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बॉलीवुड से ज्यादा मराठी स‍िनेमा है माधुरी दीक्ष‍ित को पसंद, बताई वजह

फिल्म 'बकेट लिस्ट' के साथ मराठी सिनेमा में शुरुआत करने वाली 'धक धक गर्ल' माधुरी दीक्षित ने कहा है रीजनल स‍िनेमा पहले से कहीं ज्यादा बदल गया है.

माधुरी दीक्षि‍त माधुरी दीक्षि‍त
ऋचा मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 28 मई 2018,
  • अपडेटेड 5:14 PM IST

फिल्म 'बकेट लिस्ट' के साथ मराठी सिनेमा में शुरुआत करने वाली 'धक धक गर्ल' माधुरी दीक्षित ने कहा है रीजनल स‍िनेमा पहले से कहीं ज्यादा बदल गया है. यहां हुए सकारात्मक बदलावों की वजह से युवा पीढ़ी का इसकी तरफ आकर्षण बढ़ा है. माधुरी की फिल्म सिनेमाघरों में र‍िलीज हो चुकी है. पहले दिन फिल्म ने तीन करोड़ की कमाई की, ट्रेड एनाल‍िस्ट तरण आदर्श ने इस बात की जानकारी दी.

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मराठी सिनेमा में आए हैं कई बदलाव 

माधुरी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में मराठी स‍िनेमा में डेब्यू करने की खास वजह बताई. उन्होंने कहा, अगर आप मराठी सिनेमा में अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं तो आपको मराठी आनी चाहिए. अगर आपको नहीं आती है तो आपको हिंदी सिनेमा का ही रुख करना होगा. उन्होंने आगे कहा, इसके साथ ही मराठी फिल्मों के पास पहले उतना आकर्षण नहीं था जो आज है. यह आज अधिक विकसित और युवाओं के लिए अधिक आकर्षक है. तकनीकी तौर पर कहें तो इसकी प्रोडक्शन वैल्यूज हिंदी फिल्मों से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि 'नटसम्राट', 'कोर्ट' और 'सैराट जैसी फिल्में बनीं और उन्होंने परिदृश्य को बदला.

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माधुरी ने बॉलीवुड में कर‍ियर की शुरुआत करने के सवाल पर जवाब दिया क‍ि  मेरे मामले में सबसे पहले मुझे अभिनेत्री बनने की कोई चाह नहीं थी. मैं स्कूल के ड्रामों में अपने नृत्य और अभिनय, पढ़ाई और हर चीज से खुश थी. फिल्में मेरे लिए एक घटना जैसी हैं, इसलिए मैंने अभी हिंदी फिल्मों के साथ शुरुआत की और ऐसा करना जारी रखा. माधुरी ने 1990 में कई महिला केंद्रित फिल्में कीं, लेकिन उनके अनुसार उस शैली की परिभाषा अब बदल चुकी है.

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महि‍ला प्रधान किरदारों को लेकर बदली है मानस‍िकता

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि लेखक हमारे पुराने दिनों की तुलना में आज महिलाओं को बेहतर समझते हैं. इसलिए वे हमारे लिए बहुत बेहतर किरदार गढ़ रहे हैं. मुझे लगता है कि महिला-केंद्रित सिनेमा की परिभाषा अब बदल गई है और यह हम सभी के लिए बहुत दिलचस्प है. माधुरी ने अपने करियर का जिक्र करते हुए कहा, "मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे अपने करियर की शुरुआत में अलग-अलग किरदार मिले, फिर वह चाहे तेजाब हो या दिल और बेटा. उन्होंने कहा, "आज के लेखन में महिला किरदारों का स्तर मानसिक तौर पर मजबूत होता है. पात्र वास्तविकता के करीब होते हैं. माधुरी फिलहाल 'कलंक' और 'टोटल धमाल' की शूटिंग में व्यस्त हैं.

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