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कहां हैं 'तुम तो ठहरे परदेसी' गाने वाले अल्ताफ राजा? सिंंगर बोले- ये सुनकर लगता है बुरा

नेहा वर्मा
  • मुंबई,
  • 28 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 11:53 AM IST
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'तुम तो ठहरे परदेसी'.. आज भी लोगों की जुबान पर है. इस गाने ने अल्ताफ राजा को रातो रात स्टार बना दिया था. लोगों के बीच इसकी पॉपुलैरिटी देखते ही अल्ताफ को बॉलीवुड में एंट्री दिलवाई थी. मुंबई के मोहम्मद अली इलाके में रह रहे अल्ताफ से जब aajtak.in ने संपर्क किया, तो उन्होंने अपना हाल ए दिल बयां किया. इस दौरान अल्ताफ यह भी जिक्र करना नहीं भूले कि वे आज भी इंडस्ट्री में सक्रिय हैं लेकिन लोग जब उनके गुम हो जाने की बात करते हैं, तो यह सुनकर उन्हें दुख होता है. 

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अपने आइकॉनिक सॉन्ग तुम तो ठहरे परदेसी से जुड़ी यादों को ताजा करते हुए अल्ताफ कहते हैं, 'कुछ कल्ट चीजों को बनने में वक्त लगता है. जैसे शोले बनने में वक्त लगी थी. ठीक वैसे ही इस गाने को बनाने में एक लंबा अरसा लगा. मेरी हर वक्त कोशिश रही है कि मैं अपने गानों को शायरी के साथ एक स्पेशल टच दूं. इस गाने में मैंने अपनी कोशिश से बढ़कर महीने वाला फैक्टर डाला था. यह अनोखी कोशिश थी और खुशी इस बात की है, आज भी लोगों को यह कोशिश पसंद आती है.'

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अल्ताफ यह भी नहीं बताना भूलते कि यह गाना उनके करियर का टर्निंग पॉइंट रहा है. अल्ताफ कहते हैं,'बचपन से ही मैं सिंगिंग की तालीम ले रहा हूं. मैं उस दौर का इंडिपेंडेट आर्टिस्ट भी था. ऐसे में जब यह गीत लोगों के बीच आई, तो एक अलग तरह की शौहरत से नवाजा गया मुझे. इस गाने को अपने करियर का टर्निंग पॉइंट मानता हूं. इसी ने मुझे फिल्मों में भी एंट्री दिलवाई. इस गाने के बाद कई म्यूजिक प्रोड्यूर्स की लाइन लग गई थी.'

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फिल्मी गानों की सक्रियता पर अल्ताफ कहते है, 'मुझे बहुत बुरा लगता है कि लोग आकर मुझसे कहते हैं कि कहां गुम हो गए, अब फिल्मों में क्यों नहीं गाते हो. लेकिन आप बताएं, मैं तो लगातार सक्रिय हूं. मैंने घनचक्कर, हंटर जैसी फिल्मों में गाना गाया है. अब कोई ऐसा कहे कि मैं गुम हूं, तो सुनकर कोफ्त होती है. हर साल मेरा गाना रिलीज होता है, कुछ समय पहले ही इंदौरी इश्क भी रिलीज हुई है. बस लोग अब पहचानते नहीं हैं.'

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गुस्से में अल्ताफ ये भी कहते हैं कि लोग यहां सपना चौधरी जैसे लोगों को हाइलाइट करते हैं. सोशल मीडिया पर सपना चौधरी का जिक्र होता रहता है.आप ही बताएं उनका कौन सा गाना वर्ल्ड वाइड हिट हुआ है. फिर भी उन्हें तवज्जों दी जा रही है. जो हमेशा चलते हैं, उनके काम को नहीं दर्शाते हैं. 

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रोजाना नयेपन के चक्कर में हमने जो म्यूजिक का हश्र कर दिया है, वो तो देख ही रहे हैं. अब जब ये हाल है, तो मेलोडी की तलाश में पुराने सिंगर्स को खोजते रहते हैं. म्यूजिक इंडस्ट्री के अंदर अब मोनोपोली चल रही है. अब कुछेक लोग ही इंडस्ट्री को चला रहे हैं. रेडियो स्टेशन पर अपने गाने को हिट कराने में खर्च करते रहते हैं. ऐसे में आर्टिस्ट का न कोई परफेक्ट फेम नजर आता है और ना ही कोई गाने का हिट समझ आता है. हमारे दौर में तो लोग कैसेट के बिकने पर पॉपुलैरिटी को आंका करते थे. अब तो सबकुछ व्यूज पर आकर टिक गया है. अब व्यूज भी खरीदे ही जाते हैं. 

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अपनी पॉपुलैरिटी पर अल्ताफ कहते हैं, 'देखिए हम आर्टिस्ट्स के अंदर कोई जलन की भावना नहीं होती है. आज मैं 25 साल से इंडस्ट्री में हूं और अपनी जगह पर कायम हूं. जगह-जगह शोज करता हूं. आप जाएं पंजाब, बिहार, एमपी जैसी जगहों पर, वहां आज भी लोग अल्ताफ राजा और नदीम श्रवण के गाने सुनना ही पसंद करते हैं. कोई बेनी दयाल के गानों को नहीं सुनना चाहता है. ढाबे से लेकर ट्रक हर जगह हमारे गानों का राज है.' 

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अल्ताफ आगे कहते हैं, 'हम जैसे आर्टिस्ट को इनसिक्योर होने की जरूरत नहीं है. बल्कि आज के जनरेशन ज्यादा इनसिक्योर हैं. क्योंकि वे कुछ ही महीनों के फेमस होते हैं. उनकी पॉपुलैरिटी का ज्यादा चल नहीं पाती है.'

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रिएलिटी शोज पर अपनी राय रखते हुए अल्ताफ राजा कहते हैं, 'मुझे कई बार इन शोज के लिए कॉल्स आ चुके हैं, लेकिन मैं फकीर किस्म का इंसान हूं. मेरे लिए 12 से 15 घंटे तक बंध कर रहना मुश्किल होगा और वहां के तौर-तरीके भी नहीं पसंद है. हम चाहे जिसे भी पसंद कर लें, लोग एसएमएस के जमाने में अपना ही चलाएंगे. शो के अंदर होने वाले ड्रामे और एक्टिंग का हिस्सा मैं बन नहीं पाऊंगा.'

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अपने गानों पर होने वाली छिटाकंशी पर अल्ताफ कहते हैं, 'लोगों का तो काम है कहना. ये ही दुनिया का दस्तूर है. लोग हमेशा आपको गालियां देते रहेंगे. हम आर्टिस्ट अपनी साधना में लगे रहते हैं हमें लोगों की परवाह नहीं है. अब कोई कहे ट्रक ड्राइवर के लिए गाना बनाता हूं या थर्ड क्लास गीत हैं मेरे, मैंने कभी तवज्जों दी ही नहीं. मैं इन निगेटिव कमेंट्स पर ध्यान नहीं देता हूं.'

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अपने बारे में अल्ताफ बताते हैं, 'मैं आज भी मुंबई के जिस इलाके से हूं, वहीं रहता हूं. सक्सेस को कभी सिर पर चढ़ने नहीं दिया है. बहुत सादी सी जिंदगी जीता हूं. कुछ समय पहले ही यू-ट्यूब चैनल शुरू किया है. जहां गाने और शायरी का सिलसिला जारी है. इसके साथ ही अपने काम में सक्रिय हूं. स्टेज शोज के अलावा फिल्मों में भी काम करता रहता हूं. पिछला काम इंदौरी इश्क ही था' 

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