
दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के साथ हुई हिंसा का मामला गरमाता जा रहा है. इसके खिलाफ देश की कई यूनिवर्सिटी प्रदर्शन कर रही हैं. एजेंडा आज तक 2019 के मंच पर आयुष्मान खुराना ने छात्रों के विरोध प्रदर्शन और उनपर हुई हिंसा पर बयान दिया है.
आयुष्मान खुराना ने कहा- ''इस हालात में मैंने एक ट्वीट किया था जो लोगों को लगा कि काफी सैनिटाइज्ड है. मुझे दोनों तरफ से ट्वीट को लेकर ट्रोल किया गया. मुझे समझ नहीं आया कि क्या कहना चाह रहे हैं. लेकिन मैं बता दूं कि मैं भी स्टूडेंट रहा हूं. देश का भविष्य ही नहीं वर्तमान भी स्टूडेंट के हाथ में हैं. वो सोच समझकर कुछ कहना चाहते हैं. लेकिन हां ये गांधी का देश है. हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता दी गई है. जो अहिंसा के साथ आगे रखनी चाहिए.''
आयुष्मान ने आगे कहा- ''ये सरकार की भी जिम्मेदारी है कि वे जो भी बिल लेकर आ रहे हैं उसे लेकर स्टूडेंट्स और उनके बीच कम्यूनिकेशन गैप नहीं होना चाहिए. वो क्या कहना चाहते हैं वो सरकार को देखना चाहिए. अगर स्टूडेंट्स को लगता है कि अल्पसंख्यक सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं तो सरकार को इसके पीछे की वजह जाननी चाहिए. ये देखना बहुत जरूरी है.''
क्या लिखा था आयुष्मान ने ट्वीट में?
आयुष्मान ने ट्वीट कर लिखा था- स्टूडेंट्स जिस भी हालात से गुजर रहे हैं उसे लेकर बेहद दुखी हूं. मैं इसकी निंदा करता हूं. हम सभी को विरोध-प्रदर्शन करने का हक है. हमें अभिव्यक्ति की आजादी का इस्तेमाल करने का हक है. हालांकि विरोध प्रदर्शन उग्र नहीं हो सकते. ऐसे प्रदर्शन नहीं होने चाहिए जिससे पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचे. मेरे प्यारे देशवासियों, ये गांधी की धरती है. चीजों को एक्सप्रेस करने के लिए अहिंसा हमारा हथियार होना चाहिए. लोकतंत्र पर भरोसा रखें.