
Avatar The Way of Water Review: अवतार-1 में पैंडोरा आइलैंड की अनोखी और रहस्यों से भरी दुनिया के बाद अब हॉलीवुड निर्देशक जेम्स कैमरॉन की नई फिल्म Avatar: The Way of Water 3D तकनीक के साथ सिनेमाघरों में आ चुकी है. यह फिल्म आपको समंदर की गहराइयों में लेकर जाती है, हजारों जीवों की जिंदगी से रूबरू कराती है और साइंस फिक्शन के साथ-साथ इमोशनल और सोशल लाइफ की ऐसी ऐंद्रजालिक तस्वीर बुनती है कि इसे देखने वाले के लिए फिल्म की कहानी से खुद को रिलेट करने से रोक पाना संभव नहीं है. इस फिल्म की कहानी में जिंदगी के कई शेड्स हैं, प्रेम है, इमोशंस की बाढ़ है तो फैमिली फर्स्ट और सोशल होने का बड़ा मैसेज भी है.
मॉडर्न साइंस फिक्शन, हाई-फाई तकनीक, कुछ-कुछ इंसानों जैसे और कुछ-कुछ अलग दिखते नावी प्रजाति के लोगों की अनोखी कहानी Avatar: The Way of Water अब सिनेमाघरों में है. पैंडोरा आइलैंड की अद्भुत और काल्पनिक दुनिया से शुरू होकर समंदर के भीतर की सतरंगी दुनिया तक जिंदगी के रफ्तार और रोमांच को समेटती फिल्म अवतार-2 की दीवानगी से दुनिया का कोई भी हिस्सा हो आज अछूता नहीं है.
क्या बच्चे क्या बड़े सबके लिए ये फिल्म किसी तिलिस्म की तरह है जो इस दुनिया और इंसानों की जिंदगी को एक नए नजरिए से देखना सिखाती है. रोज की भागमभाग और मशीनों से भरी इस दुनिया में रूहानियत का एहसास कराती है.
हॉलीवुड की इस फिल्म की कहानी है इस धरती से अलग एक ऐसी दुनिया की जहां इंसानों से अलग दिखते नावी प्रजाति के लोग रहते हैं. जो रोजमर्रा की जिंदगी की भागमभाग से अनजान हैं और सौ फीसदी विशुद्ध रूप से प्रकृति पर आधारित जिंदगी जीते हैं. जिनके लिए इमोशन, पारिवारिक लगाव, सामाजिक जिम्मेदारियों का एहसास और इन सबसे बढ़कर हमेशा सकारात्मक रहना ही जिंदगी है. Avatar: The Way of Water की कहानी आपको इस दुनिया के पार ले जाती है, समुद्री जिंदगी की उस गहराई में भी जहां की दुनिया हमारे आपके लिए एक रहस्य ही है.
तकनीक की चकाचौंध अद्भुत
टाइटैनिक और टर्मिनेटर जैसी कालजयी फिल्में देने वाले डायरेक्टर जेम्स कैमरॉन का काम अवतार-1 में भी करिश्माई था और अब अवतार-2 भी साइंस फिक्शन और फ्रेशनेश के नए डोज के साथ आई है. साल 2009 में रिलीज हुई अवतार (Avatar) उस दौर की सबसे कामयाब फिल्म थी. यह पहली फिल्म थी, जिसने दुनियाभर में करीब 3 अरब डॉलर की कमाई की. तीन ऑस्कर भी जीते थे. अब 13 साल बाद कैमरून अवतार के सीक्वल यानी Avatar: The Way of Water के साथ आए हैं.
शानदार विजुअल्स, जबरदस्त VFX से भरी ये फिल्म एक तरफ रफ्तार का रोमांच फील कराती है तो दूसरी ओर 3D तकनीक आपको प्रकृति की खूबसूरती को करीब से महसूस करने का मौका देती है. कई बार वॉर सीन के बीच आपको एहसास होगा कि आपके आसपास से चीजें उड़ती हुईं जा रही हैं तो नेचुरल ब्यूटी के बीच बारिश की बूंदें आपको भिगोती हुईं लगेंगी.ये सब नजारे ऐसा एहसास कराते हैं जैसे कोई अपरिचित जहान हो, जो सिर्फ हमारी कल्पनाओं में हों और हमें एकदम रियल होने और अपनी ताजगी का सबूत देने एकदम सामने आ गई हों.
