
एजेंडा आज तक 2018 हर बार की तरह इस बार भी ज्वलंत बातचीत का गवाह बना. सेशन के पहले दिन अलग अलग विषयों पर कई सत्र हुए. इन्हीं में से एक सत्र "गाता रहे मेरा दिल" भी था. इस सेशन में मेहमान थे बॉलीवुड सिंगर अरमान मालिक. सत्र मॉडरेट किया आज तक के जर्नलिस्ट सुशांत मेहता ने. इस दौरान अरमान ने अपनी गायकी की शुरुआत, करियर में आए उतार चढ़ाव और तमाम अनछुए पहलुओं पर बातचीत की. अरमान ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि सिंगिंग रिएलिटी शो करियर की गारंटी नहीं हैं.
अरमान ने कहा कि नए सिंगर्स को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि रियलिटी शोज ही सब कुछ नहीं है. लोग शोज जीत जाते हैं उन्हें लगता है कि वो सिंगर बन गए. लेकिन आगे चीजें बिलकुल अलग होती हैं. गायक की एक अलग ही जर्नी होती है.
अपनी कहानी बताते हुए अरमान ने कहा, "जब मैं 11 साल का था मैं और मेरी मॉम स्टूडियो जाते थे. एक डेमो सीडी छोड़ता था. मेरे डैड डब्बू मालिक है, अन्नू मालिक मेरे अंकल हैं. लेकिन मैंने ये सब यूज नहीं किया. परिवार के नाम का इस्तेमाल नहीं किया. मुझे हमेशा से लगा कि टैलेंट है तो वो आपको मिल जाया करती है. मैं यहां मेरी मॉम की वजह से बैठा हूं."
सिंगर नहीं गाना आपका चुनाव करता है-
अरमान ने कहा, "स्ट्रगल बहुत टफ होती है. बहुत सारी चीजें भाग्य से भी मिलती हैं. एक गाना सिंगर को चुनता है.... सबकी ख्वाहिश होती है फिल्मों में गाना गाने की. मैं खुशनसीब हूं कि मुझे फिल्मों में इतने गाने मिले. बहुत सारे सिंगर हैं जो बेहतर गाते हैं, किस्मत को मानता हूँ. मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे गाने का मौका मिला. सुनकर भी सीख सकते हैं. जैसा मैंने किया."