Advertisement

Mere Husband Ki Biwi Review: सेकेंड हाफ में कमजोर है अर्जुन-भूमि-रकुल की 'मेरे हसबैंड की बीवी', हर्ष गुजराल करेंगे दिल खुश

अर्जुन कपूर की फिल्म का ऐलान होते पर ही सोशल मीडिया पर हलचल मच जाती है. फैंस और ट्रोल्स दोनों को ही एक्टर के प्रोजेक्ट्स का इंतजार होता है. अब उनकी फिल्म 'मेरे हसबैंड की बीवी' रिलीज हो गई है. क्या है फिल्म की कहानी और कैसी है ये फिल्म, जानने के लिए पढ़िए हमारा रिव्यू.

रकुल प्रीत सिंह, अर्जुन कपूर, भूमि पेडनेकर रकुल प्रीत सिंह, अर्जुन कपूर, भूमि पेडनेकर
पल्लवी
  • नई दिल्ली,
  • 21 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 11:32 AM IST
फिल्म:मेरे हसबैंड की बीवी
2/5
  • कलाकार : अर्जुन कपूर, भूमि पेडनेकर, रकुल प्रीत सिंह, हर्ष गुजराल
  • निर्देशक :मुदस्सर अजीज

अर्जुन कपूर की फिल्म का ऐलान होते पर ही सोशल मीडिया पर हलचल मच जाती है. फैंस और ट्रोल्स दोनों को ही एक्टर के प्रोजेक्ट्स का इंतजार होता है. अब उनकी फिल्म 'मेरे हसबैंड की बीवी' रिलीज हो गई है. इसमें एक लड़के की कहानी को दिखाया गया है, जो अपनी एक्स वाइफ और मंगेतर के बीच फंसा हुआ है. आइए बताएं कि ये पिक्चर कैसी है.

Advertisement

क्या है फिल्म की कहानी?

फिल्म की शुरुआत होती है अंकुर चड्ढा (अर्जुन कपूर) के अपनी एक्स वाइफ प्रभलीन कौर ढिल्लों (भूमि पेडनेकर) का सपना देखने से. ये कोई हसीन सपना नहीं है, जिसमें पुरानी यादों को जिया जा रहा है, बल्कि नाइटमेयर है. बुरा सपना. सपने में प्रभलीन का चुड़ैल रूप देखकर अंकुर घबराया हुआ उठता है. उठते ही उसे याद आता है कि अब उसकी बीवी उसकी जिंदगी में नहीं है. वो अलमारी खोलकर तलाक के कागज निकालकर कॉन्फर्म करता है और खुशी में उस पेपर्स को सीने से लगा लेता है.

अंकुर और प्रभलीन कॉलेज से साथ थे. दोनों को प्यार हुआ, हालांकि ये प्यार जितने जोश से दोनों को हुआ था, उस हिसाब से लंबा चला नहीं. दोनों बहुत ही दुखद नोट पर अलग हुए थे. लेकिन अंकुर के दिमाग में प्रभलीन की इमेज किसी डायन की बन गई है, जो उसका खून पीना चाहती है. वो खुश है कि बीवी के चंगुल से बच निकला. लेकिन दुखयारों जैसा चेहरा बनाए घूमता है और दूसरों का मूड भी खराब करता है. अंकुर के पिता (शक्ति कपूर) बिजनेसमैन हैं. वो चाहते हैं कि उनका बेटा ऋषिकेश उनका एक रुका हुआ काम कर आए. अंकुर का दोस्त रेहान कुरैशी (हर्ष गुजराल) भी उसे दिल्ली से दूर जाने की सलाह देता है. इसी बिजनेस ट्रिप पर उसे अपनी कॉलेज की क्रश अंतरा खन्ना (रकुल प्रीत सिंह) मिलती है.

