजार कर रही होती है. फिल्म 'कोड नेम अब्दुल' के बारे में छोटी- मोटी जानकारी देती हैं और फिर शुरू होता है एक्ट्रेस के साथ वन-टू-वन सेशन.
बॉम्बे टाइम्स को दिए इंटरव्यू में तनीषा ने बताया कि जब उनका करियर उड़ान नहीं भर रहा था तो उन्होंने हर कोशिश की कि वह अपने पैर इंडस्ट्री में जमा सकें. बात यहां तक पहुंच गई कि तनीषा, ज्योतिष के चक्कर में फंस गईं. वह कहता, फिल्म रिलीज से पहले पूजा कराने को तो एक्ट्रेस करवातीं, वह कहता कोई मोती पहनने को तो एक्ट्रेस पहनतीं. पर एक वक्त ऐसा आया कि तनीषा को समझ आने लगा कि इनमें से कुछ काम नहीं आने वाला है.
तनीषा, लगातार डायरेक्टर्स से मिल रही थीं. उनसे काम मांग रही थीं, पर किसी ने उनकी मदद नहीं की. जिस डायरेक्टर से मिलने जातीं, वहां से एम्बैरेस होकर लौटतीं. कोई इन्हें अपनी फिल्म में कास्ट नहीं करना चाहता था. तनीषा काफी निगेटिव लाइट में आ गई थीं. आलम यह हो गया था कि डायरेक्टर्स ने इनके मुंह पर कहना शुरू कर दिया था कि उनके पास तनीषा के लिए काम नहीं.
कैसा बीता बचपन?
तनीषा अपनी बहन काजोल से चार साल छोटी हैं. बचपन में यह लोरी नहीं, बल्कि फिल्मों की स्क्रिप्ट सुनकर सोती थीं. तनीषा के पिता शोमू मुखर्जी बहुत बड़े डायरेक्टर रहे. मां, तनुजा बहुत खूब एक्ट्रेस रह चुकी हैं. और इनकी बहन काजोल एक सुपरस्टार हैं. अगर बात करें इनके जीजू अजय देवगन की तो बॉक्स ऑफिस पर वह करोड़ों से नीचे तो बात ही नहीं करते हैं. तनीषा एक फिल्मी बैकग्राउंड से आती हैं. इनके दादा शशाधर मुखर्जी ने मुंबई में फिल्मालय स्टूडियो बनाया था. तनीषा की नानी भी फिल्मी जगत में एक्टिव रहीं. मांसी नूतन के तो क्या ही कहने. अपने आप में एक बहुत बड़ा नाम रहीं. यानी कहना गलत नहीं होगा कि तनीषा का बचपन फिल्मी माहौल में ही पला-बड़ा है. इनकी मां तनुजा पैसा कमाने के लिए इस इंडस्ट्री में आई थीं. तो वहीं, काजोल ने शौक में इस फील्ड को पकड़ा था. लेकिन तनीषा ने बहुत सोच- समझने के बाद ही बॉलीवुड में कदम रखने का निर्णय लिया था.
बता दें कि तनीषा जब केवल पांच महीने की थीं तो इनके पेरेंट्स का तलाक हो गया था. ऐसे में एक्ट्रेस अपनी मां के बेहद करीब रहीं. चार साल फिल्म और मीडिया कम्यूनिकेशन्स की पढ़ाई करने के लिए ऑस्ट्रेलिया चली गईं. इंडिया वापस आकर पहले तो यह वीजे बनीं. इसके बाद डेब्यू की तैयारियों में जुट गईं. कहा जाता है कि तनीषा जब पढ़ाई कर रही थीं तो शेखर कपूर ने इन्हें फिल्म 'तारा रम पम' के लिए लीड रोल ऑफर किया था. पर फोन पर ही तनीषा ने इसके लिए मना कर दिया था. शेखर ने कहा था कि सही समय है, तुम फिल्म साइन कर लो, लेकिन तनीषा अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद ही बॉलीवुड में आना चाहती थीं.
राजश्री बैनर तले करने वाली थीं डेब्यू
जब तनीषा निषा अपने डेब्यू की तैयारी कर रही थीं तो राजश्री से एक शाम इन्हें कॉल आई और इन्हें स्टूडियो मिलने बुलाया गया. एक्ट्रेस मिलने गईं. सब बातचीत की. और करीब- करीब सबकुछ फाइनल ही था कि फिल्म बंद बस्ते में चली गई. तनीषा ने राजश्री की उम्मीद छोड़ दी और फिर डेब्यू किया फिल्म 'श्श्श...' से. यह फिल्म कब आई, कब गई किसी को पता नहीं. तनीषा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि जब वह डेब्यू कर रही थीं तो घरवालों का स्क्रिप्ट्स में कोई इंटरफेयर नहीं रहा. उन्हें स्टोरी पसंद आई और उन्होंने फिल्म करने के लिए हां कह दी. उन्हें किसी का सपोर्ट नहीं मिला. न मां तनुजा और न ही बहन काजोल का.
तनीषा की दूसरी फिल्म आई 'पॉपकॉर्न खाओ मस्त हो जाओ', यह भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर पिट गई. तनीषा को लगा कि उनकी च्वॉइस ऑफ फिल्में सही नहीं हैं, तब जाकर उनकी फैमिली बीच में आई और साल 2005 में तनीषा को यशराज ने अप्रोच किया. यह वही बैनर है, जिसने इनकी बहन काजोल को उन एक्ट्रेसेस की लिस्ट में लाकर खड़ा कर दिया, जिसका कॉम्पिटीशन कभी हो ही नहीं सकता. ऐसे में जब तनीषा को अपने करियर को दोबारा से रिवाइव करना था तो एक बार फिर यशराज सामने आए और इन्हें उदय चोपड़ा के साथ फिल्म 'नील एन निक्की' में कास्ट किया. फिल्म में तनीषा ने अपनी बॉडी को काफी एक्सपोज किया. कई बिकिनी सीन्स दिए. पर थिएटर्स खाली के खाली रहे. फिल्म पिट गई. क्रिटिक्स ने भी तनीषा और उनकी फिल्म की कहानी को लेकर काफी कुछ लिखा. हालांकि, तनीषा को इस फिल्म से काफी उम्मीद थी, पर जब फिल्म नहीं चली तो उन्हें लोगों की नफरत झेलनी पड़ी.
आखिर में साल 2008 में तनीषा ने फिल्म की 'सरकार राज' और उसके बाद यह भीड़ में खो सी गईं. इसके पांच साल बाद रियलिटी शो 'बिग बॉस 7' में यह नजर आईं. मां तनुजा और बड़ी बहन काजोल, दोनों ने तनीषा को शो करने से मना किया, पर एक्ट्रेस ने एक न मानीं. शो में गईं. अरमान कोहली संग रिलेशनशिप भी बनाया. सलमान की फटकार भी सुनी. सबसे ज्यादा नॉमिनेट होने वाली कंटेस्टेंट भी बनीं, पर हार न मानी. ट्रॉफी न जीत पाईं पर फर्स्ट रनरअप जरूर बन गई थीं. तीन साल रियलिटी शोज ही किए पर एक- दो ही. साल 2021 में तनीषा को फिल्म 'कोड नेम अब्दुल' में देखा गया था. इसके बाद से यह केवल सोशल मीडिया पर ही एक्टिव नजर आती हैं.