
सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के साथ काम करने का सौभाग्य किस्मत वालों को ही मिला है. बॉलीवुड के दिग्गज गायक उदित नारायण भी उनमें से एक रहे हैं. आजतक के इवेंट श्रद्धांजलि तुम मुझे भूला ना पाओगे में उदित नारायण ने लता मंगेशकर के साथ अपनी उन यादों को साझा किया है जिसे शायद ही कोई जानता हो.
दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे फिल्म में उदित नारायण और लता जी का एक गाना था 'मेहंदी लगा के रखना'. जब गाने का वक्त आया तब लता मंगेशकर को देखकर उदित नारायण अपना गाना भूल गए थे. वे ठीक से नहीं गा पाए, फिर लता मंगेशकर के कहने पर यश चोपड़ा से खाना मंगवाया. आगे उदित बताते हैं- 'उस दिन लता जी का इतना ओपन नेचर देखा कि मैं यकीन नहीं कर पाया. वे सभी के साथ हंसती मुस्कुराती थीं तीखा, मिर्च, चटपटा सब कुछ खाती थीं. उस दिन मैं लता जी को देख बहुत खुश हुआ और फिर उसके बाद जब माहौल हल्का हुआ तब मैं वापस गया और अच्छे से गाया.'
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जब लता जी ने उदित नारायण को दी थी हिम्मत
उदित ने लता जी के साथ इससे पहले दो और फिल्में की थीं. डर और सातवां आसमान. डर फिल्म का किस्सा सुनाते हुए उदित ने कहा- 'उस दिन मैं काफी घबराया हुआ था. मुझे नर्वस देख लता जी ने मुझे काफी हौसला दिया. लता जी ने कहा 'आप घबराइए मत. आपकी आवाज मैंने सुन ली है और आप बहुत अच्छा करेंगे. लता जी की इन बातों ने मुझे काफी हिम्मत दी और फिर मैं अपने मूड में आ गया.
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डर फिल्म में उदित ने लता जी के साथ 'तू मेरे सामने तुझे देखूं या प्यार करूं' गाया था. दोनों के इस ड्यूएट गाने की ताजगी आज भी बरकरार है. इवेंट में उदित नारायण ने कई और दिलचस्प किस्से बताए. उन्होंने लता मंगेशकर के अपने पसंदीदा गानों के साथ अपनी बातचीत को खत्म किया.