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'मरूंगी भी तो तुम्हारे साथ...', पति के लिए नहीं छोड़ा डूबता Titanic जहाज! फिल्मी नहीं, असली है यह लव स्टोरी

"इसिडोर, मेरी जगह तुम्हारे साथ है. मैं तुम्हारे साथ रही हूं. मैं तुमसे प्यार करती हूं और अगर मरना है तो मैं मरूंगी भी तुम्हारे साथ.” ये अल्फाज़ आइडा ने उस वक्त कहे जब टाइटैनिक जहाज पर सवार हर कोई किसी भी तरह अपनी जान बचाने में लगा हुआ था.

True Love Story of Titanic: Ida Straus and Isidor Straus True Love Story of Titanic: Ida Straus and Isidor Straus
हुमरा असद
  • नई दिल्ली,
  • 02 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 2:25 PM IST

फिल्म टाइटैनिक का नाम आते ही कई तरह के इमोशनल सीन आंखों के सामने तैरने लगते हैं. भावुक कर देने वाले दृश्यों में से एक वो भी था जब 'रोज़' का किरदार निभा रहीं केट विंसलेट ने जैक (लियोनार्डो डिकैप्रियो) के साथ रुकने के लिए लाइफबोट लेने से इनकार कर दिया था. हालांकि, क्या आप जानते हैं ये दृश्य एक दिल छू लेने वाली असली कहानी से प्रेरित है. 

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इस जहाज़ के डूबने की घटना ने न जाने कितने ही चाहने वालों को एक-दूसरे से अलग कर दिया था. न जाने कितनी 'रोज़' फिर कभी अपने 'जैक' को गले नहीं लगा पाईं.. कितने ही 'जैक' अपनी 'रोज़' के एक स्पर्श के लिए तरस गए.. कितनों का प्यार परवान चढ़ने से पहले ही ख़त्म हो गया और कितनों ने ही अपनी आंखों से अपने हमफसर को मौत का शिकार होते देखा. इन्हीं में से एक महिला ऐसी भी थी, जिसने ज़िंदगी की तरफ भागने के बजाय पति के साथ मरने का रास्ता चुना. 

दूसरों के लिए लाइफबोट में जाना ठुकराया

14 अप्रैल 1912 की रात RMS टाइटैनिक जहाज एक आइसबर्ग से टकराया था. अमेरिकी डिपार्टमेंटल स्टोर्स की चेन मैसी के मालिक इसिडोर स्ट्रॉस और उनकी पत्नी आइडा सोने के लिए लेट चुके थे. छह बच्चों के माता-पिता, इसिडोर (67) और इडा (63) की शादी को लगभग 41 साल हो चुके थे और वो फ्रांस में छुट्टी के बाद अमेरिका लौट रहे थे.

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‘दुनिया का सबसे बड़ा जहाज़’ अब डूब रहा था. शिप के आइसबर्ग से टकराने के कुछ घटों बाद अन्य यात्रियों की तरह ही इन दोनों को लाइफबोट की तरफ ले जाया जाने लगा. महिला और फर्स्ट क्लास की अमीर पैसेंजर होने की वजह से आइडा को लाइफबोट में जगह मिलनी तय थी. वहीं, बेहद रईस इसिडोर को उनकी उम्र और पूर्व कांग्रेस मेंबर होने के नाते लाइफबोट में एक खास जगह ऑफर की गई. हालांकि, इसिडोर ने इसे लेने से इनकार कर दिया. वो चाहते थे कि उनकी जगह महिलाओं और बच्चों को पहले बचाया जाए.

'.. I shall die with you'

आइडा ने भी अपने पति से अलग होने से इनकार कर दिया और दोनों ने टाइटैनिक के साथ ही खत्म होने का फैसला कर लिया. अमेरिका की जानमानी लेखिका ने अपनी किताब- A Titanic Love Story: Ida and Isidor Straus में लिखा कि कुछ यात्रियों ने आइडा को यह कहते सुना, “Isidor, my place is with you. I have lived with you. I love you, and if necessary, I shall die with you.” ("इसिडोर, मेरी जगह तुम्हारे साथ है. मैं तुम्हारे साथ रही हूं. मैं तुमसे प्यार करती हूं और अगर मरना है तो मैं तुम्हारे साथ ही मरूंगी.”)

जिन लोगों को लाइफबोट से बचाया गया, उन लोगों ने बताया था कि ये बेमिसाल जोड़ा शिप की रेलिंग के किनारे एक-दूसरे को पकड़े हुए चुपचाप रो रहा था. टाइटैनिक फिल्म में कई इमोशनल सीन्स को सहेजा गया है, जिसमें इस बूढ़े कपल को बेड पर एक-दूसरे से गले लगे हुए भी दिखाया गया है (ऊपर वीडियो देखें). फिल्म के कुछ डिलीट सीन्स के वीडियो में आइडा और इसिडोर की उस बातचीत को भी देखा जा सकता है, जिसमें वो साथ मरने पर राजी होते हैं (नीचे देखें वीडियो).

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न्यूयॉर्क पोस्ट की एक खबर के मुताबिक, समंदर से मिली 306 बॉडी में से आइडा की बॉडी को निकाल लिया गया था लेकिन इसिडोर का कुछ पता नहीं चल सका. बाद में इस कपल के लिए एक मेमोरियल सर्विस का आयोजन किया गया था. इसमें मैनहटन शहर के अपर वेस्ट साइड पर स्ट्रॉस पार्क में आइडा का स्टेच्यू लगाया गया. उस कार्यक्रम में 6000 लोग शामिल हुए थे और हजारों लोग बाहर हो रही बारिश में खड़े होकर अंदर आने का इंतजार कर रहे थे.

Isidor and Ida Straus Memorial in Straus Park, on Manhattan (Wikipedia)

बता दें कि टाइटैनिक जहाज के साथ हुए हादसे में 1500 से ज्यादा लोग मारे गए थे. इसे मॉडर्न हिस्ट्री की सबसे बड़ी दुर्घटनाओं में शुमार किया जाता है. दुखद ये है कि 1,178 लोगों की क्षमता वाले इस जहाज में महज 16 लकड़ी के लाइफबोट और चार अन्य नावों का ही इंतजाम था.

 

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