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टॉलीवुड में विलेन के किरदारों के लिए पहचाने जाने वाले कबीर दुहान सिंह अब वेब की दुनिया में भी निगेटिव के किरदार से ही एंट्री करने जा रहे हैं. कुणाल कोहली द्वारा निर्देशित वेब सीरीज 'रामयुग' में वह रावण का किरदार निभा रहे हैं. रावण के किरदार के साथ, वह अपना डिजिटल डेब्यू करने जा रहे हैं. आजतक के साथ बातचीत में कबीर दुहन सिंह ने बताया की रावण के किरदार को निभाने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है.
उन्होंने कहा, "ये किरदार निभाने में बहुत मजा आया, क्योंकि यह बहुत ही पावरफुल किरदार है और मैं ही नहीं, बल्कि किसी भी कलाकार को यह किरदार निभाने का मौका मिलेगा तो जरूर निभाएगा. रावण अपने जमाने के सर्व शक्तिशाली, अत्यंत बुद्धिजीवी और महादेव के असीम भक्त थे. यह मेरा ड्रीम कैरेक्टर था और कुणाल सर का शुक्रिया करना चाहूंगा, जिन्होंने मुझे यह मौका दिया. रावण के किरदार को निभाने के लिए कुणाल सर ने मुझे फ्रीहैन्ड दे दिया था और 15 दिन पहले स्क्रिप्ट दे दी और बहुत सपोर्ट भी किया. रामायण बहुत ही सेंसिटिव सब्जेक्ट है. हमें सभी चीजें ध्यान भी रखनी थी कि हम कुछ ऐसा शूट नहीं करेंगे जो लोगों को पसंद न आए. हो सकता है मुझको लेकर ट्रोल्स भी निशाना साधें या दिगंत जो राम का किरदार निभा रहे हैं उनको लेकर ट्रोल किया जाए, लेकिन हमने बहुत ही सच्चाई के साथ 'रामयुग' में काम किया है.
दिगंत मनचले, विवान भटेना, ऐश्वर्या ओझा, अक्षय डोगरा और सभी किरदारों ने बहुत सच्चे दिल से काम किया है. एक सीन राम का हम लोग फिल्मा रहे थे, जहां मैं दूर बैठकर देख रहा था, उन्होंने इतनी रियलिटी के साथ उस सीन को किया कि मेरी आंखों में आंसू आ गए. वह बहुत ही इमोशनल सीन था."
रावण के किरदार के लिए की मेहनत
साथ ही कबीर ने यह भी बताया की रावण के किरदार को समझने के लिए उन्होंने न सिर्फ रामानंद सागर की रामायण देखी, बल्कि उन्होंने रावण को जानने के लिए रावण सहिंता का भी सहारा लिया है. उन्होने कहा कि, "कुणाल सर ने जब हमको क्लाइमेक्स सीन्स समझाया की राम और रावण के बीच स्वॉर्ड फाइट होगी तो मैंने अपनी क्लासेस लेनी शुरू कर दी. दो ढाई महीने मैंने तलवारबाजी सीखी और रावण द्वारा लिखी हुई किताब रावण सहिंता भी मैंने पढ़ी. उनके बारे में बारीकियां जानीं, उनकी हिस्ट्री के बारे में पढ़ा, वह किनके पुत्र हैं, क्या तपस्याएं की उन्होंने, कैलाश तक को उठा लिया था उन्होंने, शिवजी को अपने साथ ले जाने के लिए क्या-क्या तपस्याएं की उन्होंने, अपने सिर तक काट दिए, अपने परिवार के लिए उन्होंने क्या-क्या नहीं किया. ये सारी चीज़ें मैंने पढ़ीं.
सच कहूं तो जब मैं वह किताब पढ़ रहा था तो उसी वक्त मैं रावण के स्किन में उतर गया था. दुनिया सिर्फ इतना जानती है की रावण एक क्रूर राजा था, एक अहंकारी व्यक्ति था, लेकिन जब मैंने किताब पढ़ी तो मुझे पता चला की वह एक ऐसा योद्धा था जो हमेशा अपनी सेना के आगे चलता था. अपने जमाने का सर्व शक्तिशाली, जिसने शनि भगवान को अपने वश में कर लिया था. मेघनाद के जन्म के समय उन्होंने सभी नौ ग्रहों को एक निश्चित स्तिथि में रहने के लिए बाध्य कर दिया था. अपने परिवार के लिए उन्होंने क्या कुछ नहीं किया वह तो सूर्पनखा जी की नाक कटी तो प्रॉब्लम उनको आ गई. रावण इतने महान पंडित थे की जब वह अपनी मृत्युसैयया पर लेटे थे तब राम ने लक्ष्मण को रावण से जीवन और ज्ञान की बातें सीखने को कही थीं."
