
भोजपुरी और हिंदी फिल्मों के जाने-माने अभिनेता रवि किशन ने झारखंड और उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बिहार में भी भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग पर अनुदान देने की मांग की. इस पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सरकार की ओर से विचार करने का आश्वासन दिया.
रवि किशन ने उपमुख्यमंत्री से उनके सरकारी आवास पर मिल कर बताया कि फिल्म की पूरी शूटिंग राज्य के अंदर करने पर झारखंड सरकार शूटिंग के कुल खर्च का 30 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश सरकार 40 प्रतिशत निर्माताओं को अनुदान देती हैं. एक साल में क्षेत्रीय फिल्मों में भोजपुरी की 80 से 90 फिल्में बनती हैं जिसका सर्वाधिक दर्शक बिहार और यूपी में ही है.
रवि किश न ने बताया कि किसी फिल्म की शूटिंग के दौरान सौ-डेढ़ सौ लोगों की पूरी टीम उस स्थान पर महीनों रहती है, जिसका लाभ जहां होटल, रेस्तरा, परिवहन व्यवसाय को मिलता है. वहीं स्थानीय लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होता है. बदले माहौल में फिल्म शूटिंग की बिहार में काफी संभावना है.
मोदी ने कहा कि 2005 में एनडीए की सरकार बनने के बाद मल्टीप्लेक्स में 1 करोड़ तक निवेश करने वालों को 3 वर्षों तक कर में छूट दी गई, जिससे उन्हें काफी बढ़ावा मिला. फिल्म उद्योग को ध्यान में रखकर राज्य सरकार ने फिल्म सिटी बनाने के लिए राजगीर में 20 एकड़ जमीन चिन्हित कर ली है.
रवि किशन ने बताया कि फिल्म शूटिंग के लिए बिहार में वाल्मीकि नगर, राजगीर स्थित घोड़ा कटोरा, पावापुरी सहित पटना में बिहार म्युजियम, इंटरनेशनल कन्वेंषन सेंटर स्थित ज्ञान भवन और बापू सभागर, सभ्यता द्वार, पटना का रिवर फ्रंट आदि बेहत्तरीन लोकेशन हैं. इसके अलावा भी कई अन्य स्थल हैं जो शूटिंग के लिए मुफीद हैं.