
सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे प्राचीन शहर 'मोहनजोदाड़ो' के बारे में लोगों के बीच अलग-अलग धारणाएं हैं. इस विश्व धरोहर की खुदाई में मिले पुराने अवशेषों से इस शहर के बारे में अलग-अलग चीजें पता चलती हैं, जिन्हें निर्माता आशुतोष गोवारीकर ने अपनी आने वाली फिल्म 'मोहनजोदाड़ो' का रूप दिया है.
12 अगस्त को रिलीज होने जा रही इस फिल्म में मुख्य भूमिका में रितिक रोशन हैं. उन्होंने विशेष बातचीत में फिल्म और इस प्राचीन शहर के बारे में कई महत्वपूर्ण बातें शेयर कीं.
'मोहनजोदाड़ो' के बारे में रितिक कहते हैं, 'इस शहर के बारे में कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है. खुदाई में मिले पुरावशेषों से इस जगह के बारे में लोगों को पता चल पाया है. खुदाई में अलग-अलग तरह की चीजें सामने आईं, जिसके आधार पर समाज में अलग-अलग धारणाएं बनीं.'
इन सभी धारणाओं में से सबसे सही और सटीक धारणा का चुनाव कैसे किया गया? इस सवाल पर उन्होंने कहा, 'आशुतोष ने शोध और पुरातत्वविदों की मदद से इनमें से एक धारणा को चुनकर उसके आधार पर फिल्म बनाई है.'
कुछ ऐसा ही फिल्म 'जोधा अकबर' में भी देखने को मिला था, जब आशुतोष गोवारीकर ने इस पर फिल्म बनाने का फैसला किया था और बाद में फिल्म को विरोध का सामना करना पड़ा.
हालांकि रितिक कहते हैं, 'अगर फिल्म देखने के बाद कोई ये बोले कि 'मोहनजोदाड़ो' में तो यह सब नहीं था और जो दिखाया गया है वो गलत है तो गलत सिद्ध करने के लिए भी तो कोई प्रमाण नहीं है.'
रितिक ने 'जोधा अकबर' के बाद दूसरी बार आशुतोष गोवारीकर के साथ काम किया है. उनके साथ काम करने के अनुभव के बारे में वह कहते हैं, 'मैंने आशुतोष के साथ जोधा-अकबर में काम किया है. उस फिल्म के दौरान हम दोस्त बन रहे थे, लेकिन यह फिल्म शुरू करने से पहले ही हम दोस्त बन चुके हैं तो अब हम दोनों के बीच एक समझ बन गई है. यकीनन इस बार ज्यादा मजा आया है.'
रितिक इस फिल्म के रोमांस को इसकी यूएसपी बताते हुए कहते हैं, 'आशुतोष के साथ मजेदार बात यह है कि वह रोमांस को पर्दे पर बड़ी खूबसूरती के साथ उतारते हैं. जो जादू ए.आर. रहमान संगीत के साथ करते हैं, ठीक वैसा ही जादू आशुतोष रोमांस के साथ करते हैं.'
आशुतोष की फिल्मों में रोमांस की एक खास जगह होती है. इस फिल्म में पुराने जमाने के प्यार को दिखाया गया है. रितिक कहते हैं, 'इस फिल्म की खास बात इसका पुराने जमाने वाला रोमांस है जो आजकल की फिल्मों में देखने को नहीं मिलता. मोबाइल, स्नैपचैट और स्काइप से दूर उस जमाने में जिस धीमी गति से प्यार होता है, इसे एक बार फिर पर्दे पर देखना दिलचस्प होगा.'
रितिक फिल्म में अपने किरदार के बारे में बताते हुए कहते हैं, 'मैं फिल्म में सरमन नाम के आदमी का किरदार निभा रहा हूं, जो नील की खेती करता है और बाजार में नील बेचता है. नीला मेरा पसंदीदा रंग भी है तो इस किरदार के साथ जुड़ना आसान रहा.'
रितिक के बारे में अक्सर यह सुनने में आता है कि वह किसी भी फिल्म के लिए आसानी से 'हां' नहीं करते. यह बात छेड़ने पर रितिक ने बताया, 'मेरा मानना है कि फिल्म की स्क्रिप्ट ऐसी होनी चाहिए, जिसे पढ़ने के बाद आपको सोचना न पड़े. मोहनजोदाड़ो की स्क्रिप्ट इतनी बेहतरीन है कि मैंने इसे शुरुआत से अंत तक बिना रुके एक साथ पढ़ डाला था.'
फिल्म में एक्शन सीन्स की भरमार हैं. इसके लिए रितिक ने विशेष ट्रेनिंग भी ली है. वह कहते हैं, 'फिल्म में बहुत ही रॉ एक्शन रखा गया है. एक्शन का नाम सुनते ही मेरी बॉडी में 'कृष' और 'धूम' के एक्शन आने लगते हैं. इस फिल्म का एक्शन काफी चुनौतीपूर्ण रहा. इसकी एक वजह यह थी कि फिल्म की शूटिंग भुज में कड़क धूप में हुई है.'
अपने पिता राकेश रोशन और दूसरे अभिनेताओं की तरह निर्देशन के क्षेत्र में हाथ आजमाने के बारे में रितिक कहते हैं, 'अभी मैं खुद नहीं जानता कि निर्देशन का हुनर मुझमें है या नहीं. अभी मुझे कुछ ऐसा महसूस नहीं हुआ है, अगर भविष्य में ऐसा कुछ होता है तो जरूर उसे शिद्दत के साथ करूंगा.'