
कोई नहीं जानता कि किसकी किस्मत में क्या लिखा है. लेकिन ये भी सच है कि किस्मत भी उसी का साथ देती है जो मेहनत करने के साथ खुद में यकीन रखता है. ऐसी ही एक रियल लाइफ कहानी को बेहद शानदार तरीके से रॉ टच के साथ डायरेक्टर सागर बेल्लारी ने पर्दे पर उतारा है. इस फिल्म का नाम जंगल क्राई है.
फिल्म की कहानी इंडिया के एक छोटे से गांव से निकले कुछ अंडरडॉग्स की है, जो अपने हुनर के साथ कुछ मेहनत और थोड़ी मदद के बल पर लोकल से इंटरनेशनल लेवल तक जाते हैं. फिल्म जंगल क्राई, 12 भारतीय लड़कों, उन्हें ढूंढने वाले कलिंगा इंस्टिट्यूट के एथेलेटिक डायरेक्टर रुद्र (अभय देओल), कलिंगा के फाउंडर डॉ. सामंत (अतुल कुमार), रग्बी कोच पॉल (स्टीवर्ट राइट) और टीम की फिजिकल थेरेपिस्ट रोशनी (एमिली शाह) के इर्द-गिर्द घूमती है.
कैसी है फिल्म?
फिल्म की शुरुआत में बच्चे रुद्र के अंडर फुटबॉल सीख रहे होते हैं. लेकिन अचानक रग्बी कोच पॉल की एंट्री होती है, जो 4 महीनों बाद होने वाले रग्बी वर्ल्ड कप के लिए एक टीम की तलाश कर रहे हैं. पॉल की तलाश कलिंगा इंस्टिट्यूट में खत्म होती है, जहां वह अपने 12 प्लेयर्स को चुनकर उन्हें ट्रेन करते हैं. टीम को खड़ा करने वाले रूद्र को यह अच्छा नहीं लगता और वह वहां से जाने का फैसला करता है. हालांकि बढ़ते समय के साथ लड़को में देखे जाने वाली प्रोग्रेस से खुश रूद्र भी उन्हें प्रोत्साहित करता है और एक पल ऐसा आता है, जब लड़के टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने में कामयाबी हासिल करते हैं.
यह ऐसा समय होता है, जब पॉल को डेंगू हो जाता है और वह लड़को के साथ चाहकर भी इंग्लैंड नहीं जा पाता. अब रूद्र को सभी चीजें अपने हाथ में लेनी पड़ती है. फिल्म में आगे टीम के साथ इंग्लैंड पहुंचे रूद्र की मुलाकात टीम की फिजिकल थेरेपिस्ट रोशनी (एमिली शाह) से होती है. फिल्म में खिलाड़ी अपनी कमजोरियों को समझते हैं और अपनी ताकत को पहचान कर रग्बी के मैदान में अपना दम दिखाते हैं. इस जोश और कुछ कर दिखाने के जज्बे से भरी फिल्म में आखिर कौन जीतता है और इंग्लैंड में टीम को किन मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा, यह देखना बेहद दिलचस्प है.
अभय देओल ने किया कमाल
जंगल क्राई में काफी रोमांचक ट्विस्ट और टर्न्स हैं. स्पोर्ट ड्रामा जंगल क्राई में अभय देओल ने हर बार की तरह चमके हैं. वह अपनी काम से आपको इम्प्रेस कर देंगे. एमिली शाह सभी के लिए एक सरप्राइज पैकेज हैं. फिल्म में प्लेयर्स की भूमिका निभाने वाले कलाकार भी अपने किरदार के साथ न्याय करते दिखे हैं. जबकि सपोर्टिंग रोल में अतुल कुमार, स्टीवर्ट राइट और अन्य ने अपना 100% दिया है.
असल जिंदगी की कहानी पर आधारित इस फिल्म की स्टोरी प्रेरणादायक है. साथ ही इसकी सिनेमेटोग्राफी और डायरेक्शन भी कमाल का है. यह फिल्म आपको जोश से भरती है और साथ ही आपके अंदर के इमोशंस को भी बाहर लाती है. फिल्म में कुछ कमियां जरूर हैं. लेकिन अगर आप कुछ अच्छा और रियल देखना चाहते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए एक सही चॉइस है. आप इस फिल्म को Lionsgate Play पर देख सकते हैं.