
मणि रत्नम की (Mani Ratnam) एपिक पीरियड फिल्म 'पोन्नियिन सेल्वन' का पार्ट 1 (Ponniyin Selvan 1) इस शुक्रवार थिएटर्स में रिलीज होने जा रहा है. सिनेमा फैन्स ने फिल्म के फर्स्ट लुक से लेकर ट्रेलर तक हर चीज की खूब तारीफ की है. सोशल मीडिया पर भी फिल्म को लेकर जोरदार माहौल बना हुआ है.
'पोन्नियिन सेल्वन' की टीम इन दिनों जोरदार प्रमोशन में जुटी हुई है और हाल ही में ऐसे एक इवेंट में फिल्म के स्टार चियान विक्रम (Chiyaan Vikram) ने एक सवाल के जवाब में, चोल साम्राज्य और राजाओं के गौरवशाली इतिहास पर एक जोरदार स्पीच दे डाली.
विक्रम की इस स्पीच का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और इसे इतना पसंद किया जा रहा है कि ट्विटर पर #PonniyinSelvan1 ट्रेंड होने लगा. इस स्पीच में विक्रम चोल साम्राज्य और चोल राजा- राजराजा की उपलब्धियों के बारे में बात कर रहे हैं.
तंजौर के वृहदेश्वर मंदिर पर जमकर बोले विक्रम
वो कहते हैं, 'हम सब पिरामिड देखने जाते हैं, झुकी हुई पीसा की मीनार देखने जाते हैं. किसी ने एक बहुत अच्छी बात कही- आप असल में एक ऐसी बिल्डिंग को एप्रिशिएट कर रहे हैं, जो खड़ी ही नहीं है, गिर रही है. और हम जाकर वहां फोटो और सेल्फी लेने के लिए एक्साइटेड रहते हैं. लेकिन आज भी हमारे यहां मंदिर खड़े हैं, और उन्हें बनाने में प्लास्टर नहीं यूज हुआ था.'
विक्रम जिस मंदिर के बारे में बात कर रहे हैं वो तंजौर का वृहदेश्वर मंदिर (Brihadisvara Temple, Thanjavur) है, जिसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया है. ग्रेनाईट का बना ये मंदिर दुनिया भर में अपनी तरह का इकलौता मंदिर है और तमिल आर्किटेक्चर की सबसे शानदार मिसाल में गिना जाता है.
विक्रम ने इसके बारे में बात करते हुए कहा, 'इस एक खास पत्थर के लिए उन्होंने (चोल राजा ने) एक रैम्प बनवाया था, जो 6 किलोमीटर लंबा था, इसे बैल-हाथियों और इंसानों ने खींचा था. 6 किलोमीटर तक, इसे ऊपर पहुंचाने के लिए. बिना किसी मशीनरी, बिना किसी क्रेन. उसपर प्लास्टर नहीं था और फिर भी उसने 6 भूकंप झेले हैं. आपको पता है न जब भूकंप आता है तो क्या होता है, वो भी बिना प्लास्टर. उन्होंने क्या किया, एक बाहरी दीवार बनाई, उसके अंदर उन्होंने एक 6 फुट का खुला कॉरिडोर बनाया, खुला कॉरिडोर, और फिर उन्होंने अंदर एक और स्ट्रक्चर बनाया जो नीचे से पूरा ऊपर तक जाता है. इसीलिए वो भूकंप झेल जाता है, और इसीलिए वो इतने लम्बे समय से खड़ा हुआ है. ये सब चीजें हमें जाननी चाहिए.'
जिस राजा 9वीं सदी में करवाए इलेक्शन
राजराजा प्रथम के नाम से मशहूर हुए अरुलमोळीवर्मन के राज की शानदार उपलब्धियों को गिनाते हुए विक्रम ने कहा, 'इस एक (चोल) राजा ने अपने समय में 5000 से ज्यादा बांध बनवाए और उसने उस समय में वाटर मैनेजमेंट मिनिस्ट्री बनाई थी. उसने ग्राम प्रधान के चुनाव करवाए, उसने महिलाओं के नाम पर नगरों के नाम रखने को कहा, कि सिर्फ पुरुषों के नाम पर ही नाम क्यों रखे जाएं, रानियों के क्यों नहीं! उनके यहां फ्री हॉस्पिटल थे. उसने लोन देना शुरू किया, वो लोगों को सम्मान से जीने में मदद करता था, सिर्फ पैसे नहीं बहाता था. ये सब कितना शानदार है. और ये 9वीं सदी में हो रहा था.'
इसके बाद विक्रम ने ज्यादा समय लेने पर माफी मांगी और फिर आगे बोलना शुरू किया, '9वीं सदी में ये सब हो रहा था, आप आज सुपरपावर्स की बात करते हैं, तब हमारे पास दुनिया की सबसे बड़ी जल सेना थी और वो बाली, मलेशिया और चीन तक गई. और आपको पता है कि तब ये सुपरपावर्स क्या कर रहे थे? अमेरिका, इसके 500 साल बाद तक, कोलंबस द्वारा खोजा भी नहीं गया था!'
तब कोलंबस को अमेरिका मिला भी नहीं था
विक्रम ने आगे कहा कि हमें अपनी इन विरासतों को फिल्मों में भी उतारना चाहिए और इनपर गर्व करना चाहिए. उन्होंने कहा, 'तो हमारी संस्कृति के बारे में सोचिए, सोचिए कि हम कितने एडवांस थे. हमें इस पर गर्व होना चाहिए. इसका नॉर्थ इंडिया, साउथ इंडिया, वेस्ट इंडिया से कोई लेना देना नहीं है. हम भारतीय हैं और हमें इस बारे में गर्व करने की जरूरत नहीं है. और इंग्लैंड जो कितना शानदार है, उस समय इंग्लैंड पर वाइकिंग के हमले चल रहे थे और 9वीं सदी में यूरोप में डार्क एज था, वहां कुछ चल ही नहीं रहा था. तो आपको नहीं लगता कि हमें अपने इतिहास को सेलेब्रेट करना चाहिए?' देखिए विक्रम की पूरी स्पीच:
'पोन्नियिन सेल्वन-1' 30 सितंबर को थिएटर्स में रिलीज होने जा रही है, ये एक पैन इंडिया फिल्म है. इसमें विक्रम के साथ, ऐश्वर्या राय बच्चन, कार्थी, जयम रवि, त्रिशा और प्रकाश राज जैसे कई बड़े एक्टर्स हैं. तमिल में बनी इस फिल्म को हिंदी, तेलुगू, कन्नड़ और मलयालम में भी रिलीज किया जा रहा है.