
स्कैम 2003 में तेलगी के किरदार की वजह से एक्टर गगन देव रियार चर्चा में हैं. फिल्मों से ज्यादा गगन थिएटर में सक्रिय हैं. यही वजह है उन्होंने अपने एक्टिंग करियर में बहुत ही सिलेक्टिव काम किया है. बता दें, गगन को जब स्कैम के लीड रोल का ऑफर मिला था, तो उन्हें बिलकुल भी यकीन नहीं था कि उन्हें बतौर लीड चुना गया है. आगे की कहानी खुद गगन बता रहे हैं.
ऐसे हुई है तेगली की तैयारी
मुझे हंसल सर ने जब कास्ट किया था, तो उन्होंने मुझे यही कहा था कि ये कोशिश मत करना कि तुम्हें तेलगी की ही तरह दिखना है. देखा जाए, तो कहीं भी उनका कोई रेफरेंस है नहीं और उनसे जुड़ी न ही कोई ज्यादा मटेरियल अवेलेबल है. उन्होंने कहा कि तुम गगन को तेलगी के अंदर डालो, ताकि एक्टिंग सही तरीके से इमोट हो सके. मैंने उस कॉमन पॉइंट को पकड़ा और अपने किरदार को उसके आसपास बुना. उनके कुछ फोटोग्राफ्स में जेस्चर को ध्यान से देखा, उन्हें आपस में स्टिच किया और मैंने उसे सोचकर अपने हावभाव तैयार किया है.
अरविंद स्वामी ने कॉल कर की तारीफ
सोशल मीडिया पर मिल रहे अनोखे मेसेज पर गगन कहते हैं, एक चीज जिसे मैं नहीं भूल सकता कि जब मेरा ऑनलाइन इंटरव्यू चल रहा था, उस वक्त एक अंजान नंबर से मुझे कॉल आया था. मुझे उसे कट करना पड़ा क्योंकि जब आप इंटरव्यू के बीच कॉल उठा लो, तो वो इंटरव्यू बंद हो जाता है. थोड़ी देर बात उसी फोन से एक मैसेज आता है, जिसमें लिखा है, हाय गगन, मैं अरविंद स्वामी, मैं चेन्नई बेस्ड एक्टर हूं. बस तुम्हारे परफॉर्मेंस के लिए कॉल किया था. ग्रेट वर्क. मैं तो हैरान ही हो गया था. इनकी फिल्मों को देखकर बड़े हुए हैं. बॉम्बे मेरी सबसे पसंदीदा फिल्म में से एक थी. अब ऐसे एक्टर से तारीफ मिलना, मेरे लिए फख्र की बात है.
लगता था, मुझे कौन ही लीड लेगा
इस बात की बहुत चर्चा थी कि मुकेश छाबड़ा ने गगन से इस सीरीज के लिए हामी भरवाने के लिए लंबे समय का इंतजार किया था. इस पर गगन कहते हैं, ऐसा नहीं है. दरअसल उस वक्त कोविड का समय चल रहा था, जब मुझे मुकेश छाबड़ा ने कहा कि तुम्हारे लिए एक किरदार है, जिसमें लीड प्ले करना है, तो मैं असंमजस में था. दरअसल मैं सोचता था कि आखिर मुझे कौन ही लीड के रूप में लेगा. क्योंकि ऐसी शक्ल और कद-काठी वालों को आखिर लीड में कहां तवज्जो मिलती है.
मेरे लिए यह बात अविश्वसनीय ही थी. फिर उन्होंने मुझसे कहा कि नहीं, तुम्हारे अलावा मेरे पास कोई और बेहतर विकल्प नहीं है, इसलिए इस किरदार की तैयारी कर मुझे ऑडिशन दो. मैंने तीन चार दिन लेकर मैं इस किरदार की तैयारी की. मैंने फिर मुकेश के ऑफिस जाकर ऑडिशन दिया. वो वहां मौजूद नहीं थे. खैर, इंटरव्यू हुआ, शायद उनकी टीम ने मेरा वीडियो उन्हें भेज दिया था. मैं उनकी ऑफिस से बाहर निकला ही था, कि मुकेश मुझे गाड़ी से एंट्री लेते नजर आए. उन्होंने गाड़ी की कांच नीचे गिराते हुए कहा, कि एक नंबर है, आप पक्के हो. बस फिर मेरे घर पहुंचने के बीच ही मुकेश का कॉल आया और उन्होंने हंसल मेहता के साथ मुझे कॉन्फ्रेंस कॉल में कनेक्ट करवाया था. वहां से हंसल सर ने तारीफ करते हुए कहा कि तुम फाइनल हो. मैं बीच रोड में खड़े होकर यही सोच रहा था कि ये मेरे साथ क्या हो गया.