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अभय देओल ने बताई देव डी के पीछे की कहानी, ऐसे तैयार हुई थी फिल्म

अभय देओल की फिल्म देव डी साल 2009 में रिलीज हुई थी. फिल्म का निर्देशन अनुराग कश्यप ने किया था. अब ये वो फिल्म थी जिसे समय से आगे बताया गया था. इस फिल्म में महिलाओं को भी सशक्त करने की कोशिश की गई थी. अब अभय देओल ने भी एक लंबी पोस्ट के जरिए इस बारे में बताया है.

अभय देओल अभय देओल
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 जून 2020,
  • अपडेटेड 8:50 PM IST

एक्टर अभय देओल आजकल सोशल मीडिया पर खासा एक्टिव हो गए हैं. वो जिस बेबाकी से हर मुद्दे पर अपनी बात रख रहे हैं, उसे देख फैंस भी इप्रेंस हो रहे हैं. एक्टर ने कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया पर अवॉर्ड शोज को लेकर बड़ी बात बोली थी. अब उन्होंने अपनी फिल्म देव डी के बारे में विस्तार से बात की है. उन्होंने फिल्म की पीछे की कहानी बताई है.

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देव डी के जरिए ये बदलना चाहते थे अभय

अभय देओल की फिल्म देव डी साल 2009 में रिलीज हुई थी. फिल्म का निर्देशन अनुराग कश्यप ने किया था. अब ये वो फिल्म थी जिसे समय से आगे बताया गया था. इस फिल्म में महिलाओं को भी सशक्त करने की कोशिश की गई थी. अब अभय देओल ने भी एक लंबी पोस्ट के जरिए इस बारे में बताया है. उन्होंने बताने की कोशिश की है कि कैसे उनकी फिल्म देव डी अलग थी. अभय लिखते हैं- मैंने देव डी का आइडिया कई लोगों को बताया था. बाद में अनुराग कश्यप ने फिल्म डायरेक्ट की. जब मैं लोगों को इस फिल्म की कहानी बताता था, वो कहते हैं कि ये बहुत डॉर्क है, आर्ट फिल्म जैसी है. मैं खुश किस्मत था कि ये फिल्म अनुराग ने डायरेक्ट की.

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अभय ने बताया कि उन्होंने Sarat Chandra Chattopadhyay की किताब देवदास पढ़ी थी. उनकी माने तो फिल्म में जिस अंदाज में किरदारों को दिखाया गया था, वो उसे बदलना चाहते थे. वो नहीं चाहते थे कि लड़की किसी के प्यार में पढ़े. वो अच्छी धार्मिक महिला वाली इमेज तोड़ना चाहते थे. अभय के मुताबिक फिल्म में भी पारो देव की गलतियां बताती है.

अनुराग ने फिल्म को लेकर उनका विजन भी शेयर किया है. उन्होंने बताया है कि वो कैसे फिल्म के किरदारों को स्क्रीन पर दिखाना चाहते थे. अभय कहते हैं- मेरे वर्जन में देव को पुलिस गोली मार देती है, वो भी पारो के घर के बाहर. चंदा भी उससे प्यार नहीं करती और ना ही उसे East European high class escort से कोई दिक्कत होती है. लेकिन अनुराग को ये ठीक नहीं लगा था. अनुराग फिल्म के लिए हैपी एंडिंग चाहते थे. वो चाहते थे कि देव और चंदा एक दूसरे से प्यार करने लगे.

जिंदगी ना मिलेगी दोबारा को लेकर खुलासा

कुछ दिन पहले अभय ने अपनी फिल्म जिंदगी ना मिलेगी दोबारा को लेकर भी बड़ा खुलासा किया था. उन्होंने कहा था- मैं ये बताना चाहूंगा कि सभी अवॉर्ड शोज ने मुझे और फरहान को मुख्य किरदार से डिमोट कर दिया था. और हमें सपोर्टिंग एक्टर्स के तौर पर नॉमिनेट किया गया था. जबकि ऋतिक और कटरीना को लीडिंग रोल के लिए नॉमिनेट किया गया था. इंडस्ट्री के हिसाब से ये एक लड़के और लड़की की प्रेम कहानी थी, जिसमें लड़के के दोस्तों ने उसकी मदद की. मैंने इस बात के खिलाफ बगावत की लेकिन फरहान को इससे दिक्कत नहीं थी.'

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