
जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार अपने ट्वीट्स के सहारे मोदी सरकार के इस फैसले को बेहद गलत बता रहे हैं. उन्होंने 18 अगस्त को सिलेसिलेवार रूप से कई ट्वीट्स किए थे जिनमें उन्होंने साफ किया था कि हिंदुत्व विचारधारा के पीएम नरेंद्र मोदी के फैसले के चलते लाखों कश्मीरियों के हालात मुश्किल हो चुके हैं. उनके ट्वीट्स पर मशहूर लेखक जावेद अख्तर ने करारा जवाब दिया है.
इमरान ने अपने ट्वीट में कहा था कि हिंदुत्ववादी मोदी सरकार ना केवल पाकिस्तान के लिए खतरा है बल्कि अपने ही देश के अल्पसंख्यकों के लिए भी खतरा है. इसके साथ ही साथ वे नेहरू और गांधी के ताने-बाने वाले हिंदुस्तान के लिए भी खतरा है. जातीय नरसंहार की सोच रखने वाली आरएसएस-बीजेपी के संस्थापकों की नाज़ी विचारधारा के साथ संबंधों को समझना हो तो बस गूगल कीजिए.
जावेद अख्तर ने इसके बाद इमरान खान पर तंज कसा और रिप्लाई देते हुए कहा था कि डियर इमरान खान, मैं इस बात से बेहद प्रभावित हुआ हूं कि आप नेहरू और गांधी के फैब्रिक वाले हिंदुस्तान के लिए इतने चिंतित हैं लेकिन ये नेहरू और गांधी का वही ढांचा था जिसे आपके कायदे-आजम ने 1947 में तोड़ दिया था. क्या आपको याद है ?
जावेद ने अपने ट्वीट में एक बार फिर तंज कसा और कहा कि इमरान साहब, ये गलत होगा अगर मैं अल्पसंख्यकों के लिए इतनी चिंता पर आपकी तारीफ ना करूं. मैं इसकी कल्पना भी नहीं कर सकता कि अगर आप दूसरों के लिए इतना सोचते हैं और उनके लिए इतना प्रोटेक्टिव होते हैं तो फिर आप अपने ही देश के हिंदुओं, ईसाईयों, एहमदियाज़ मोहजीर और बलूचिस्तान के लोगों की सुरक्षा के बारे में कितना सोचते होंगे.