
Pandit Shiv Kumar Sharma Death: मशहूर भारतीय संगीतकार और संतूर वादक पंडित शिव कुमार शर्मा का निधन हो गया है. भारतीय संगीत को उनके खास अंदाज की वजह से अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली थी. पंडित जी पिछले ढाई साल से लॉक डाउन और कोविड काल में तो तो पंडित जी घर से भी बहुत कम निकले. पिछले छह महीनों से उनको गुर्दे से संबंधित परेशानी थी. हालांकि उम्र संबंधी परेशानियों और किडनी प्रॉब्लम की वजह से उन्हें डायलिसिस भी करानी पड़ी. उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ. 10 मई की शाम उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
फिल्मी जगत में भी पंडित शिव कुमार शर्मा का अहम योगदान रहा. बॉलीवुड में 'शिव-हरी' (शिव कुमार शर्मा और हरि प्रसाद चौरसिया) की जोड़ी ने कई हिट गानों में संगीत दिया. Chandni फिल्म का गाना 'मेरे हाथों में नौ-नौ चूड़ियां' जो कि श्रीदेवी पर फिल्माया गया था उसके लिए संगीत इस हिट जोड़ी ने ही दिया था.
पीएम मोदी ने जताया दुख
संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा के निधन पर मुख्यमंत्री ने जताया दुःख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रख्यात संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा जी के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है. अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि सरल स्वभाव और आत्मा को सम्मोहित करने वाले संगीत कला के पारंगत पंडित शिवकुमार जी मां सरस्वती के अनन्य साधक थे. कला-संगीत के क्षेत्र में उनके विशिष्ट योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण से अलंकृत किया था. आज उनके निधन से संगीत जगत में एक विराट शून्य उत्पन्न हुआ है. शोकाकुल परिजनों और शिष्यों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते मुख्यमंत्री ने शिवकुमार जी की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है.
15 मई को होने वाला था कॉन्सर्ट
सबसे दुख की बात ये है कि शिव कुमार शर्मा जी का 15 मई को इवेंट होने वाला था. इस खास पल का हिस्सा बनने के लिए कई लोग इंतजार कर रहे थे. इस इवेंट में शिव कुमार शर्मा जी हरि प्रसाद चौरसिया के प्रस्तुति देने वाले थे. लेकिन अफसोस इवेंट से कुछ दिन पहले ही शिव कुमार शर्मा ने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया.
जवान दिखने के लिए क्या-क्या नहीं करते एक्टर, कई बड़े एक्टर्स ने करवाई है सर्जरी
दुर्गा जसराज ने जताया दुख
प्रोड्यूसर और एक्ट्रेस दुर्गा जसराज ने इस क्षति पर दुख जताते हुए कहा है कि प्रकृति का संगीत खामोश हो गया है. बापूजी पंडित जसराज जी के बाद अब शिव चाचाजी का अचानक जाना मेरे लिए दोहरी और सब कुछ चकनाचूर कर देने वाली घड़ी है.
साहित्यकार गजलकार आलोक श्रीवास्तव ने इस दुख के मौके पर कहा- संतूर सम्राट पंडित शिव कुमार शर्मा जी नहीं रहे. हमारी महान भारतीय शास्त्रीय संगीत परंपरा का एक सुरीला सितारा टूट गया. देवाधिदेव महादेव से उनकी आत्मा की शांति हेतु विनम्र प्रार्थना.
मंबई में हुई थी पंडित शिव कुमार शर्मा की पहली परफॉर्मेंस
पंडित शिव कुमार शर्मा का जन्म जम्मू में हुआ था. उन्होंने 13 साल की उम्र में संतूर सीखना शुरू किया था. उनकी पहली परफॉर्मेंस साल 1955 में मुंबई में हुई थी. इस महान शख्सियत ने 84 साल की उम्र में दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है. उनके यूं जाने से हर कोई उदास है.