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विरोध के बाद फिल्म आर्ट‍िकल 15 से 'ब्राह्मण' शब्द हटाने की मिली थी धमकी: डायरेक्टर अनुभव सिन्हा

ब्राह्मण समुदाय को लेकर फिल्म आर्टिकल 15 पर हो रहे विवाद पर डायरेक्टर अनुभव सिन्हा ने उन्हें मिल रही धमकियों का जिक्र किया है.

आर्ट‍िकल 15 की शूटिंग के दौरान अनुभव सिन्हा और एक्टर आयुष्मान खुराना (फाइल फोटो) आर्ट‍िकल 15 की शूटिंग के दौरान अनुभव सिन्हा और एक्टर आयुष्मान खुराना (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 29 जून 2019,
  • अपडेटेड 11:36 AM IST

एक्टर आयुष्मान खुराना की फिल्म आर्ट‍िकल 15 सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. जातिवाद जैसे सोशल सब्जेक्ट पर बनीं इस फिल्म का ब्राह्मण समुदाय से लेकर करणी सेना तक ने काफी समय से विरोध करना शुरू कर दिया था. उनका कहना था कि फिल्म में ब्राह्मण समुदाय को नेगेटिवली दिखाया गया है. हालांकि फिल्म के डायरेक्टर अनुभव सिन्हा और एक्टर आयुष्मान खुराना ने इस बात को पहले ही साफ कर दिया था कि फिल्म भले ही जाति के भेदाभाव पर आधारित है लेकिन इसमें ब्राह्मणों या किसी अन्य जाति को नेगेटि‍व नहीं दिखाया गया है.

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एक इंटरव्यू के दौरान फिल्म पर बात करते हुए डायरेक्टर अनुभव सिन्हा ने बताया कि गुरुवार को बहुत सारे थिएटर चेन्स को इस बात का डाउट था कि अगली सुबह फिल्म रिलीज हो पाएगी भी या नहीं. फिल्म के विरोध पर उन्होंने कहा 'मुझे नहीं पता कि इतना विरोध किसलिए है. पहले वे बोल रहे थे कि फिल्म में ब्राह्मणों की खराब छवि दिखाई जा रही है. अब यह बात साफ हो गई है कि ऐसा कुछ नहीं है. हमने ब्राह्मणों या किसी समूह या समुदाय की खराब छवि नहीं दिखाई है. पांच सौ से अधिक प्रेस के लोगों और इंडस्ट्री के सौ लोगों ने फिल्म देखी है. और सभी मानते हैं कि फिल्म में ब्राह्मणों को कोसने जैसा कुछ नहीं है.'

अनुभव ने उन्हें मिल रही धमकियों का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि 'अब मुझे धमकी मिली है कि मैं फिल्म से ब्राह्मण शब्द को ही हटा दूं. इसलिए मैं क्लीयर नहीं हूं कि उन्हें क्या चाहिए. मैं सोच रहा हूं कि उन्हें पता है भी या नहीं कि उन्हें क्या चाहिए. या फिर वे सिर्फ इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि स्ट्रॉन्ग पॉलिटिकल कंटेट वाली फिल्मों को टारगेट करने की उम्मीद की जाती है.'

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सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्ट‍िफिकेशन (CBFC) द्वारा फिल्म को UA सर्ट‍िफिकेट दिया है. इसपर अनुभव ने कहा कि 'फिल्म को सेंसर बोर्ड ने थोड़े बहुत कट के साथ क्लीयर कर दिया था. फिर भी मैं हफ्तों से प्रोटेस्ट्स से जूझ रहा हूं. मेरे लिए प्री-रिलीज टाइम बहुत ही स्ट्रेसफुल रहा. मुझे ब्राह्मण समुदाय और करणी सेना से डील करना पड़ा. इसलिए कई जगहों पर एडवांस बुकिंग नहीं हो पाई. उसके बाद फिल्म पर स्टे ऑर्डर का एक कोर्ट पेटिशन भी था. मैं थक चुका हूं.'

जब अनुभव से पूछा गया कि क्या इस तरह की परेशानियों के बाद वे इस तरह की फिल्में बनाएंगे. इसपर अनुभव ने कहा कि मुल्क और आर्ट‍िकल 15 जैसी फिल्म बनाने के बाद अब उनकी अगली फिल्म और भी ज्यादा कठोर, ईमानदार और पावरफुल होगी.  

बता दें कि आर्ट‍िकल 15 शुक्रवार को देशभर में रिलीज हो गई है. फिल्म की ओपनिंग अच्छी रही. ऑडियंश के रिव्यूज की बात करें तो लोगों को सोशल सब्जेक्ट पर बनीं यह फिल्म पसंद आ रही है. आगे यह देखना है कि फिल्म कितनी कमाई करेगी.

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