
बॉलीवुड एक्टर वरुण धवन कई बार कॉन्ट्रोवर्सी के घेरे में आए हैं. बॉक्स ऑफिस पर वरुण ने कई हिट फिल्में दी हैं और कई बार अपनी एक्टिंग के चलते सुर्खियां भी बटोरी हैं. बुराई भी सुनी है. पिछली फिल्म 'कुली नं 1' के लिए वरुण धवन को ट्रोल्स ने काफी कुछ कहा. उन्हें गोविंदा की फिल्मों के सीक्वल पर ही काम करने वाला एक्टर करार किया. कहा कि वह केवल अब 'मसाला' फिल्मों के लिए ही रह गए हैं.
इसके अलावा कई ने तो वरुण धवन के साथ उनके पिता डेविड धवन तक को लपेट लिया. दोनों के कोलैबोरेशन के लिए काफी कुछ कहा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक इंटरव्यू में वरुण धवन एक ऐसे एक्टर थे, जिन्होंने बताया था कि उन्होंने कभी नहीं चाहा कि उनके पिता डेविड धवन उन्हें इंडस्ट्री में लॉन्च करें, जिसके बाद वरुण ने करण जौहर का हाथ थामा था और फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर' से डेब्यू किया था. डेविड धवन को कॉमेडी के बादशाह कहा जाता है, लेकिन वरुण कभी नहीं चाहते थे कि उनके पिता उन्हें फिल्मी दुनिया में लॉन्च करें. इसके पीछे की भी वजह वरुण ने बताई थी.
पापा से नहीं सीख सकते थे कुछ
वरुण धवन ने इंटरव्यू में कहा था कि मैं आप लोगों से सच कहना चाहता हूं. दरअसल, मैं नहीं चाहता था कि मेरे पिता मुझे लॉन्च करें और फिल्म में मैं कदम रखूं तो उनके साथ काम करते हुए रखूं. मेरे पिता 40 फिल्में बना चुके हैं, लेकिन करण जौहर और यश चोपड़ा नए चेहरों को लॉन्च करते हैं. मेरे पिता ने आज तक एक भी नया चेहरा लॉन्च नहीं किया. मुझे खुशी है कि करण जौहर के साथ मैंने डेब्यू किया. पापा और करण एक-दूसरे को सोशली भी नहीं जानते हैं, क्योंकि दोनों की फिल्में अलग टॉपिक पर रही हैं. पापा को खुशी हुई थी यह जानकर कि करण को मैंने जॉइन किया है.