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इन 5 बड़ी वजहों से जरूर देखनी चाहिए नवाजुद्दीन सिद्दीकी की ठाकरे

5 reasons to wathc film Thackeray बाल ठाकरे की बायोपिक मूवी को रिलीज होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं. नवाजुद्दीन सिद्दीकी और अमृता राव लीड रोल में हैं. एक नजर डालते हैं, ठाकरे की जिंदगी पर बनी मूवी देखने की 5 बड़ी वजहों पर...

नवाजुद्दीन सिद्दीकी (फोटो: इंस्टाग्राम) नवाजुद्दीन सिद्दीकी (फोटो: इंस्टाग्राम)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 5:20 PM IST

2019 की पहली बायोपिक मूवी "ठाकरे" को लेकर दर्शकों के बीच जबरदस्त उत्साह है. कभी महाराष्ट्र की राजनीति का बड़ा चेहरा रहे बाल ठाकरे के जीवन पर बनी मूवी का निर्देशन अभिजीत पानसे ने किया है. ठाकरे का किरदार निभाकर नवाजुद्दीन सिद्दीकी एक बार फिर अपनी एक्टिंग की छाप छोड़ने के लिए तैयार हैं. फिल्म को देशभर में बड़े पैमाने पर रिलीज करने की भी तैयारी है. बाल ठाकरे का नाम ही दर्शकों की भीड़ सिनेमाघरों में जुटाने के लिए काफी है. आइए जानते हैं कंट्रोवर्सियल नेता की जिंदगी पर बनी मूवी को देखने की 5 वजहों पर...

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#1. नवाजुद्दीन सिद्दीकी की एक्टिंग

नवाज ने बताया है कि ठाकरे उनके 25 साल के करियर में सबसे अहम किरदार है. बाल ठाकरे जैसे नेता को पर्दे पर उतारना उनके लिए आसान नहीं था. ठाकरे में उनका लुक लगबग बाल ठाकरे से मिलता है. जब मूवी का पहला पोस्टर और ट्रेलर रिलीज हुआ था, तो नवाज के लुक ने सभी को चौंकाया था. टीजर और ट्रेलर के आधार पर देखें तो ठाकरे के रोल में वे जंच भी रहे हैं. नवाजुद्दीन की बेमिसाल एक्टिंग के लिए मूवी लवर्स को थियेटर का रुख करना चाहिए.

#2. बाल ठाकरे को जानना का मौका

फिल्म के देखने की सबसे बड़ी वजह बाल ठाकरे ही हैं. उनका जीवन कम विवादास्पद नहीं रहा. उनपर मराठी के नाम क्षेत्रीयता फैलाने, कट्टर और धार्मिक राजनीति का आरोप लगा था. दक्षिण भारतीयों के साथ बिहारियों और मुसलमानों के खिलाफ उनके विवादित बयान चर्चा में रहे. कैसे ठाकरे कार्टूनिस्ट से लोकप्रिय नेता बने? मराठा मानुष का आंदोलन शुरू कर कैसे क्षेत्रीयता को एक बड़ा मुद्दा बना दिया? दर्शक उनकी जिंदगी से जुड़े ऐसे सवाल जानने के इच्छुक होंगे. मूवी में इन मुद्दों को किस तरह से दिखाया गया है, इसके लिए दर्शक थियेटर का रुख कर सकते हैं. 

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#3. ठाकरे से जुड़े विवाद

ठाकरे एक कट्टर नेता थे. जिन्होंने अपनी हर बात बेबाक अंदाज में रखी. इसी वजह से वे कई बार विवादों में भी फंसे. कोर्ट कचहरी तक गए. मराठा राजनीति, बाबरी विध्वंस, मुंबई के धार्मिक दंगे, दक्षिण भारतीयों पर हमला, वैलेंटाइन डे का विरोध, यूपी-बिहार के लोगों के कमेंट, एंटी मुस्लिम स्टैंड शामिल है. फिल्म में दर्शकों को इन बातों को लेकर ठाकरे का पक्ष जानने का मौका मिल सकता है. ये दूसरी बात भाई कि फिल्म को कितनी ईमानदारी से बनाया गया है.  

#4. अमृता राव का कमबैक

फिल्म में अमृता राव लंबे समय बाद सिल्वर स्क्रीन पर वापसी कर रही हैं. इसमें वे बाल ठाकरे की पत्नी मीना ठाकरे के रोल में दिखेंगी. शाहिद कपूर के अपोजिट मूवी विवाह से लाइमलाइट में आईं अमृता को नॉन ग्लैमरस और गंभीर रोल में देखने के लिए भी दर्शक थियेटर जा सकते हैं.

#4. ठाकरे की निजी जिंदगी

देश ने बाल साहब ठाकरे को हमेशा आक्रामक नेता के रूप में देखा है. लेकिन 'मातोश्री' के अंदर निजी जिंदगी में वे कैसे थे, कोई नहीं जानता. ठाकरे अपनी पत्नी और बच्चों के साथ किस तरह रहते थे? मातोश्री के अंदर ठाकरे का व्यक्तित्व कैसा था? ये उनके करीबियों के अलावा कोई नहीं जानता. वे अपनी पत्नी के साथ पब्लिकली कभी नजर भी नहीं आए. मूवी में अमृता राव का अहम किरदार बताया जा रहा है. फिल्म से बाल ठाकरे की पर्सलन लाइफ के बारे में लोगों को जानने का मौका मिल सकता है.

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