
चंबल के डाकुओं की कहानी हमेशा हिंदी सिनेमा के दर्शकों को आकर्षित करती रही है. शोले से पान सिंह तोमर तक डकैतों की कहानी पर कई ब्लॉक बस्टर मसाला फ़िल्में हैं. यहां तक कि फूलन देवी के जीवन पर बनीं ऑफ़बीट बैंडिट क्वीन ने भी टिकट खिड़की पर शानदार कमाई दर्ज की.
लेकिन पिछले शुक्रवार को रिलीज हुई सोनचि़ड़िया ने कमाई के लिहाज से निराश किया. मल्टीस्टारर सोनचिड़िया को लेकर वैसा उत्साह देखने को नहीं मिला जैसा कि चंबल और बीहड़ की कहानी पर बनी फिल्मों के लिए दिखता रहा है. सोनचिड़िया में सुशांत सिंह राजपूत, भूमि पेडनेकर, मनोज बाजपेयी, रणवीर शौरी, आशुतोष राणा जैसे मंझे अभिनेता हैं. फिल्म का निर्देशन अभिषेक चौबे ने किया है.
लेकिन 30 करोड़ के बजट में बनी फिल्म पहले वीकेंड में महज 4.60 करोड़ रुपये ही कमा पाई. शुरुआत से ही सोनचिड़िया की रफ्तार धीमी बनी हुई है. ऐसे में फिल्म का बजट निकाल पाना नामुमकिन दिख रहा है. सोनचि़ड़िया को क्रिटिक्स की अच्छी रेटिंग मिली थी. बाकी बी-टाउन स्टार्स ने भी मूवी को अच्छा रिस्पॉन्स दिया था. अब सवाल है कि दमदार कंटेंट, सितारों की भीड़ और उम्दा एक्टिंग के बावजूद फिल्म दर्शकों की भीड़ को सिनेमाघरों में इकट्ठा करने से कैसे चूक गई?
हो सकता है कि इन तीन वजहों से सिनेमाघरों में इस बार चंबल का चार्म नहीं दिखा...
#1. कम स्क्रीन पर रिलीज होना
मल्टीस्टारर मूवी के कम कलेक्शन की सबसे बड़ी वजह इसका कम स्क्रीन्स पर रिलीज होना भी है. इसे कुल 940 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया. सोनचिड़िया को भारत में 720 और ओवरसीज में 220 स्क्रीन्स मिलीं. जबकि सुशांत सिंह की फिल्म के साथ रिलीज हुई लुका छुपी को भारत में 2100 और ओवरसीज में 407 स्क्रीन्स मिली. कम स्क्रीन शेयरिंग का नुकसान सोनचिड़िया को झेलना पड़ा है. कहा ये भी जा रहा है कि फिल्म को रूरल इलाकों में कम स्क्रीन्स मिली. जहां इसकी टारगेट ऑडियंस थी. लुका छुपी के अलावा एक हफ्ते पहले रिलीज कॉमेडी ड्रामा टोटल धमाल का भी स्क्रीन पर कब्जा था.
#2. एग्रेसिव प्रमोशन ना होना
सोनचिड़िया का एग्रेसिव तरीके से प्रमोशन नहीं हुआ. हालांकि टीवी रियलिटी शोज में फिल्म के लीड एक्टर्स ने हाजिरी जरूर लगाई. लेकिन यूनीक सब्जेक्ट पर बनी मूवी का प्रमोशन और बेहतर तरीके से हो सकता था. ये कहना गलत नहीं होगा कि सोनचिड़िया अपने दर्शकों तक पहुंचने में नाकामयाब रही है.
#3. दूसरी फिल्मों से मिली कड़ी टक्कर
सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर पहले से बनी फिल्मों में शामिल टोटल धमाल से और साथ में रिलीज हुई लुका छुपी से तगड़ा कॉम्पिटिशन मिला. सोनचिड़िया के अपोजिट दोनों ही फ़िल्में कॉमेडी जॉनर की हैं. दर्शक सीरियस कंटेंट को छोड़ लाइट कॉमेडी देखना पसंद कर रहे हैं. सोनचिड़िया का फैमिली एंटरटेनर ना होना भी लुका छुपी और टोटल धमाल के लिए फायदेमंद साबित हुआ.