
संजय दत्त (Sanjay Dutt) बॉलीवुड के सबसे फेमस स्टार्स में से एक हैं. अपने समय में संजय ने कई बढ़िया फिल्मों में काम किया था. आज भी उनकी फिल्मों को देखने का इंतजार फैंस को रहता है. बॉलीवुड में अपनी बेहतरीन एक्टिंग और मस्त अंदाज के साथ-साथ संजय दत्त को उनकी विवादित जिंदगी और स्ट्रगल्स के लिए भी जाना जाता है. ये बात जग जाहिर है कि संजय एक समय पर ड्रग एडिक्शन का शिकार थे.
सलमान खान के शो 'दस का दम' पर संजय दत्त ने इस बारे में बात की थी. शो पर संजय, जैकी श्रॉफ के साथ पहुंचे थे. कॉलेज एक बच्चों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए संजय दत्त ने बताया था कि ड्रग्स कैसे एक इंसान के जीवन पर असर करते हैं. उन्होंने कहा था- ड्रग्स एकदम बेकार चीज है.
ड्रग एडिक्शन पर संजय दत्त ने की थी बात
उन्होंने एक किस्सा बताते हुए कहा था, 'एक टाइम मैं सॉलिड नशा करके आया. रूम में जाकर सो गया था. दिन का टाइम था 7-8 बजे थे तो मैं उठाया तो भूख लगी थी. मैं एक नौकर को बोला. बहुत पुराना नौकर था. मैं बोला, 'खाना दे दे थोड़ा.' तो वो रोने लगा. वो बोल, 'दो दिन के बाद तू खाना मांग रहा है.' मैंने बोला, 'दो दिन कैसे? मैं तो कल रात को सोया था.' उसने बोला, 'नहीं, तू दो दिन पहले सोया था.' मेरे को होश ही नहीं था. उसने मैंने फैसला लिया कि मैं छोड़ दूंगा. ये ड्रग्स कुछ नहीं, जिंदगी का नशा बेस्ट है.'
संजय दत्त अपने ड्रग एडिक्शन को लेकर कई बार बात कर चुके हैं. उन्होंने इसे लेकर जागरूकता भी फैलाई है. इस साल यूट्यूबर रणवीर (Ranveer Allahabadia) से बातचीत में संजय ने कहा था, 'मैं बहुत शर्मिला था. खासकर लड़कियों के साथ. तो मैंने ड्रग्स लेना कूल दिखने के लिए शुरू किया था. आप ये करते हो और आप लड़कियों के बीच बहुत कूल लड़के बन जाते हो. आप उनसे बात करते हो.'
उन्होंने आगे कहा था, 'मेरी जिंदगी के 10 सालों तक मैं अपने कमरे में था या फिर बाथरूम में था. और शूट करने में दिलचस्पी नहीं दिखाता था. लेकिन जिंदगी ऐसी ही होती है. और इसी तरह सब बदला भी था. जब मैं (रिहैब से) वापस आया तो लोग मुझे चरसी बुलाते थे. और मैंने सोच था कि गलत है ये.'
'बीमारी है एडिक्शन'
इंडिया टुडे के राहुल कंवल संग बातचीत में संजात दत्त ने कहा था, 'ड्रग एडिक्शन एक बीमारी है, जो कभी ठीक नहीं हो सकती. आज अगर मैं सोचूं कि मैं जॉइन्ट फूंक सकता हूं, तो मेरा काम तमाम हो जाएगा. छोड़ने के शुरुआती पांच-छह महीने में दोबारा इस्तेमाल करने का डर होता है. मैंने अपना ध्यान जिम में लगा दिया था. मुझे अपने शरीर में अच्छा महसूस होने लगा.'