
हुमा कुरैशी और अवंतिका दसानी स्टारर वेब सीरीज 'मिथ्या' ZEE5 पर रिलीज हो गई है. सच, झूठ, रंजिश और उलझे रिश्तों की कहानी है 'मिथ्या'. कई बार हम जो देखते हैं, सच वो नहीं होता है. सच वो होता है, जो हम देख नहीं पाते. 'मिथ्या' की कहानी भी कुछ ऐसी है. ये एक डार्क साइकोलॉजिकल थ्रिलर बेस्ड वेब सीरीज है, जो आपको रिश्तों का वो पहलू दिखाती है, जो दुनिया नजदीक से देख नहीं पाती.
बदले की कहानी है मिथ्या
सीरीज की कहानी जूही अधिकारी (हुमा कुरैशी) और रिया राजगुरू (अवंतिका दसानी) के ईद-गिर्द घूमती है. जूही अधिकारी दार्जिलिंग के टॉप कॉलेज में हिंदी साहित्य की प्रोफेसर हैं. राइटर बनने का सपना लेकर रिया राजगुरू उसी कॉलेज में एडमिशन लेती हैं और जूही अधिकारी की स्टूडेंट बन जाती हैं. रिया राजगुरू अमीर बाप की बिगड़ी बेटी हैं, जो ना टाइम से कॉलेज आती है और ना ही ढंग से हिंदी बोल पाती है. पर हिंदी में लिखती बहुत अच्छा है. रिया का ये रवैया उनकी प्रोफेसर जूही अधिकारी को रास नहीं आता और वो उसे हिंदी साहित्य में फेल कर देती हैं.
यहां से कहानी में नया ट्विस्ट आता है. बदले की आग में जल रही रिया, जूही से बदला लेने के लिये उसके घर तक पहुंच जाती है. रिया जूही के पापा आनंद (रजीत कपूर), पति नील अधिकारी (परमब्रत चटर्जी) को अपने चाल का मोहरा बनाती है. कहानी में सब कुछ वैसा होता है, जैसा रिया चाहती है. रिया इस हद तक गिर जाती है कि जूही के पति का मर्डर तक कर देती है. लेकिन क्यों, क्या सच में एक स्टूडेंट सिर्फ फेल होने की वजह से किसी का मर्डर कर सकता है. नहीं? बिल्कुल नहीं. फिर आखिर रिया के गुस्से की असली वजह क्या है, जो वो अपनी प्रोफेसर जूही अधिकारी से इतना चिढ़ जाती है. ये सच जानने के लिये पूरी सीरीज देखना दिलचस्प होगा.
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हुमा-अवंतिका का दमदार अभिनय
हम सब जानते हैं कि हुमा कुरैशी बॉलीवुड की बेहतरीन एक्ट्रेसेस में से एक हैं, जिन्हें अपने किरदार में ढलना बखूबी आता है. हिंदी प्रोफेसर के रोल में हुमा ने ना सिर्फ दमदार डायलॉग बोले, बल्कि हर डायलॉग पर कमाल के एक्सप्रेशन भी दिये हैं. जूही अधिकारी के किरदार में हुमा को देखना अच्छा एक्सपीरियंस रहा. वहीं अगर बात करें अवंतिका की, तो अपनी डेब्यू सीरीज में उन्होंने भी काबिले-ए-तारीफ काम किया है. अवंतिका के कई सीन्स ऐसे हैं, जिसमें वो अपने एक्शन और एक्सप्रेशन से लोगों को डराती दिखीं. इंडस्ट्री में बतौर फ्रेशर अवंतिका की एक्टिंग सराहनीय है.
निर्देशन कैसा रहा?
जैसा कि हमने शुरुआत में ही बताया कि 'मिथ्या' एक डार्क साइकोलॉजिकल थ्रिलर बेस्ड सीरीज है. इसलिये उस हिसाब से देखा जाये, तो सीरीज का निर्देशन काफी अच्छा था. हालांकि, कुछ सीन्स को और बेहतर किया जाता है, पर कोई बात नहीं. अच्छी कहानी के चलते उसे इग्नोर किया जा सकता है. 'मिथ्या' में हर एक सीन को बारीकी से शूट करके दर्शकों तक कहानी पहुंचाने की कोशिश की गई है, जो बहुत कम देखने को मिलता है.
क्यों देखनी चाहिये सीरीज?
अगर आप बार-बार रोमांस, ब्रेकअप और प्यार की कहानियां देख कर बोर हो गये हैं, तो कुछ नया Try कर सकते हैं. क्राइम थ्रिलर के शौकीन लोगों के लिये ये सीरीज वीकेंड पर मसाला है. काफी वक्त बाद ओटीटी पर कोई बेहतरीन सीरीज आई है, जिसे मिस करना गुस्ताखी होगी.
क्यों ना देखें?
Applause entertainment द्वारा प्रोड्यूस की गई सीरीज में अगर आप रोमांस और प्यार ढूंढ रहे हैं, तो ना जी ना 'मिथ्या' आपके लिये नहीं है. पर हां इतना कहा जा सकता है कि अगर आप एक बार सीरीज देखने बैठे, तो पूरी खत्म करके ही उठेंगे.
हमारी तरफ से मिथ्या को 5 में से 3.5 स्टार, बाकी सीरीज देख कर आप अपना स्कोर बता दीजियेगा.