वेब सीरीज में हुआ हिंदी भाषा का इस्तेमाल
सिर्फ इतना ही नहीं 'रामयुग' वेब सीरीज में शुद्ध हिंदी भाषा को बहुत महत्त्व दिया गया है. भाषा पर नियंत्रण पाने के लिए कबीर किताबों का सहारा लेते हैं. उन्होंने बताया की वह आज भी हर दिन सोने से पहले कोई न कोई कहानी की किताब के 20 से 30 पन्ने जरूर पढ़ते हैं. उन्होंने कहा कि मैं जब भी साउथ में फिल्में करता था तब भी मैं हमेशा अपने पास दो किताबें रखता था एक हिंदी की और एक उर्दू की ताकि मैं हमेशा तैयार रहूं. कल को कहीं से भी कॉल आ सकता है, कभी भी ऑडिशन करके भेजना पड़ सकता है. मुझे अपनी पहली साउथ फिल्म के ऑडिशन का डायलॉग आज भी याद है. जब मैंने 'रामयुग' साइन की, तब मैं 5 या 6 फिल्म कर रहा था. उस समय भी मैं अपने साथ किताबें रखता था. कहानी की किताबें, तुगलक की किताब या उर्दू की कोई किताब और संस्कृत किताब, ये किताबें हमेशा मेरे साथ रहती हैं, ताकि मेरी जो ज़ुबान है वह कहीं डगमगाए न."
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एक्टर ने निभाए केवल निगेटिव किरदार
कबीर दुहन सिंह ने साल 2015 में तेलुगू फिल्म 'जिल' से अपना डेब्यू किया था, जिसमें उन्होंने छोटा नायक का किरदार निभाया. अब तक के एक्टिंग करियर में कबीर ने सिर्फ विलेन के किरदार ही निभाए हैं. निगेटिव किरदार को लेकर उन्होंने कहा, "आज की तारीख में कोई निगेटिव या कोई पॉजिटिव किरदार नहीं है. अगर आप बाहुबली फिल्म को देख लो, उसमें राणा दुग्गबती को बहुत सराहना मिली, उसके बाद केजीएफ आई, जिसमें यश ने एंटी हीरो इमेज प्ले की. उसी तरह अगर आप रामायण में से रावण को निकाल दो तो रामायण ही नहीं है. रावण भी हीरो थे. देखिए, फिल्में अगर चलती हैं तो उसमें तीन लोगों का नाम आता है एक हीरो, दूसरा विलेन और तीसरा कॉमेडियन. तो कुछ लोग हीरो होते हैं, मैं विलेन हूं. मुझे विलेन का कैरेक्टर प्ले करना बहुत पसंद है. मैं अपने मॉडलिंग दिनों से ही विलेन के ही किरदार करना चाहता था और पिछले 5 सालों में मैं अपनी और भी कई फिल्मों की शूटिंग शुरू करूंगा और उसमें भी विलेन ही बनाऊंगा. सच कहूं तो मैं विलेन बनकर बहुत खुश हूं."
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कबीर दुहन सिंह की सगाई साल 2019 में मशहूर पंजाबी सिंगर डॉली सिद्धू के हुई थी. दिसंबर 2020 में दोनों शादी के बंधन में बंधने वाले थे, लेकिन कोविड के चलते दोनों ने अपनी शादी की तारीख आगे बढ़ा दी. शादी के सवाल पर कबीर ने कहा कि हमारी जून में शादी होनी थी, लेकिन पेन्डामिक है और इस साल तो वाकई हालात देखकर दुःख होता है. ऐसी-ऐसी खबरें सुनने को मिलती हैं, जिससे मन उदास हो जाता है. इसलिए हम दोनों ने और हमारे परिवार ने मिलकर शादी को दिसंबर तक के लिए पोस्टपोन कर दिया है.