
सेंसर बोर्ड जब भी किसी फिल्म पर अपनी कैंची चलाता है तो चर्चा का विषय बन जाता है. इस बार सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) की कैंची अजय देवगन की फिल्म दे दे प्यार दे पर चली है. बोर्ड ने फिल्म के सीन और कुछ डायलॉग पर ऑब्जेक्शन उठाते हुए उनमें बदलाव करने के लिए कहा है.
दरअसल, Vaddi Sharaban सॉन्ग में रकुल प्रीत व्हिस्की की बोतल हाथ में लिए डांस करती दिख रही हैं. फिल्म को U/A सर्टिफिकेट देने से पहले सेंसर बोर्ड ने इस सीन को डिलीट करने का आदेश दिया है. रिपोर्ट के अनुसार बोर्ड ने यह भी सुझाव दिया है कि रकुल के हाथ में बोतल को फूलों के गुलदस्ता से रिप्लेस किया जा सकता है.
बोर्ड ने शराब की बोतल वाले सीन पर ही नहीं बल्कि फिल्म के दो डायलॉग पर भी कैंची चलाई है. फिल्म से 'परफॉर्मेंस बेटर होती है' के साथ इसके सीन को हटा दिया गया है. इसके अलावा बोर्ड की आपत्ति के बाद 'मंजू जी के आलू ओह हो हो वही अच्छे है कि ये सब झूठ है,' संवाद को डिलीट कर दिया गया है.
गौरतलब है कि इसमें अजय, रकुल, तब्बू के अलावा आलोक नाथ, जिमी शेरगिल जैसे सितारे नजर आएंगे. बता दें कि फिल्म का निर्देशन अकीव अली ने किया है. यह 17 मई को रिलीज हो रही है. फिल्म में 50 साल के अजय देवगन और 26 साल की रकुल प्रीत का अफेयर दिखाया जाएगा. यह एक कॉमेड्री ड्रामा फिल्म है.