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जैसे जैसे साउथ फिल्मों की सक्सेस का पैमाना बढ़ा है बॉलीवुड और साउथ के बीच जंग भी खुलकर सामने आई है. साउथ इंडस्ट्री का देश विदेश में डंका बजता देख वहां के सितारे बॉलीवुड पर तंज कसने का मौका नहीं छोड़ रहे. रही सही कसर साउथ स्टार महेश बाबू ने पूरी कर दी. उन्होंने बॉलीवुड को लेकर बड़ा बयान दे डाला है.
महेश बाबू के निशाने पर बॉलीवुड
महेश बाबू ने कहा कि वो बॉलीवुड में काम नहीं करेंगे. उनके मुताबिक, बॉलीवुड उन्हें अफॉर्ड नहीं कर सकता. इसलिए यहां पर काम कर वे अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहते. अब महेश बाबू का ये बयान कई लोगों को खटक भी रहा है.आखिर एक्टर ने तीखा कमेंट जो किया है. चलिए ये तो महेश बाबू की अपनी मर्जी है कि वो हिंदी फिल्मों में आना चाहते हैं या नहीं. लेकिन बॉलीवुड पर कटाक्ष करना क्यों?
महेश बाबू के बॉलीवुड से तौबा करने की क्या वजहें हो सकती हैं, उनके बारे में हम आपको बताएंगे. कहीं इसके पीछे कोई डर तो नहीं, जिससे बचने के लिए और सेफ साइड पकड़ते हुए महेश बाबू ने बी-टाउन से दूरी बना ली?
फ्लॉप होने का डर?
जब कोई एक्टर किसी इंडस्ट्री का बड़ा नाम, चेहरा होता है तो दूसरी इंडस्ट्री में उसे वही सक्सेस मिलने की कोई गारंटी नहीं दे सकता. ये बहुत बड़ा रिस्क है जिसे कम ही एक्टर्स लेते हैं. महेश बाबू भी इनमें से एक लगते हैं. कई साउथ एक्टर्स ऐसे रहे हैं जो बॉलीवुड में फ्लॉप हो गए. हिंदी फिल्मों में पिटने के बाद उन्होंने दोबारा से ये गलती नहीं की और अपनी इंडस्ट्री में ही फिट हो गए. महेश बाबू को भी क्या पता डर हो कि बॉलीवुड में फ्लॉप हुए तो साख को झटका लगेगा.
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स्टारडम पर असर
मान लीजिए महेश बाबू ने बॉलीवुड डेब्यू कर भी लिया और फिल्म नहीं चली तो. फिल्म फ्लॉप होने पर इतने बड़े सुपरस्टार के स्टारडम पर असर होना लाजमी है. इतने बड़े रिस्क के बाद इस कदर हार का मुंह देखना, हर कोई इसे नहीं ले पाता है. साउथ के दिग्गज एक्टर्स का फ्लॉप बॉलीवुड करियर देख महेश बाबू ने हो सकता है ये रिस्क ना लेने का फैसला किया हो.
चॉइस के रोल्स मिलना
बॉलीवुड ग्रैंड है. यहां एक से बढ़कर एक सितारे हैं जो कतार में बैठे हैं. ऐसे में हर किसी को बेंचमार्क सेट करने वाले रोल्स मिलना मुश्किल है. जैसा कि महेश बाबू ने कहा कि उन्हें कई हिंदी फिल्मों के ऑफर मिले लेकिन उन्होंने हामी नहीं भरी. ऑफर ठुकराने की बड़ी वजह एक्टर को उनकी पसंद के रोल ना मिलना होगा. हिंदी बेल्ट में महेश बाबू की फैंडम तगड़ी है पर इतना भी नहीं कि मेकर्स महेश बाबू की गारंटी पर फिल्म की सक्सेस छोड़ दें. ऐसा रिस्क शायद ही हिंदी इंडस्ट्री का कोई मेकर लेगा.
एक्टिंग में कमजोर
महेश बाबू चाहे साउथ के बड़े स्टार हैं लेकिन उनकी फिल्में देखने वाले ये जानते हैं कि धनुष, जूनियर एनटीआर, अल्लू अर्जुन, सूर्या जैसे स्टार्स के आगे महेश बाबू एक्टिंग में नहीं टिकते हैं. महेश बाबू की चॉकलेटी बॉय की इमेज है ऐसे में वे एक्शन अवतार, एंग्री यंग मैन इमेज में फीके लगते हैं. एक्टिंग में महेश बाबू बाकी साउथ स्टार्स से थोड़ा कम हैं. यानी उनके सामने फीके पड़ जाते हैं. महेश बाबू की एक्टिंग में वैरिएशन की कमी हमेशा देखी गई.
रिपोर्ट पढ़ने के बाद आपको क्या लगता है, महेश बाबू ने इन्हीं वजहों से हिंदी इंडस्ट्री से तौबा की है. या फिर कोई और वजह है. हमें जरूर बताएं.