कल्पनालोक
Avatar: The Way of Water में पैंडोरा नाम की काल्पनिक दुनिया से शुरू हुई नावी लोगों की कहानी आपको समंदर के भीतर की दुनिया के रोमांच से रूबरू कराएगी. 3D तकनीक फिल्म के नेचुरल सिक्वेंस और फाइटिंग एक्शन को इतना जीवंत बना देती है कि आपको एकबारगी एहसास होता है कि आप सुली फैमिली की इस फाइट में खुद मौजूद हैं. आपके आस-पास एक तरफ फाइट का रोमांच है तो दूसरी ओर पैंडोरा आइलैंड की खूबसूरती और फिर सेकंड हाफ में पानी के अंदर की जिंदगी की चमक और सुंदर-सुंदर जीवों की मुलायमियत भी है. आप उसमें खुद को खोकर इस रूहानियत को महसूस कर सकते हैं. 3 घंटे 12 मिनट की ये फिल्म आपको एक सेकंड के लिए भी बोर नहीं करती.
कहानी में जिंदगी के कई शेड्स
Avatar: The Way of Water की कहानी में जिंदगी के कई शेड्स हैं. प्रेम है, इमोशंस हैं, फैमिली फर्स्ट और सोशल होने का बड़ा मैसेज है, जिंदगी को जीने का जज्बा है. यह नावी प्रजाति के Sully family की कहानी है. जो किसी की जिंदगी में दखल देने नहीं जाते लेकिन आकाशवासियों की साजिशों और नफरत से अपने परिवार को बचाने के लिए अलग-अलग जगहों पर शरण लेते हैं और फिर खुद के और परिवार को शरण देने वाले मेटकानिया कबीले के अस्तित्व पर संकट आने पर दुश्मन से भिड़ जाते हैं . ये लड़ाई एक संदेश देती है सर्वाइवल ऑफ द फिटेस्ट का. अर्थात जो बेहतरीन होगा, जुझारू होगा, जो कभी भी हार न मानने को तैयार होगा आखिरकार जीत उसी की होगी.
प्रकृति और दैवीय शक्तियों का तिलिस्म
जैक सली जो कि अवतार-1 में एक इंसान था. अब वह पैंडोरा पर नावी बन चुका है. नावी कबीले के सरदार की बेटी नीटिरी से शादी कर चुका है. दोनों के तीन अपने और एक गोद ली हुई बेटी है. पैंडोरा के जंगलों में प्रकृति के बीच पेड़ों के ऊपर इनका आशियाना है. इस कबीले की जिंदगी में प्रकृति पूजा, प्रथाएं, अपनी अनोखी मान्यताएं और दैवीय शक्ति सब है. सली फैमिली इन सबके साथ चलती है लेकिन जब अत्याधुनिक हथियारों से सुसज्जित आकाशवासियों की ओर से खतरा उनके सामने आता है तो वह खुद को उस लेवल पर तैयार करते हैं और पैंडोरा की हरियाली से लेकर वॉटर वे के पानी के अंदर की जिंदगी में भी खुलकर टक्कर लेते हैं.
अवतार के पहले और दूसरे हिस्से में एवा मां (Tree of Souls) को दिखाया गया है. ऐसा पेड़ जिसमें दैवीय शक्तियां हैं. उसी से सारे नावी अवतार पैदा हुए हैं. सभी में उसी की शक्ति दौड़ती है. बच्चे के पैदा होने पर उससे जोड़ा जाता है. मरने पर उसी में सौंप दिया जाता है. एवा मां नाम का यह चमकदार पेड़ जैक सली के जंगल में भी था. और मेटकानिया समुद्री कबीले के समुद्र में भी. जगह बदली थी, स्वरूप बदला था. लेकिन शक्तियां और ताकत एक जैसी ही थीं. जैसी हमारी प्रकृति के साथ है.जैसे दोनों पेड़ एक ही के क्लोन हों. या एक ही परिवार से निकले देवता.
