Advertisement

Death on The Nile: बेस्टफ्रेंड, प्यार और धोखा... लव ट्राएंगल के साथ पुराने जमाने के जासूस का हुनर

कहते हैं प्यार में जब कोई तीसरा आ जाए तो रिश्ते खराब हो जाते हैं. मगर, किसी तीसरे को जानबूझकर ही बीच में लाया जाए तो...एक ऐसी ही कहानी दिखाई गई है फिल्म डेथ ऑन द नील में. जो प्यार, कत्ल, मिस्ट्री और जासूसी से भरी है.

डेथ ऑफ द नील डेथ ऑफ द नील
जावेद अख़्तर
  • नई दिल्ली,
  • 29 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 11:44 AM IST
फिल्म:Death on The Nile:
2/5
  • कलाकार : Armie Hammer (सिमोन), Gal Gadot (लीनेट), Kenneth Branagh (हरक्यूल पॉयरेट), Emma Mackey (जैकी), Ali Fazal (लीनेट कजिन)
  • निर्देशक :Kenneth Branagh
  • अली फजल ने भी किया है फिल्म में काम
  • डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर हो रही स्ट्रीम

Death on The Nile फिल्म फरवरी 2022 में रिलीज हुई है, जो अब डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर भी एवलेबल है. ये फिल्म मशहूर ब्रिटिश राइटर अगाथा क्रिस्टी के नॉवल 'डेथ ऑन द नील' पर आधारित है.  Nile यानी इजिप्ट की मशहूर नील नदी.  ये नॉवल 1937 में आया था. अगाथा क्रिस्टी ने अपने जीवन में ऐसे करीब 66 नॉवल लिखे जो जासूसी पर बेस्ड हैं और पूरी दुनिया में मशहूर हैं. और उनकी कहानियों का सबसे मशहूर किरदार है हरक्यूल पॉयरेट.

Advertisement

डेथ ऑन द नील में भी पॉयरेट को ही दिखाया गया है. इस फिल्म में पॉयरेट एक ऐसे कत्ल की जांच करते हैं जो दो लवर दौलत पाने के लिए करते हैं. ये स्टोरी 1937 के दौर की है, लिहाजा फिल्म में उस वक्त का टच देने की पूरी कोशिश की गई है. कत्ल की तफ्तीश के तौर-तरीके भी वैसे ही दिखाए गए हैं. उदाहरण के तौर पर, मर्डर का मुख्य आरोपी अपने ऊपर नकली गोली से हमला कराता है और पेंटिंग के लाल कलर को खून की तरह इस्तेमाल करता है. पूरी फिल्म में यही सुराग सबसे अहम दिखाया गया जो पॉयरेट को कातिल तक पहुंचाता है.

KGF 2 Review: रॉकी भाई नहीं 'भगवान' है! लेकिन संजय दत्त फिल्म की असली जान है

आमतौर पर मर्डर मिस्ट्री में फुल सस्पेंस होता है, थ्रिल होता है..लेकिन डेथ ऑन द नील में ऐसा कुछ नजर नहीं आता. बॉलीवुड की औसत दर्जे की मर्डर मिस्ट्री में भी ज्यादा थ्रिल नजर आ जाता है. मिर्जापुर सीरीज में धमाल मचाने वाले अली फजल यानी गुड्डू भैया भी इस फिल्म में हैं. उन्होंने एक्टिंग सही की, लेकिन रोल कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाया.

Advertisement

फिल्म को जिन बिंदुओं के इर्द-गिर्द बुना गया है वो उससे काफी दूर नजर आती है. लीनेट और जैकी की गहरी दोस्ती को भी सिर्फ एक डायलॉग से बताया गया है. उधर, जैकी और सिमोन की शिद्दत वाली लव स्टोरी भी बस क्लब के एक इंटेंस डांस के साथ ही खत्म हो जाती है. और बात जब डिटेक्टिव पॉयरेट की आती है तो उनकी जांच भी किसी मर्डर मिस्ट्री की जांच जैसी दूर-दूर तक नजर नहीं आती है. 

क्या है फिल्म की स्टोरी

दो दोस्त होती हैं. लीनेट और जैकलीन (जैकी). लीनेट बेहद अमीर होती है, जबकि जैकी सामान्य परिवार से. जैकी के पास दौलत नहीं होती, लेकिन एक ऐसा हैंडसम बॉयफ्रेंड होता है जिसे वो टूटकर प्यार करती है. वो भी जैकी को बेपनाह प्यार करता है. दोनों के पास एक-दूसरे के लिए प्यार तो होता है, लेकिन पैसा नहीं. मगर, जैकी का बॉयफ्रेंड दौलत भी चाहता था. लिहाजा, एक क्लब में पार्टी के दौरान जैकी अपने बॉयफ्रेंड से लीनेट को मिलवाती है और उससे अपने बॉयफ्रेंड को नौकरी देने की बात कहती है. लीनेट अपनी बेस्टफ्रेंड के बॉयफ्रेंड की नौकरी वहीं खड़े-खड़े पक्की कर देती है. इसके बाद लीनेट अपनी बेस्टफ्रेंड के बॉयफ्रेंड के साथ डांस करती है और दोनों एक-दूसरे में खो जाते हैं...जैकी सामने खड़ी बस देखती रह जाती है...

Advertisement

Operation Romeo Review: कहानी फ्रेश लेकिन डायरेक्शन में बिखराव, दमदार एक्टिंग के लिए वन टाइम वॉच है फिल्म

इसके करीब छह हफ्ते बाद पूरी फिल्म लंदन से इजिप्ट में शिफ्ट कर जाती है. यहां लीनेट और सिमोन शादी कर लेते हैं. मगर, यहां जैकी आ जाती है. जैकी से पीछा छुड़ाने के लिए लीनेट अपना हनीमून प्लान करती हैं और एक शिप से नील नदी के सफर पर निकल जाती हैं. जैकी यहां भी पहुंच जाती है और अपने बॉयफ्रेंड सिमोन के साथ प्लानिंग करके अपनी बेस्टफ्रेंड लीनेट का मर्डर करा देती है. इस मर्डर को कवर करने के लिए उन्हें दो मर्डर और करने पड़ते हैं. और अंतत: डिटेक्टिव पॉयरेट इस पूरे केस का खुलासा कर देते हैं. अब जाकर जैकी को एहसास होता है कि उसने अपने बॉयफ्रेंड की पैसे की चाहत के चक्कर में शायद गलत कदम उठाए और अंत में वो खुद को और अपने बॉयफ्रेंड को भी गोली मार लेती है.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement