
नौ वर्ष की उम्र में अपनी आवाज से पूरे भोजपुरी इंडस्ट्री को दीवाना बना देने वाले भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के जाने माने एक्टर व सिंगर अरविंद अकेला उर्फ कल्लू ने भोजपुरी में अपने अश्लील गानों से लेकर अपने गुरु तक के सवालों पर खुलकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि भोजपुरी गानों से अश्लीलता को खत्म करने के लिए यहां भी एक सेंसरबोर्ड का होना जरूरी है.
करीब 10 वर्ष की उम्र में अपने भोजपुरी गाने से धमाल मचाने वाले कल्लू ने बिहार तक से बातचीत में कहा कि 9 साल की उम्र से ही उन्होंने भोजपुरी गायकी में अपना करियर शुरू किया था. उनका गाना 'मुर्गा मोबाइल' काफी पॉपुलर हुआ था, जिसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक सैकड़ों हिट गाने दिए.
कल्लू ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वो कभी इतने पॉपुलर होंगे. वो कहते हैं कि उनके पिता ने उन्हें संगीत सिखाने के लिए काफी कोशिश की. उनके पिता का रिक्शे का दुकान था, जिससे बहुत कम कमाई होती थी. इसके बावजूद उन्होंने कल्लू के हौसले को कम नहीं होने दिया.
अपने पहले गाने के बार में बताते हुए कहा कि उनके पिता जी ने उनका पहला गाना 'गवनवा कहिया करईबा ना' को पटना से रिलीज करवाया था. जिसके बाद यह गाना काफी पसंद किया गया. इस समय उनकी उम्र करीब 9 वर्ष थी.
कल्लू ने कहा, 'भोजपुरी इंडस्ट्री में विवाद काफी ज्यादा होता है. लोग एक दूसरे पर टिप्पणी करते रहते हैं. मैं इन विवादों से दूर रहता हूं. बचपन में करीब 10 वर्ष की उम्र में मुझे गोली लगी थी, इससे काफी तकलीफ हुई थी. उस समय काफी छोटा था. वो दिन याद करके सोचता हूं कि मैंने किसी का क्या बिगाड़ा था कि मेरे पैर में गोली लगी.'
अपनी आने वाली फिल्मों और गानों पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'अभी कई अलग-अलग कंपनियों के साथ कई गानें पाइपलाइन में हैं. इसमें होली के कई गाने हैं. साथ ही 12 मार्च को फिल्म प्यार तो होना ही था रिलीज हो रही है.'
गुरु के बारे सवाल पूछने पर उन्होंने कहा, 'मैं बचपन से अपना गुरु पवन सिंह को मानता हूं. क्योंकि उन्हीं का गाना सुनकर बड़ा हुआ. हमारी कहानी द्रोणाचार्य और एकलव्य वाली है. जब मैं उनसे मिला तो वो बोले कि मैंने तो कुछ सिखाया ही नहीं तो गुरु कैसे. तो मैंने पवन सिंह से कहा कि गुरु का कोई रूप नहीं होता है. मैंने आपको देखकर ही गाना सीखा इसलिए आप ही गुरु हैं.'
राजनीति से जुड़ने की बात पर उन्होंने कहा कि वो आगे चलकर एक समाजसेवक बनना चाहते हैं.
भोजपुरी में अश्लीलता पर उन्होंने कहा, 'मैं मानता हूं कि मेरे गानों में भी अश्लीलता रही है. लेकिन अब मैं जो भी गाने गाता हूं उसे सुना जा सकता है. अब भोजपुरी इंडस्ट्री में काफी बदलाव हुआ है. फिल्मों से अश्लीलता पूरी तरह खत्म हो गया है और गानों से अश्लीलता को खत्म करने के लिए यहां भी एक सेंसरबोर्ड की जरूरत है.'
देखें अरविंग अकेला उर्फ कल्लू का पूरा इंटरव्यू...