इमोशनल रोलर कोस्टर
जेम्स कैमरॉन की 3D तकनीक में और नेचुरल ब्यूटी के बीच फिल्माई गई इस फिल्म को इमोशनल रोलर कोस्टर कहें तो ज्यादा नहीं होगा. समंदर के पानी के भीतर, पानी की लहरों पर और फिर पानी के ऊपर आसमान में फिल्माई गईं वॉर सीक्वेंस सांसें रोक देने वाला एहसास कराएंगी. घने जंगलों के ऊंचे पेड़ों पर और समंदर के अंदर की दुनिया में उछलते-कूदते जैक सली के बच्चों की रोमांचित कर देने वाली हरकतें आपको एक सुखद और रोमांचित करने वाला आनंद देगी. विजुअल इफेक्ट्स भी कमाल का इस्तेमाल हुआ है इस फिल्म में. 3D तकनीक के कारण आप सारे सेंसेस- साउंड, स्मैल, टच और मूवमेंट एक साथ फील कर पाएंगे. आप मूवी के रोमांच के साथ उत्साहित होंगे, खुश होंगे, दुखी होंगे, और फाइट सीन को भी अपने करीब महसूस करेंगे.
इस रोमांचक फिल्म में जेम्स कैमरॉन ने न सिर्फ परिवार के बीच के इमोशंस बल्कि समाज के किरदार को भी बखूबी उकेरा है. मतलब एक समुदाय के खतरे में आने पर दूसरा कबीला शरण देने को तैयार है और दूसरे की मान्यताओं पर आंच आने पर पहला उसके लिए जंग लड़ने को तैयार है... नावी और मेटकानिया (Metkaniya) समुद्री कबीलाई लोगों के बीच ये तालमेल गजब का है. तमाम जीवों और इंसानों के बीच शांतिपूर्ण सहअस्तित्व का इससे बड़ा संदेश कहां मिलेगा.
परिवार की जड़ों से जोड़ती कहानी
इस फिल्म का हीरो Sully family का मुखिया जैक सली अपने परिवार, अपने इमोशंस को बचाने के लिए वही कर रहा है जो हम-आप अपने परिवारों के लिए करने की सोचते हैं. अर्थात किसी भी सीमा तक जाकर अपनों की रक्षा करने की. निर्देशक जेम्स कैमरून ने एक तरफ जहां साइंस फिक्शन की बड़ी लकीर खींची है वहीं मानवीय संवेदनाओं और भागमभाग की जिंदगी में कहीं पीछे छूट रहे परिवारों के बीच प्रेम, अटैचमेंट, संवेदना, त्याग की ऐसी तस्वीर भी खींची है जो एकदम करीब से छू जाती है. जिसमें अपनों को बचाने के लिए सुली परिवार का एक-एक मेंबर चाहे छोटी बच्ची हो या परिवार का मुखिया...अपनी जान पर खेलता हुआ दिखता है.
कहानी, सीन, डायलॉग, विजुअल इंपैक्ट...
फिल्म की कहानी औसत कही जा सकती है लेकिन विजुअल इंपैक्ट दर्शकों को आखिर तक बांधे रखता है. Avatar: The Way of Water के सीन और डायलॉग आपको इंसान की जिंदगी को, इस धरती पर मौजूद बाकी जीवों के साथ इंसान के सामंजस्य का पाठ तो पढ़ाती ही हैं. साथ ही ये भी दिखाती है कि बढ़ते मशीनीकरण और इंसानी दखल का बाकी जीवों पर कैसे और किस हद तक असर होता है? उनके जीवन का संघर्ष किस हद इंसानी दखल से बढ़ जाता है?