Advertisement

अंतरा और अंकुर में सालों बाद मिलने के बाद दोस्ती होती है और फिर प्यार हो जाता है. ये प्यार परवान चढ़कर शादी की ओर बढ़ ही रहा होता है जब प्रभलीन की अंकुर की जिंदगी में वापसी हो जाती है. एक एक्सीडेंट में अपनी याददाश्त खो चुकी प्रभलीन की दुनिया 5 साल पीछे जा चुकी है. उसे वो दिन याद है जब अंकुर ने उसे शाहरुख खान के स्टाइल में शादी के लिए प्रपोज किया था. लेकिन उनकी शादी, झगड़े, गिले-शिकवे और तलाक, सबकुछ वो भूल चुकी है. ऐसे में डॉक्टर की सलाह है कि प्रभलीन को कोई सदमा न दिया जाए और अंकुर उसके साथ रहे, ताकि प्रभलीन को पुरानी चीजें याद आने लगें. लेकिन अब अंकुर बेचारा फंस गया है. वो एक्स वाइफ के आसपास भी नहीं रहना चाहता और उसका अपना नया रिश्ता भी उसे संभालना है.

हर्ष गुजराल ने किया कमाल

पिक्चर की कहानी को डायरेक्टर मुदस्सर अजीज और प्रोड्यूसर वाशु भगनानी ने मिलकर लिखा है. फर्स्ट हाफ तक ये कहानी काफी अच्छी है. लिखी भी अच्छी गई है और बनाई भी अच्छे से गई है. इस रोमांटिक कॉमेडी फिल्म में रोमांस फैक्टर अच्छा है और जोक्स पर आपको सही में हंसी आती है. अर्जुन कपूर और हर्ष गुजराल की जोड़ी काफी फनी है. हर्ष गुजराल की कॉमेडी के आप फैन भले न भी हों, लेकिन पिक्चर में आपको उनका काम पसंद आएगा. अपने डायलॉग को हर्ष बहुत नेचुरली डिलीवर करते हैं. उनके एक्सप्रेशन भी ऑन पॉइंट है. हर्ष गुजराल पूरी पिक्चर में मजेदार हैं. हालांकि पूरी पिक्चर मजेदार नहीं है.

Advertisement

सेकेंड हाफ में फिल्म में कॉमेडी के साथ ड्रामा और इमोशन्स भी घुलने लगते है और तब ये अपनी पकड़ खोने लगती है. फर्स्ट हाफ में आया मजा जाने लगता है और आप बोर होने लगते हैं. आपको समझ में नहीं आता कि प्रभलीन और अंतारा के बीच की लड़ाई आपको क्यों देखनी पड़ रही है. ऊपर से अंकुर ने अपनी 'चुड़ैल' बीवी की जो कहानी अंतरा को सुनाई, उसमें विलेन वो खुद लग रहा है. पिक्चर के जोक्स अभी भी लैंड हो रहे हैं, लेकिन फिल्म जिस ओर बढ़ रही है उसमें आपको अब दिलचस्पी नहीं रही है. यही इस मूवी की सबसे बड़ी दिक्कत है. यही डायरेक्टर मुदस्सर अजीज का स्टाइल भी रहा है.

परफॉरमेंस की बात करें तो जैसा मैंने कहा हर्ष गुजराल का काम सबसे अच्छा है. वो अपने डायलॉग डिलीवरी और एक्सप्रेस से आपका दिल जीतते हैं. हर्ष ने इस फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया है और इसमें वो सफल भी रहे हैं. पिक्चर के हीरो अर्जुन कपूर की बात कर लेते हैं. फिल्म में अर्जुन का काम ठीक है. उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया जो आपने पहले उन्हें फिल्म में करते न देखा हो. भूमि पेडनेकर का किरदार काफी निगेटिव दिखाया गया है, जिसे उन्होंने ठीकठाक तरीके से निभा लिया है. वहीं रकुल प्रीत सिंह भी अपने किरदार में ठीक हैं. सपोर्टिंग रोल में शक्ति कपूर भी फनी हैं. उनके अलावा डीनो मोरेया, अनीता राज, आदित्य सील, अल्का कौशल, कविता कपूर, टीकू तलसानिया और मुकेश ऋषि भी इसमें नजर आए हैं. सभी को देखना मजेदार था. फिल्म का म्यूजिक बहुत खास नहीं है. इसका बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है. कुल-मिलाकर आप वीकेंड पर इसे देखने के बारे में सोच सकते हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement