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बरहामपुर से बुगी वुगी तक: हैरान करने वाली है इस डांस ग्रुप की जर्नी

India Today Mind Rocks 2019 Youth Summit गुरुवार को इंडिया टुडे के माइंड रॉक्स में प्रिंस डांस ग्रुप ने डांस परफोर्मेंस दी. उनकी परफॉर्मेंस देखकर लोग हैरान थे. इसके साथ उन्होंने अपनी जर्नी के बारे में भी बताया.

प्रिंस डांस ग्रुप प्रिंस डांस ग्रुप
aajtak.in
  • भुवनेश्वर ,
  • 10 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 2:36 PM IST

ओडिशा के बरहामपुर से ग्लैमर की दुनिया का शानदार सफ़र तय करने वाले टी कृष्णा रेड्डी के 'प्रिंस डांस ग्रुप' ने समा बांध दिया. गुरुवार को इंडिया टुडे के माइंड रॉक्स में ग्रुप की डांस परफोर्मेंस को देखकर लोग हैरान थे. होते भी क्यों न. समाज में जिन लोगों की काबिलियत पर बैकग्राउंड और शारीरिक क्षमता के आधार पर सवाल उठाए जाते हैं, उन्होंने इस तरह डांस किया कि सक्षम लोग भी संसाधनों के अभाव में वैसा करने की सोच नहीं सकते.

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डांस ग्रुप ने शो की शुरुआत वंदे मातरम परफॉर्म करके की. डांस प्रस्तुति के बाद टी कृष्णा रेड्डी ने ग्रुप की जर्नी के बारे में बात की. बताते चलें कि ये वही रेड्डी हैं जिनके डांस ग्रुप ने बुगी वुगी में अपने जादू से देशभर के लोगों को प्रभावित किया था. इनके ग्रुप में आर्थिक पृष्ठभूमि से कमजोर और दिव्यांग बच्चे शामिल थे. रेड्डी से जब पूछा गया कि क्या उन्हें लगा था कि वो कभी इस मुकाम तक पहुंचेंगे, उनका जवाब था, "इतना नहीं सोचा था."

शो से लौटने पर मिली धमकी, अपमानित किया

रेड्डी ने बताया, "गरीब बच्चों के साथ, मेहनत मजदूरी करने वालों के साथ डांस करते हैं. बुगी वुगी के बाद जब हम गांव में (बरहामपुर) पहुंचे हमें धमकियां मिलीं. अपमानित किया गया. क्योंकि वो लोग नहीं चाहते थे कि हम बुगी वुगी पहुंचे. वापस आने पर मुझे मारा भी गया. कभी इनमें से कई लोग हमारे साथ डांस करते थे."

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"उस वक्त हालत बहुत बुरे थे. बता नहीं सकता. लोगों ने मुझे घेरकर अंडरवियर में खड़ा किया. वो दिन याद करता हूं और आज का दिन तो अछा लगता है." बातचीत के दौरान रेड्डी के साथ उनके ग्रुप के डांसर टुल्लू भी थे. टुल्लू पैरों से दिव्यांग हैं.

रेड्डी ने कहा, "अभी आप इनको (ग्रुप के साथियों को) देख रहे हैं, इनको देखकर ताली मार रहे हैं, इनका टैलेंट देख रहे हैं. मैं ट्यूशन पढ़ रहा था उस वक्त ये (टुल्लू) तीन साल के थे. उस वक्त ये अपनी जगह से हिल भी नहीं पाते थे. इनकी बहन कंधे से उठाकर इन्हें लाती थी. ये सिर्फ पड़े रहते थे. बहन ट्यूशन में भी इन्हें लाती थी और कहीं रख देती थी."

"मैंने पूछा तो उसने कहा, ऐसे बच्चों को छोड़ देंगे तो कुत्ता भी उठाकर ले जाएगा. ये (टुल्लू) बहुत मेहनती हैं. इनकी शक्ल पर मैंने कभी नर्वसनेस और डर नहीं दिखा."

तमाम अवॉर्ड जीतने के बाद सरकार ने वादा नहीं निभाया

रेड्डी ने बताया, "सरकार ने एक करोड़ और चार एकड़ जमीन देने को कहा था. लेकिन मिली नहीं है. क्या वजह है मुझे नहीं पता. अगर मुझे वो मिल जाएगा तो ऐसे हजारों बच्चों को सिखा सकता हूं."

मंच पर टुल्लूजी ने हैरतअंगेज कारनामे भी किए. उन्होंने डांस के बाद कुर्सी पर हाथों के बल पुशअप्स लगाकर लोगों को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया. उन्होंने एक्सरसाइज के कई और कारनामे भी किए.

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रेड्डी ने बताया, इस वक्त उनके ग्रुप में करीब पचपन बच्चे सीख रहे हैं. बुगी वुगी के लिए जब बॉम्बे गए थे बहुत मुश्किल था. हमारा जर्नी बहुत बड़ी है. एक हफ्ते तक हमें खाने के लिए सात किलोमीटर पैदल दूर जाना पड़ता था. उस वक्त हमारे पास खाने के लिए भी पैसा नहीं था. जावेद जाफरी सर ने बहुत मदद की. और हम जीतकर आगे बढे. लोगों ने भी बहुत मदद की.

ग्रुप के ख़ास कास्ट्यूम को लेकर रेड्डी ने बताया, "दूसरे डांस ग्रुप को देखकर लगा कि ऐसे महंगे कास्ट्यूम हम नहीं ले पाएंगे. हमें लगा कि जैसे दीवार पर रंग लगाते हैं वैसे ही बॉडीपेंट से हम जाएंगे तो उनके महंगे कास्ट्यूम से हमारा कास्ट्यूम अच्छा होगा."

रेड्डी ने बताया, "प्रैक्टिस में स्टंट के दौरान बहुत बार चोट लगती है. हड्डियां टूटती हैं. लेकिन प्रैक्टिस करते हैं. मेहनत करेंगे और इससे आगे जाएंगे."

लोगों को सलाह देते हुए खुद के बारे में बताया, "मैं बहुत कम पढ़ा लिखा हूं. सपने टूटने के बारे में मत सोचिए. मैं पढ़ा लिखा नहीं हूं, लेकिन पंद्रह देश घूम कर आ चुका हूं. हमारे पास संसाधन नहीं है लेकिन हौसला है."

रेड्डी के ग्रुप की एक फिल्म भी आ रही है 'कृष्णा स्टोरी ऑफ़ डांसर'. उन्होंने इसे देखने की अपील की.' आखिर में रेड्डी के ग्रुप ने भगवान कृष्ण पर एक ग्रुप डांस किया और समा बांध दिया.

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