यह प्रकृति की खूबसूरती, उसकी गुदगुदाहट और इंसान के अलावा बाकी जीवों की जिंदगी के खूबसूरत पहलूओं से भी रूबरू कराती है. यह फिल्म आपको इस दुनिया से बाहर ले जाकर न सिर्फ इंसान बल्कि बाकी जीवों की जिंदगी को भी बाहर से देखने का एक मौका देती है. दुनिया को, अपनी धरती और जीवों को एक नए नजरिये से देखने का, समझने का मौका देती है.
दो तरह के विचारों का द्वंद
इस फिल्म में दो तरह के विचारों का द्वंद भी है... एक तरफ जैक सली अपने परिवार और कबीले को बचाने के लिए लड़ रहा है तो दूसरी ओर कर्नल माइल्स क्वारिच उनको तबाह करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है. पहले वह पैंडोरा वासियों पर कहर बरपाता है और फिर सली फैमिली के पलायन के बाद वह अपनी टुकड़ी के साथ मेटकानिया कबीले के पीछे पड़ जाता है. वह हर तरह के हथियार, साजिशें, बर्बरता का इस्तेमाल करता है ताकि जैक सली और नीटिरी उसके अहंकार के सामने टूट जाएं तो दूसरी ओर सली फैमिली एकजुट है अपने इमोशंस से.
नावी और मेटकानिया कबीले के बीच का सहयोग, टुलकुन व्हेल मछलियों के साथ आत्मिक लगाव के चलते इंसानों से भिड़ जाने वाले मेटकानिया कबीले के लोग हों, एक तरीके से इंसानों के लिए जिंदगी को नए नजरिए से देखने की सीख दे जाते हैं. इस पूरी फिल्म में इंसानों, अवतारों और अन्य सभी जानवरों के साथ एक बेहतरीन सामंजस्य दिखाया गया है. उनका संघर्ष हमें ये सिखाता है कि कैसे हम इंसानों की तरह ये काल्पनिक जीव भी अपने परिवार, समाज, प्रकृति, मुसीबतों से जुड़े हैं, हालातों से मिल-जुलकर जूझ रहे हैं.
Avatar: The Way of Water फिल्म का प्लॉट एक संकेत भी देता है कि धरती पर बढ़ती भीड़ के बाद क्या इंसान पानी में बसेगा? आज के दौर में इसे सिर्फ कपोल कल्पना कहना भी उचित नही है. इंसान आज सचमुच समंदर को अपना आवास बना रहा है. जापान की अंडरवॉटर सिटी हो या मालदीव की फ्लोटिंग सिटी जलीय दुनिया की ओर हो रहे इंसानी विस्तार के रियल उदाहरण हमारे सामने मौजूद भी हैं.
बॉलीवुड फिल्मों की भीड़ के बीच अवतार-2 आपको सिनेमा के पर्दे के एक विशाल कैनवास से रूबरू कराएगी. जैसे हर एक शॉट एक नवीनता लिए हुए दिखता है. इस फिल्म का बजट 250 मिलियन डॉलर है यानी 20 अरब रुपये. बॉलीवुड की पूरी इंडस्ट्री के साल भर के आंकड़े को देखें तो अकेले अवतार-2 इसका 20 फीसदी बैठता है.
फिल्म के डायरेक्टर जेम्स कैमरॉन ने अपनी पिछली फिल्मों की तरह एक बार फिर लाजवाब निर्देशन का कमाल दिखाया है तो स्क्रिप्ट में जेम्स कैमरॉन, रिक जाफा और अमांडा सिल्वर ने जान ला दी है. सैम वर्थिंगटन, जो सलडाना, स्टीफन लैंग, जोएल डेविड मूर, केट विंसलेट, विन डीजल, और सिगौरनी व्हिवर समेत तमाम एक्टर्स अपने-अपने किरदारों को जीवंत करते नजर आए हैं. भारत में ये फिल्म 3800 से ज्यादा स्क्रीन्स पर रिलीज हुई है. थ्री-डी, टू-डी तकनीकों साथ तो अंग्रेजी और हिंदी समेत तमाम भाषाओं में ये फिल्म हमारे बीच है.