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हाथों में कितनी अंगूठियां पहनती हैं एकता कपूर? पहली बार किया खुलासा

एकता से पूछा गया कि वे अपने हाथों में कितनी अंगूठियां पहनती हैं? इस पर एकता ने कहा कि मैं अब अक्सर सोचती हूं कि काश मेरी ज्यादा उंगलियां होती  क्योंकि मैंने अब हर उंगली पर दो-तीन अंगूठियां पहननी शुरू कर दी हैं.

एकता कपूर एकता कपूर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 7:36 AM IST

टीवी और सिनेमा प्रोड्यूसर एकता कपूर ने हाल ही में इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2019 में शिरकत की. वे TRANSFORMERS:The popular mind and Alt-Imagination: The Radical and The Regressive, Interpreting Love, Desire and Ambition in India में मॉडरेट्रर कोयल पुरी के साथ मुखातिब हुईं. उन्होंने इस दौरान कई मुद्दों पर बात की. एकता का अंगूठियों से प्यार किसी से छिपा नहीं है और उन्होंने ये भी बताया कि वे अपने हाथों में कितनी अंगूठियां पहनती हैं.  

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एकता से पूछा गया कि वे अपने हाथों में कितनी अंगूठियां पहनती हैं? इस पर एकता ने कहा कि मैं अब अक्सर सोचती हूं कि काश मेरी ज्यादा उंगलियां होती  क्योंकि मैंने अब हर उंगली पर दो-तीन अंगूठियां पहननी शुरू कर दी हैं. मैं 14 अंगूठियां पहनती हूं और मुझे फर्क नहीं पड़ता कि लोग मेरे बारे में क्या सोचते हैं. मेरी मां तो ये भी कहती हैं कि मेरी उंगलियां खत्म हो जाएंगी.

उन्होंने इसके अलावा अपने कंटेंट के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि 'मेरा मानना ये है कि आर्ट हर इंसान के लिए एक सब्जेक्टिव चीज़ होती है. हमारे देश में एक तबका ऐसा है जो अच्छा पैसा कमाता है, गाड़ी में घूमता है और इस तरह की सोशल क्लास फिल्मों में रियलिज्म तलाशता है. ऐसे लोगों के लिए फिल्में या आर्ट वास्तविकता के करीब होनी चाहिए और उन्हें ज्यादा ड्रामा या ओवर द टॉप जैसी चीज़ें पसंद नहीं आती है. लेकिन अपने ही देश में एक बड़ा तबका ऐसा भी है जिसके लिए आर्ट या सिनेमा का मतलब होता है अपनी सच्चाई से दूर जाना.'

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उन्होंने आगे कहा कि 'ये तबका रियल्जिम देखना नहीं चाहता है बल्कि अपनी संघर्ष भरी जिंदगी से दूर जाना चाहता है और इस तबके के लिए एंटरटेन्मेन्ट के मायने अलग है. यही कारण है कि ये लोग एक फैंटसी और ऐसी दुनिया को पर्दे पर देखना चाहते हैं. यही कारण है कि ऐसे लोगों के लिए आर्ट के मायने काफी अलग हो जाते हैं और जो भी शख्स सिनेमा या टीवी के सहारे अपनी वास्तविकता से दूर जाना चाहता है उसे हम ये अधिकार प्रदान करते हैं.'

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